सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति धारधार हथिया से अपनी हाथ की उंगली काटते हुए नज़र आ रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु में एक व्यक्ति ने अपनी हाथ की उंगली काट ली क्योंकि उसे कांग्रेस को वोट देने का पछतावा था. आगे कहा जा रहा है कि इस व्यक्ति का मानना है कि उसने मोदी को वोट न देकर बहुत बड़ी गलती की.
वीडियो में व्यक्ति मराठी भाषा बोलते हुए घटना को अंजाम देता है. सोशल मीडिया यूज़र्स वायरल दावे को सच मानते हुए शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. यह घटना तमिलनाडु की नहीं बल्कि महाराष्ट्र के सतारा ज़िले की है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "तमिलनाडु में एक शख्स ने अपनी उंगली इस लिए काट दी की उसने इसी उंगली से कांग्रेस को वोट दिया था, और कांग्रेस सरकार से इंसाफ न मिलने से परेशान था। वह कह रहा है मोदी सरकार को वोट न देकर बहुत बड़ी गलती की."
फ़ेसबुक पर वीडियो को तमिलनाडु और कांग्रेस से जोड़ते हुए अनेक यूज़र्स ने शेयर किया है. यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो के साथ किये जा रहे दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च किया तो खुद की उंगली काटने को लेकर कई न्यूज़ रिपोर्ट्स सामने आयीं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की 18 अगस्त 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक़, महाराष्ट्र के सतारा ज़िले में 43 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपने भाई और भाभी को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपियों पर पुलिस कार्यवाही से नाराज़ होकर अपने हाथ की उंगली काट ली.
रिपोर्ट में आगे उंगली काटने वाले व्यक्ति का नाम धनंजय नानावरे बताया गया है और व्यक्ति के हवाले से कहा गया कि, 'अगर राज्य सरकार ने कार्रवाई नहीं की, तो वह हर हफ़्ते शरीर का एक अंग काटेंगे'.
द फ्री प्रेस जर्नल की 19 अगस्त 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, एक चौंकाने वाली घटना में धनंजय नानावरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भेंट स्वरूप अपने हाथ की उंगली काट दी. उन्होंने अपने भाई नंदकुमार नानावरे और उनकी पत्नी उज्ज्वला नानावरे के आत्महत्या के मामले में पुलिस की निष्क्रियता के कारण यह कदम उठाया. नंदकुमार और उज्जवला दोनों ने कथित दबाव के कारण 1 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि नंदकुमार नानावरे भारतीय जनता पार्टी के विधायक पप्पू कालानी के निजी सहायक थे और उन्होंने पूर्व में शिवसेना के विधायक बालाजी किनिकर के लिए भी काम किया था.
रिपोर्ट में ठाणे के पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच ) शिवताज पाटिल के हवाले से कहा गया, "हम मामले की जांच कर रहे हैं और जांच के दौरान हमें मृतक द्वारा सुसाइड नोट में उल्लिखित चार नाम मिले. हमने उन्हें हिरासत में लिया है और वर्तमान में उनसे पूछताछ कर रहे हैं."
इस घटना को लेकर हिंदुस्तान टाइम्स के रिपोर्ट के अनुसार, "वीडियो में धनंजय ने कहा है कि अपने परिवार के साथ हुए अन्याय का विरोध करने के लिए उन्होंने 'मोदी सरकार को उपहार में अपनी उंगली काट कर दे दी - यह वही उंगली है जिसका इस्तेमाल मैंने इस सरकार को वोट देने के लिए किया था.' उन्होंने बताया कि भाई-भाभी की मौत के लगभग 20 दिन बाद भी कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई और पूरा परिवार डर में जी रहा है. आगे धनंजय ने कहा, ''सरकार में फड़णवीस और शंभुराजे देसाई के होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है, ऐसा कैसे संभव है."
रिपोर्ट में धनंजय के हवाले से कहा गया है कि अगर मेरे भाई को न्याय नहीं मिला, तो मैं न्याय के लिए एक-एक कर अपने शरीर के अंग काट लूंगा.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि आत्महत्या से पहले वीडियो बनाते हुए दंपति ने कहा कि उन्हें कुछ लोगों द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है. आत्महत्या के बाद मिले सुसाइड नोट में 8 लोगों के नाम मिले हैं. पुलिस ने इनपर मुक़दमा दर्ज किया है. हालांकि उत्पीड़न का कारण अभी भी पुलिस के लिए स्पष्ट नहीं है.
आत्महत्या का कारण बताते हुए धनंजय ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि “मेरे भाई ने आत्महत्या से एक दिन पहले एक व्यक्ति को 10 लाख रुपये नकद दिए थे. मुझे इसके बारे में उसके बैंक खाते को जांचते समय पता चला. पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए, क्योंकि इसका मतलब है कि आरोपी उसे पैसे के लिए भी परेशान कर रहे थे.”
उपरोक्त पड़ताल से स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र के सतारा ज़िले का है. इसका तमिलनाडु और कांग्रेस से कोई सम्बन्ध नहीं है.
बेंगलुरु में सड़क पर अंतरिक्ष यात्री पर बनकर चल रहे शख्स का वीडियो कानपुर के दावे से वायरल