सोशल मीडिया पर प्लास्टिक बैग में लिपटी एक युवती के शव की तस्वीर वायरल हो रही है. वायरल तस्वीर को उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में ज़ारी हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. तस्वीर के साथ यह दावा किया जा रहा है कि कूकी समुदाय के लोगों ने चूराचंदपुर जिले के हॉस्पिटल में काम करने वाली एक मैतेई समुदाय की युवती के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी.
हालांकि बूम ने जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 2022 के नवंबर महीने में दिल्ली के बदरपुर में हुए आयुषी यादव हत्याकांड की है. आयुषी के प्रेम विवाह करने की वजह से गुस्सा होकर उसके पिता नितेश यादव ने उसकी गोलीमार कर हत्या कर दी थी.
बीते तीन मई को मणिपुर हाईकोर्ट के उस आदेश के बाद से राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़की हुई है, जिसमें सरकार को गैर जनजाति मैतेई समुदाय को जनजाति में शामिल करने का आदेश दिया गया है. इस आदेश का राज्य के नगा और कूकी जनजाति विरोध कर रहे हैं. कई जगहों पर यह विरोध जातीय हिंसा में तब्दील हो चुका है. इस हिंसा में अब तक क़रीब 54 लोगों की मौत हो चुकी है और क़रीब 9000 लोग विस्थापित हुए हैं. हिंसा को क़ाबू करने के लिए राज्य सरकर ने उपद्रव मचाने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दे दिया है.
वायरल तस्वीर को सोशल मीडिया पर अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है. कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, “कूकी लोगों ने चूराचंदपुर के एक अस्पताल में नर्स के रूप में काम करने वाली एक मैतेई महिला का रेप कर उसकी हत्या कर दी. ये सभी भयानक घटनाएं अस्पताल के अंदर भी हो रही थीं”.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पिछले साल नवंबर महीने में वायरल तस्वीर की पड़ताल की थी, तब इस तस्वीर को लव जिहाद के दावों से शेयर किया जा रहा था.
हमें जांच में 21 नवंबर 2022 को आजतक की वेबसाइट पर रिपोर्ट में इससे जुड़ी तस्वीर मिली थी. रिपोर्ट के अनुसार, 18 नवंबर 2022 को मथुरा पुलिस को लाल रंग के एक ट्राली बैग में एक युवती का शव मिला था. युवती की पहचान दिल्ली के बदरपुर इलाके की रहने वाली आयुषी पुत्री नितेश यादव के रूप में हुई थी.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि पिता नितेश यादव ने ही अपनी बेटी की हत्या की थी और इसका कबूलनाम पुलिस के सामने किया था. नितेश यादव ने अपनी बेटी की गोली मार कर हत्या करने के बाद उसकी लाश को मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे ज़ाकर फ़ेंक दिया था.
जांच में हमें अमर उजाला की रिपोर्ट में इस घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी मिली थी. अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, आयुषी ने हत्या से करीब एक वर्ष पहले छत्रपाल गुर्जर नाम के अपने प्रेमी से शादी कर ली थी. इसी को लेकर उसके घर में अक्सर विवाद होता था. हत्या के दिन भी इसी बात पर आयुषी का अपनी मां ब्रजबाला से झगड़ा हुआ था. झगड़े के बाद उसकी मां ने इसकी सूचना उसके पिता को दी. पिता नितेश यादव ने पहले तो अपनी बेटी को समझाने की कोशिश की लेकिन बाद में गुस्से में आकर उसने अपने रिवाल्वर से 17 नवंबर को आयुषी की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
हत्या के बाद नितेश यादव और उसकी पत्नी ब्रजबाला ने आयुषी के शव को मथुरा के कृषि अनुसंधान केंद्र राया के पास ले जाकर फेंक दिया था. हालांकि बाद में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की मदद से लाश की शिनाख्त और आरोपी की पहचान कर ली.
हमने जांच में मथुरा के सिटी एसपी मार्तंड प्रकाश सिंह से भी संपर्क किया था, तो उन्होंने बताया था कि दूसरी जाति के युवक से प्रेम संबंध रखने से गुस्सा होकर नितेश ने अपनी बेटी आयुषी की हत्या कर दी थी और उसके शव को पत्नी ब्रजबाला के साथ मिलकर मथुरा में फेंक दिया था.