सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें एक मुस्लिम व्यक्ति को अतिक्रमण अभियान के दौरान एक महिला से बहस करते हुए देखा जा सकता है. इस दौरान वह व्यक्ति वहां मौजूद जेसीबी के सामने लेट भी जाता है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि "यह वीडियो उत्तरप्रदेश का है, जहां अधिकारियों द्वारा कोर्ट के आदेश की अवहेलना की जा रही है".
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो मुंबई का है और इसमें अतिक्रमण अभियान रोकने की कोशिश करते दिख रहे व्यक्ति एआईएमआईएम नेता रफ़त हुसैन हैं.
वायरल वीडियो क़रीब 2 मिनट 20 सेकेंड का है. वीडियो में एक शख्स जेसीबी के सामने लेटकर कार्रवाई रोकने की कोशिश करता है. इसके बाद वह अपने हाथ में मौजूद पेपर दिखा कर कहता है कि “यह मेरे पास कोर्ट का आर्डर है”. इस दौरान वह व्यक्ति वहां मौजूद एक महिला से बहस करता हुआ भी दिखाई दे रहा है.
ट्विटर पर यह वीडियो ख़ास कैप्शन के साथ वायरल है, जिसमें लिखा हुआ है “उत्तर प्रदेश में अधिकारी फैंसी ड्रेस पहन कर कोर्ट का ऑर्डर नहीं मानते हैं, वीडियो में आदमी कह रहा है कि मेरे पास कोर्ट का ऑर्डर है लेकिन यह छैल छबीली अधिकारी कह रही हैं कि कोर्ट का ऑर्डर मैं नहीं मानती बुलडोजर का राज चल रहा है यूपी में नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं”.
वहीं फ़ेसबुक पर भी यह वीडियो इसी तरह के कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें वीडियो को यूपी का बताया गया है.
फ़ेसबुक पर वायरल वीडियो से जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने जांच के दौरान वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो हमने पाया कि वहां मौजूद जेसीबी पर बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) लिखा हुआ है. इतना ही नहीं वीडियो में लाल रंग की वस्त्र पहनी हुई वह महिला कई बार अपने आसपास मौजूद लोगों से मराठी में बात करती हुई भी सुनाई दे रही है.
इसलिए हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से वीडियो खोजना शुरू किया तो हमें एक फ़ेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद था. पोस्ट में इस वीडियो को मुंबई के सांताक्रुज इलाक़े का बताया गया था. पोस्ट में यह भी बताया गया कि "वीडियो में दिख रहे शख्स हाज़ी रफ़त हुसैन हैं, जो पिछले दिनों बिना कोर्ट की परमिशन लेकर दुकान तोड़ने आई महिला नगर निगम अधिकारी से उलझ गए".
फ़ेसबुक पोस्ट के कैप्शन में रफ़त हुसैन के फ़ेसबुक अकाउंट का लिंक भी दिया गया था. हमने जब उस अकाउंट को ओपन किया तो पाया कि कुछ तस्वीर में रफ़त हुसैन एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के साथ मौजूद हैं.
इतना ही नहीं, इस दौरान हमें कुछ फ़ेसबुक पोस्ट भी मिले जिसमें रफ़त हुसैन को एआईएमआईएम साउथ सेंट्रल मुंबई डिस्ट्रिक्ट का ऑब्जर्वर बनाए जाने की बधाई भी दी गई थी. हालांकि एआईएमआईएम मुंबई के अध्यक्ष फैयाज़ अहमद ने भी बूम को यह भी सपष्ट किया कि रफ़त हुसैन उनकी ही पार्टी के नेता हैं.
इसलिए हमारी अभी तक की जांच में यह साफ़ हो गया कि वायरल वीडियो मुंबई का है और इसमें दिख रहे शख्स मुंबई के एआईएमआईएम नेता रफ़त हुसैन हैं.
चूंकि इस वीडियो से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट उपलब्ध नहीं थी, जिसमें इस घटना से जुड़ी जानकारियां दी गई हो. इसलिए हमने रफ़त हुसैन से संपर्क किया,तो उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो करीब 8 दिन पुराना है और साथ ही उन्होंने कहा कि लोग गलत तरीके से इस वीडियो को उत्तरप्रदेश का बताकर शेयर कर रहे हैं”. हालांकि जब हमने वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य जानकारी जैसे स्थान और वजह के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताने से इनकार कर दिया.
जांच में हमें मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया किया कि यह वीडियो सांता क्रूज वेस्ट इलाके का है. हालांकि इस दौरान हम वीडियो में दिख रही महिला के बारें में पता नहीं लगा पाए.
इस दौरान हमें बृहन्मुंबई महानगर पालिका के ट्विटर अकाउंट से किए गए कुछ रिप्लाई मिले, जो इस वीडियो को लेकर किए गए थे. रिप्लाई में बृहन्मुंबई नगरपालिका ने बताया था कि “उन्होंने 21 मार्च को सांताक्रुज़ पश्चिम इलाके में केडी मार्ग और गाओथान लेन जंक्शन के पास रखे छह अवैध स्टालों को हटाया था. साथ ही ट्वीट में यह भी बताया गया कि पुलिस की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई थी”.