कर्नाटका में चल रहे हालिया हिजाब विवाद (hijab row) के बाद इससे संबंधित तमाम तरह की झूठी तस्वीरें, बयान और वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं. अभी हाल में सोशल मीडिया पर हिजाब पहने एक लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में हिजाब पहने लड़की के साथ 'Stand with Farmer' के बैज के साथ इंडिया गेट और नेशनल वॉर मेमोरियल की तस्वीर भी दिख रही है.
तस्वीर के ऊपर के हिस्से में najmanazeerchikkanerale लिखा है और कैप्शन में लिखा है 'किसान भी रह चुकी है इस समय छात्रा है हिजाब गर्ल'. तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में जो लड़की है वह कर्नाटका हिजाब विवाद से सुर्खियों में आई मुस्कान खान है.
बूम ने पाया कि तस्वीर में मुस्कान खान नहीं है, बल्कि कर्नाटका के एक राजनीतिक दल जनता दल सेक्युलर की छात्र नेता है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र Sumitra kanwar ने तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा है 'किसान भी रह चुकी है इस समय छात्रा है हिजाब गर्ल''.
एक अन्य फ़ेसबुक यूज़र Singh Sukhdev ने भी समान कैप्शन के साथ यह तस्वीर पोस्ट की है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब तस्वीर के ऊपरी हिस्से में लिखे najmanazeerchikkanerale के नाम से इंटरनेट पर सर्च किया तो एक फ़ेसबुक की लिंक सामने आयी. लिंक पर क्लिक करने के बाद फ़ेसबुक प्रोफाइल के Najma Nazeer Chikkanerale के नाम से खुली. इसकी प्रोफाइल पिक्चर पर हमें वही तस्वीर मिली जो वायरल हो रही है. बस इस तस्वीर में stand with farmer का बैज नहीं है.
तस्वीर से हमें पता चलता है कि ये महिला जनता दल सेक्युलर पार्टी की नेत्री हैं जो सारदा विलास कॉलेज मैसूर में पढ़ी हैं.
इसके बाद हमने इसी नाम से इंस्टाग्राम पर सर्च किया तो हमें नजमा नज़ीर चिक्कनाराले की प्रोफाइल पर यही तस्वीर मिली.
इसके बाद बूम ने नजमा नज़ीर चिक्कनाराले से संपर्क किया तो उन्होंने कहा, "यह तस्वीर मेरी ही है, जो मेरे सोशल मीडिया पर आसानी से मिल जाएगी. इसे मुझे बदनाम करने के लिए राइट विंग हैंडल्स के द्वारा मुस्कान खान के नाम से प्रचारित किया जा रहा है. मैं जनता दल सेक्युलर पार्टी के साथ जुड़ी हूँ और दलित, मुस्लिम और किसानों के हित में काम करती हूँ. मैं मैसूर की रहने वाली हूँ, मुस्कान खान मांड्या की रहने वाली जिसके नाम से तस्वीर को वायरल किया जा रहा है. मैसूर और मांड्या के बीच 200 कि.मी.की दूरी है."