समाचार चैनल न्यूज़ 18 के एंकर अमिश देवगन का डीपफ़ेक वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें वह गेमिंग मोबाइल एप से पैसे कमाने की कहानी बताते नज़र आ रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. वीडियो वॉइस क्लोन करके एआई टूल की मदद से बनाया गया है.
ग़ौरतलब है कि फे़सबुक पर भारतीय यूज़र्स को टारगेट करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) वॉयस क्लोन का उपयोग करके धोखाधड़ी वाले विज्ञापन बनाए गये हैं. बूम के डिकोड को अपनी पड़ताल में शाहरुख खान, विराट कोहली, मुकेश अंबानी, रतन टाटा, नारायण मूर्ति, रवीश कुमार, अक्षय कुमार और सद्गुरु समेत अन्य लोगों की आवाज के क्लोन वाले वीडियो मिले हैं. ऐसा ही अमीश देवगन का भी फे़क वीडियो बनाया गया है.
वायरल वीडियो में अमीश देवगन कहते सुनाई पड़ रहे हैं "एक मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन के माध्यम से मुंबई के एक व्यक्ति द्वारा तीन सौ मिलियन रुपए का जैकपॉट जीता गया है. विनोद सैंडे के अनुसार उन्हें इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन मिला और उन्होंने एक ऑनलाइन कैसीनों ऐप डाउनलोड किया. हर दिन दस हज़ार रुपए जीतते हुए, एक हफ्ते बाद तीन सौ मिलियन रुपए जीते जिससे उनका जीवन नाटकीय रूप से बदल गया. विनोद ने मुंबई में एक ड्रीम कार और दो मंजिला अपार्टमेंट खरीदा. इस एप्लीकेशन से हर कोई अपनी किस्मत को बदल सकता है."
फे़सबुक यूज़र ने बिना कैप्शन के यह वीडियो शेयर किया है. वीडियो में दिख रहे टेक्ट्स में लिखा है, "300,000,000 INR एक मोबाइल ऐप का उपयोग करके मुंबई निवासी द्वारा जीता गया जैकपॉट है"
इस वीडियो में एक लिंक एम्बेडेड किया गया है, जो गेमिंग एप 11Winner - Casino, Patti, Rummy, Cricket को रिफ़र करता है.
कई अन्य यूज़र ने भी ये वीडियो शेयर किया है.
फै़क्ट चेक
बूम ने जब अमीश देवगन वाले वायरल वीडियो को ध्यान से देखा तो हमें प्रतीत हुआ कि अमीश देवगन के होटों का मूवमेंट उनके द्वारा बोले जा रहे शब्दों से मैच नहीं कर रहा है, जिससे हमें इस वीडियो वॉयस क्लोनिंग और डीपफेक टूल का उपयोग करके बनाए जाने का अंदेशा हुआ.
इससे संकेत लेते हुए हमने वीडियो की वॉइस को Loccus.ai नामक एआई वॉयस डिटेक्टर टूल के माध्यम से चेक किया, जिसने देवगन की आवाज को 61% का स्कोर दिया. इस टूल के अनुसार, 70% से कम स्कोर करने वाली वॉइस को एआई का उपयोग करके बनाई गई वॉइस माना जाता है.
बूम ने अधिक स्पष्टीकरण के लिए अमीश देवगन से सम्पर्क किया. उन्होंने हमसे कहा "यह मेरा ऑरिजनल वीडियो नहीं है, यह पूरी तरह फे़क है."
इससे पहले भी हमने एआई टूल्स की मदद से तैयार फ़र्ज़ी आवाज को इस्तेमाल कर टीवी एंकर्स की फ़र्ज़ी आवाज तैयार कर दवाइयों के झूठे विज्ञापनों को लेकर भी बूम ने फ़ैक्ट चेक किया है.
इसके अलावा बूम ने लैला राव द्वारा अभिनेत्री स्मृति खन्ना के चहेरे को इस्तेमाल कर महिलाओं को फ़र्ज़ी इन्वेस्टमेंट स्कीम में फंसा कर हज़ारों रुपये ठगने को लेकर रिपोर्ट किया है. इसके अलावा बूम लैला राव की उन विडियोज को भी फ़ैक्ट चेक कर चुका है जिनमें उन्होंने अपनी इन्वेस्टमेंट स्कीम्स को गलत तरीके से प्रचारित करने के लिए मुकेश अंबानी, कैटरीना कैफ और आलिया भट्ट जैसी मशहूर हस्तियों के नाम का इस्तेमाल किया था.
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