समाजवादी पार्टी के संस्थापक और दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव का लोकसभा में दिए गए भाषण की अधूरी क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि मुलायम सिंह यादव ने खुद ही समाजवादी पार्टी (सपा) को हिंदुओं का दुश्मन और अपराधियों की पार्टी बताया था.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो क्रॉप्ड है, जिसे गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है. दरअसल मुलायम सिंह यादव मार्च 1998 में संसद की एक कार्यवाही के दौरान सपा पर बीजेपी की ओर से लगाए जा रहे हिंदू विरोधी और गुंडों की पार्टी होने के आरोपों का खंडन कर रहे थे.
वायरल वीडियो में मुलायम सिंह यादव कह रहे हैं, 'हम तो हिन्दुओं के दुश्मन हैं मुसलमानों के हैं और फख्र के साथ मुसलमानों के साथ हैं. हमारी तो मैगजीन में टीवी पर अपराधियों की पार्टी है ही. जहां देखिए वहां पर मुलायम सिंह के अपराधी हैं लाल सेना के अपराधी हैं हम तो हैं ही अपराधी.'
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'यह इंसान सफेद कपड़ा पहन के पार्लियामेंट में भाषण दे रहा है यह अखिलेश यादव का अब्बू है. जो खुले आम भाषण दे रहा है मैं हिंदुओं का दुश्मन हूं मुसलमान का गुलाम हूं मैं गुंडा हूं मेरी पार्टी में सब गुंडे हैं मैं अपराधी हूं और अपराधियों के साथ रहता हूं मैं.'
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'टीपू के अब्बू को सुनिए और इसके बाद भी अगर कोई यादव सिर्फ अपनी जाती के नाम पर इन्हें वोट देते हैं तो वो जान लें कि वे अपने साथ साथ समस्त सनातन की कब्र खोद रहे हैं. अखिलेश के अब्बा ने ही कहा था हम तो हैं ही अपराधी, हिन्दुओं के विरोधी.'
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो क्रॉप्ड है
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया. हमें यूट्यूब चैनल Digital Sansad - Parliament of India पर मुलायम सिंह यादव की लोकसभा में 27 मार्च 1998 में दी गई पूरी स्पीच मिली. चैनल पर 1 मई 2023 को शेयर किए गए इस वीडियो का टाइटल है, 'Shri Mulayam Singh Yadav on 27.03.1998 - Discussion on Confidence Motion' है.
हमने इस पूरी स्पीच को सुना तो पाया कि वायरल वीडियो को क्रॉप्ड किया गया है और अधूरे भाषण को ही गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.
यह मूल वीडियो 27 मार्च 1998 का लोकसभा की कार्यवाही के दौरान का है. तब मुलायम सिंह यादव विपक्ष में थे और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से लाए गए विश्वास प्रस्ताव पर बोल रहे थे.
यूपी सरकार के नकल विरोधी कानून पर साध रहे थे निशाना
अपने भाषण के दौरान मुलायम ने उत्तर प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार के नकल विरोधी कानून का विरोध करते हुए इसे काला कानून कहा था. उन्होंने कहा कि वह नकल के पक्षधर नहीं है लेकिन इस कानून का विरोध करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया था कि इस कानून के तहत 15-16 साल के छात्र-छात्राओं को जेल भेजा रहा है.
इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी पर लोकसभा में अपराधियों को टिकट देने का आरोप लगाया. इस पर बीजेपी नेता वीरेंद्र सिंह ने मुलायम को टोकते हुए फूलन देवी को उनके खिलाफ टिकट देने पर सवाल किया.
इसी के जवाब में मुलायम ने बीजेपी और मीडिया द्वारा उनकी पार्टी पर हिंदुओं की दुश्मन, मुसलमानों और अपराधियों की पार्टी होने के आरोपों का खंडन किया.
संसद की वेबसाइट पर भाषण के अंश
मूल वीडियो में 27 मिनट 56 सेकंड के टाइम फ्रेम से मुलायम सिंह यादव कहते हैं, "हम तो हिंदुओं के दुश्मन हैं मुसलमानों के हैं और फख्र के साथ मुसलमानों के साथ हैं. हमारी तो मैगजीन में टीवी पर अपराधियों की पार्टी है ही. जहां देखिए वहां पर मुलायम सिंह के अपराधी हैं लाल सेना के अपराधी हैं हम तो हैं ही अपराधी."
इसके बाद अध्यक्ष को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव कहते हैं, "इसलिए हम अपराधी नहीं हैं, आप लोग तो हमें अपराधी कहते ही रहे. हमारे दलों पर सब पर भ्रष्टाचारी और अपराधी होने के आरोप लगाए गए. हम पर तो आरोप लगाते ही रहे आप, पर हम स्वच्छ साबित हो गए."
इसके आगे मुलायम यह भी कहते हैं, "हमने कहा कि हम किसी अपराधी को टिकट नहीं देंगे और हमने किसी को टिकट नहीं दिया."
27 मार्च 1998 को लोकसभा कार्यवाही के दौरान की इस बहस के टेक्स्ट को संसद की वेबसाइट (हिंदी, अंग्रेजी) पर भी पढ़ा जा सकता है.