मणिपुर के कुकी समुदाय द्वारा कथित नार्कोटेररिज्म के ख़िलाफ़ कार्यक्रम में भाग लेने वाली एक महिला का वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके हिंदुत्व संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा समर्थित एक कार्यक्रम में भाग लेती हुई दिखाई दे रही हैं.
बूम ने पाया कि वीडियो में नज़र आ रही महिला एक दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना की सदस्या शबनम जैन कुंद्रा है. हमने कार्यक्रम के आयोजक सोहन गिरी से भी बात की जिन्होंने पुष्टि की कि मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके कार्यक्रम में मौजूद नहीं थीं.
मणिपुर इस साल मई से बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी समुदाय के बीच जातीय झड़पों से जूझ रहा है. हिंसक झड़पों में अब तक 180 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं. राज्य में दो सप्ताह की शांति के बाद, उखरूल में ताजा हिंसा में तीन आदिवासी लोगों के मारे जाने की खबर फैलनी शुरू हो गई है. इस बीच, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कथित तौर पर उत्तर-पूर्वी राज्य में स्वतंत्रता दिवस परेड में हथियारों के प्रदर्शन पर चुराचांदपुर के उपायुक्त को जांच के आदेश दिए हैं.
वीडियो को शेयर करते हुए कहा जा रहा है, "मणिपुर की राज्यपाल आरएसएस प्रायोजित बैठक में भाग लेकर अल्पसंख्यक कुकी के ख़िलाफ़ नफ़रत क्यों फैला रहीं हैं?"
एक अन्य एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूज़र ने वीडियो को पोस्ट करते हुए कहा, "राहुल गांधी ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा-आरएसएस की विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया. मणिपुर की राज्यपाल अल्पसंख्यक कुकियों के ख़िलाफ़ नफ़रत फ़ैलाने वाले आरएसएस द्वारा प्रायोजित बैठक में भाग ले रही हैं."
वीडियो को इस कैप्शन के साथ भी ट्वीट किया गया, 'मणिपुर के राज्यपाल आरएसएस प्रायोजित बैठक में भाग लेकर अल्पसंख्यक कुकी के ख़िलाफ़ नफ़रत क्यों फैला रहे हैं?'
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च किया तो 10 अगस्त, 2023 को एक्स प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया एक अन्य वीडियो मिला.
कार्यक्रम के बैनर पर हिंदू सेना, भारत रक्षा मंच, राष्ट्रहित सर्वोपरी संगठन समेत कई हिंदुत्व समर्थक संगठनों का नाम देखा जा सकता है. बूम ने इससे मदद लेते हुए राष्ट्रीय मंत्री और भारत रक्षा मंच के उत्तर भारत प्रमुख शशांक चोपड़ा से संपर्क किया, जिन्होंने मंच पर मौजूद महिला की पहचान शबनम जैन कुंद्रा के रूप में की.
चोपड़ा ने कहा, "मैं 8 अगस्त को हुए कार्यक्रम में मौजूद था. वीडियो में जिस महिला को देखा जा सकता है, वह हिंदू सेना की राष्ट्रीय कार्यक्रम समन्वयक शबनम जैन कुंद्रा हैं."
फिर बूम ने सोहन गिरी से संपर्क किया जिन्होंने कार्यक्रम का आयोजन किया था. गिरि ने बूम को बताया, "मैंने राष्ट्रहित सर्वोपरी संगठन की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया था. यह कार्यक्रम दिल्ली के साकेत में सैनिक फर्म में आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में मणिपुर की राज्यपाल मौजूद नहीं थीं. यह दावा भी सही नहीं हैं कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रायोजित था. न तो RSS ने इस कार्यक्रम को फण्ड दिया, न ही हमने कार्यक्रम में मौजूद बैनर पर उनके नाम का उल्लेख किया.''
गिरि द्वारा शेयर की गई आयोजन की तस्वीरें नीचे हैं.
इसके अलावा, मणिपुर पुलिस ने भी 19 अगस्त को वायरल दावे का खंडन करते हुए पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा, "मंच पर बैठी हुई महिला मणिपुर की राज्यपाल नहीं हैं, जैसा कि पोस्ट में दावा किया गया है. 1. साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की जाएगी. 2. ट्विटर से पोस्ट हटाने का अनुरोध किया गया है"
मणिपुर के राजभवन ने भी एक ट्वीट में वीडियो के साथ किये जा रहे दावों को ग़लत बताया और लिखा, "उक्त ट्वीट में मणिपुर के राज्यपाल द्वारा आरएसएस की बैठक में भाग लेने के बारे में जो लिखा गया है वह पूरी तरह से ग़लत और भ्रामक है. वीडियो में दिख रही महिला राज्यपाल नहीं हैं और ना ही मणिपुर की राज्यपाल ने ऐसी किसी बैठक में भाग लिया है.”
बूम ने स्पष्टीकरण के लिए शबनम जैन कुंद्रा से भी संपर्क किया है.जवाब आने पर लेख को अपडेट कर दिया जाएगा.
कोच्चि में बुर्क़ा पहनकर लेडीज टॉयलेट में वीडियो बनाने वाला व्यक्ति मुस्लिम नहीं है