गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 से जोड़कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को चुनाव में हुई धोखाधड़ी के दावे से शेयर किया गया है. फ़ेसबुक पर वायरल रील्स वीडियो के साथ दावा किया गया है कि गुजरात चुनाव के दौरान मुस्लिम मतदाताओं को मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई और पुलिस द्वारा उन पर हमला किया गया.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो का संबंध गुजरात चुनाव से नहीं है. असल में, यह वीडियो उत्तर प्रदेश के रामपुर उपचुनाव 2022 का है.
गौरतलब है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव का मतदान दिसंबर 1 और 5 को हुआ था जबकि नतीजे 8 दिसंबर को आये थे. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड जीत दर्ज करते हुए 156 सीटें हासिल की थी और राज्य में फ़िर से सरकार बनाई. इसके बावजूद, सोशल मीडिया पर चुनाव में उल्लंघन और धोखाधड़ी के आरोपों से भरे वीडियो वायरल होते रहे हैं.
वायरल वीडियो में बुर्का पहने एक महिला दूसरी महिला के हाथ में लगी चोट को दिखाते हुए पुलिस पर पिटाई करने और मतदान करने से रोकने का आरोप लगाती हुई नज़र आती है.
एक फ़ेसबुक यूज़र्स ने वीडियो शेयर किया है. वीडियो पर लिखा हुआ नज़र आता है – "गुजरात इलेक्शन में गुंडागर्दी"
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो पाया कि वीडियो में बुर्क़ा पहने नज़र आने वाली महिला "आसिम रज़ा" और "रामपुर" का ज़िक्र करती हुई नज़र आती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के रामपुर सदर विधानसभा सीट पर 5 दिसंबर को उपचुनाव हुआ था. इस चुनाव में आसिम रज़ा समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट थे.
रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी कैंडिडेट आकाश सक्सेना ने आसिम रज़ा को क़रीब 33 हजार वोटों से हरा दिया.
नवभारत टाइम्स पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान ने आरोप लगाया था कि पुलिस लोगों को वोट देने के लिए रोक रही है और लोगों को पीट रही है.
आज तक की 7 दिसंबर 2022 की रिपोर्ट में बताया गया है कि रामपुर उपचुनाव में पुलिस ने एक ख़ास वर्ग (मुस्लिम) वोटरों को वोट देने से रोकने और पिटाई करने को लेकर समाजवादी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की 6 दिसंबर की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रामपुर उपचुनाव के दौरान मुस्लिम मतदाताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें पोलिंग बूथ जाने से रोका और डंडे से पीटा.
इस रिपोर्ट में, वायरल वीडियो में नज़र आने वाली मुस्लिम महिला के हाथों में लगी चोट का भी ज़िक्र किया गया है.
हमें अपनी जांच के दौरान वायरल वीडियो Brut India की एक रिपोर्ट में मिला.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि रामपुर के मुस्लिम मतदाताओं का कहना है कि उन्हें पोलिंग बूथ पर वोट देने से रोका गया.
हमने पाया कि इसी वायरल वीडियो को समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 5 दिसंबर 2022 को शेयर किया गया था.
सपा ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, "आम जनता को प्रताड़ित कर रही भाजपाई पुलिस! रामपुर में वोट डालने गए युवक को पुलिस ने बेरहमी से पीटा। शर्मनाक. मामले का संज्ञान ले चुनाव आयोग, आरोपी पुलिसकर्मियों को तुरंत सस्पेंड किया जाए."
हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो का संबंध रामपुर सदर विधानसभा पर हुए उपचुनाव से है. इस वीडियो का गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 से कोई संबंध नहीं है.
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