न्यूज़ 24 समेत कुछ प्रमुख न्यूज़ आउटलेट्स ने गुरुवार 23 मार्च 2023 को विवादित हिंदूवादी नेता यति नरसिंहानंद के साथ बैठी एक महिला की तस्वीर को एक ख़बर में प्रकाशित की. ख़बर में यह बताया गया कि “ इस महिला ने गाज़ियाबाद के शिव शक्ति धाम में 12 लाख़ रुपए का मुकुट चढ़ाया है. महिला मूलतः गुजरात की रहने वाली है और पेशे से अमेरिका में डॉक्टर है. उसने पिछले दिनों इस्लाम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है.”
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि न्यूज़ आउटलेट्स ने ख़बर में जिस महिला की तस्वीर शामिल की है, वह गाज़ियाबाद की भाजपा नेता उदिता त्यागी है और उन्होंने सोने का मुकुट नहीं दान किया है.
वायरल तस्वीर में भगवा साड़ी पहनी एक महिला विवादित हिंदूवादी नेता यति नरसिंहानंद के साथ बैठी हुई है. इस दौरान वहां भगवान शिव की एक मूर्ति भी मौजूद है, जिसके पर धातु से बनी एक मुकुट चढ़ाई गई है.
न्यूज़ 24 ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस तस्वीर को शेयर किया है और बतौर कैप्शन लिखा है, “इस्लाम धर्म छोड़कर भगवान शिव पर चढ़ाया 12 लाख रुपए का सोने का मुकुट, महिला गुजरात से हैं और अमेरिका में एक चिकित्सक हैं”.
वहीं नवभारत टाइम्स ने “इस्लाम छोड़ भगवान शिव पर चढ़ाया 12 लाख रुपये के सोने का मुकुट, देखिए कौन है अमेरिका की ये डॉक्टर” हेडिंग के साथ प्रकाशित की गई ख़बर में वायरल तस्वीर को शामिल किया है.
इसके अलावा एबीपी न्यूज़ ने भी अपनी ख़बर में यह फ़ोटो शामिल की है.
सुदर्शन न्यूज़ के पत्रकार सागर कुमार ने भी अपने वेरिफ़ाईड ट्विटर हैंडल ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए यह दावा किया है कि “इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाने वाली महिला यही हैं, जिन्होंने 12 लाख़ रुपए के सोने का मुकुट चढ़ाया है”.
फ़ेसबुक पर भी वायरल दावे से जुड़े कई पोस्ट मौजूद हैं, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल फ़ोटो की पड़ताल के लिए सबसे पहले यति नरसिंहानंद के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला तो हमें Yati NarsinghaNand Saraswati Foundation नाम के ट्विटर अकाउंट से 21 मार्च को ट्वीट की गई वायरल तस्वीर मिली.
इस तस्वीर को शेयर करते कैप्शन में लिखा गया है, “हर हर महादेव, अमेरिका में रहने वाली नव सनातनी सुप्रसिद्ध चिकित्सक ने शिवशक्ति धाम डासना के पारदेश्वर महादेव को शुद्ध सोने का मुकुट और श्रृंगार भेंट किया”.
इसी दौरान हमने पाया कि डॉ उदिता त्यागी नाम के ट्विटर अकाउंट से भी इस ट्वीट को रीट्वीट किया था और उसमें एक अन्य फ़ोटो भी शामिल की गई थी. उक्त फ़ोटो में दिख रही महिला वायरल तस्वीर में भी मौजूद थी.
इसलिए हमने डॉ उदिता त्यागी नाम वाला वह ट्विटर अकाउंट खोला तो उस अकाउंट पर उस महिला की कई अन्य तस्वीर भी मौजूद थी. इतना ही नहीं अकाउंट पर एक पेपर की कटिंग भी मौजूद थी, जिसमें मौजूद तस्वीर में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस महिला का सम्मान कर रहे थे. पेपर में मौजूद फ़ोटो के कैप्शन में उस महिला का नाम उदिता त्यागी ही बताया था.
इसके अलावा ट्विटर अकाउंट पर उदिता त्यागी के बारें में कुछ जानकारी भी दी गई थी. ट्विटर पर दी गई जानकारी के अनुसार, उदिता त्यागी उत्तरप्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय मंत्री हैं.
इस दौरान हमने उनके फ़ेसबुक अकाउंट को भी खंगाला तो हमें उनकी कई सारी तस्वीरें मिली.
इसलिए हमारी अभी तक की जांच में यह साफ़ हो गया कि वायरल तस्वीर में यति नरसिंहानंद के साथ दिख रही महिला भाजपा नेत्री उदिता त्यागी ही हैं.
इसके बाद हमने हाल ही में इस्लाम धर्म छोड़ने वाले दावे की जांच की, तो हमें उदिता त्यागी से जुड़ी कई पुरानी न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इन रिपोर्ट में उनकी तस्वीर भी मौजूद थी और साथ ही उनका नाम उदिता त्यागी ही बताया गया था.
इसलिए हमने उदिता त्यागी से संपर्क कर वायरल तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे के बारें में पूछा, तो उन्होंने बताया कि "कुछ समय पहले हिंदू धर्म को अपनाने वाली अमेरिका की एक डॉक्टर ने गाज़ियाबाद के शिवशक्ति धाम में सोने का मुकुट दान किया था, हमने उनके जन्मदिन पर वहां पूजा भी की थी. इस दौरान की कुछ तस्वीरें शेयर भी की गई, जिसमें मैं मौजूद थी. लेकिन लोगों ने गलती से यह समझ लिया कि मुकुट दान करने वाली महिला मैं ही हूं.” हालांकि इस दौरान उन्होंने निजता का हवाला देते हुए मुकुट दान करने वाली उस महिला का नाम नहीं बताया.
जांच में हमें इस संबंध में यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा जारी किया गया वीडियो स्टेटमेंट भी मिला. इसमें उदिता त्यागी भी मौजूद थीं.
यति नरसिंहानंद ने यह साफ़ किया “भगवान शिव को मुकुट मूल रूप से गुजरात की रहने वाली और वर्तमान में अमेरिका में रह रहीं एक महिला चिकित्सक ने भेंट किया है न कि उदिता त्यागी ने”. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका में रहने वाली वह महिला पिछले दिनों ही सनातन धर्म में आई हैं”. इसके अलावा उन्होंने उदिता त्यागी के बारें में यह भी साफ़ किया कि वह कभी मुसलमान नहीं थीं बल्कि वह पैदाइशी हिंदू हैं”.
उदिता त्यागी और यति नरसिंहानंद दोनों ने ही यह दावा किया कि हाल ही में सनातन धर्म में आई मूल रूप से गुजरात की रहने एनआरआई महिला ने सोने का मुकुट दान किया है. हालांकि दोनों ने ही उक्त महिला की पहचान को उजागर करने से इनकार दिया. बूम स्वतंत्र रूप से इन दावों की पुष्टि नहीं करता है.