पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बंगाली भाषा में एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल है. इसको लेकर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि उन्होंने कोलकाता रेप-मर्डर केस पर संवेदनहीन और निंदनीय बयान दिया है.
वायरल वीडियो में अंग्रेजी टेक्स्ट भी शामिल है, जिसका हिंदी अनुवाद है - 'वह कभी वापस नहीं लौटेगी. अगर आप विरोध करना चाहते हैं तो कर सकते हैं. हम पहले ही परिवार को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये दे रहे हैं. भारत की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री जिसने महिला डॉक्टर की मौत का रेट तय कर दिया है- 10 लाख रुपये.'
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा भ्रामक है. मूल वीडियो के एक हिस्से को क्रॉप कर एडिट किया गया है, जिसे गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है.
गौरतलब है कि 9 अगस्त 2024 को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में पूरे देश में आक्रोश है. घटना के विरोध में लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. मामले में आरोपी संजय रॉय को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
एक फेसबुक यूजर ने ममता बनर्जी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'वह तो मर चुकी है, अब वह कभी वापस नहीं आयेगी, अब आप लोग क्यों प्रदर्शन कर रहे हो. मैंने उसके परिवार को पहले ही 10 लाख रुपये दे दिए हैं, आपको प्रदर्शन करना है तो करते रहो. बलात्कार और हत्या पर इससे बड़ा बेशर्मी वाला बयान मैंने आज तक नहीं देखा.'
एक्स पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.
वह तो मर चुकी है, अब वह कभी वापस नहीं आयेगी....अब आप लोग क्यों प्रदर्शन कर रहे हो..l😳🤬😠
— Arun Yadav (@ArunKosli) August 22, 2024
मैंने उसके परिवार को, पहले ही 10 लाख रुपए दे दिए हैं, आपको प्रदर्शन करना है तो करते रहो
😡😡
बलात्कार और हत्या पर इससे बड़ा बेशर्मी वाला बयान मैंने आज तक नहीं देखा...🥱🥱 pic.twitter.com/zfQpeQ8qK9
दावे की सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन (+917700906588) पर भी हमें यह वीडियो प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो का स्पीच-टु-टेक्स्ट ट्रांसक्रिप्शन किया. वायरल वीडियो में बंगाली भाषा में दिए ममता बनर्जी के बयान का हिंदी अनुवाद है, "वह लड़की तो वापस नहीं आएगी, लेकिन अगर आप उसके नाम पर कुछ करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं. जितने भी पैसों की जरूरत होगी, मैं दूंगी. हम लोग परिवार को 10 लाख रुपये दे सकते हैं."
इसके बाद हमने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए इसके कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ममता बनर्जी के फेसबुक पेज 14 अगस्त 2024 का एक लाइव वीडियो मिला. वीडियो पोस्ट के कैप्शन में बताया गया कि कोलकाता के बेहाला में मध्यरात्रि स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया. (बांग्ला से हिंदी अनुवाद)
इस मूल वीडियो में ममता बनर्जी बंगाली भाषा में लोगों को संबोधित कर रही हैं. इस दौरान उन्होंने महिला डॉक्टर की मां से हुई बातचीत के बारे में बताया. वीडियो में 29 मिनट 44 सेकंड से 30 मिनट 48 सेकंड के बीच वह कहती हैं, (बंगाली से हिंदी अनुवाद)
"मैंने (पीड़िता की मां से) यह भी कहा है देखिए यह हमारा कर्तव्य है. वह लड़की तो वापस नहीं आएगी, लेकिन अगर आप उसके नाम पर कुछ करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं. जितने भी पैसों की जरूरत होगी, मैं दूंगी. मुआवजे के बारे में जो लोग बात कर रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि मैंने ये बोल दिया है. हां हम लोग तो परिवार को 10 लाख रुपये दे ही सकते हैं. लेकिन लड़की की मां ने जो मुझसे कहा है, मैं इसे साफ-साफ बता रही हूं. पहले हमारी बेटी को न्याय मिले, फिर मैं आपको बताऊंगी. उन्होंने जो मुझसे ये कहा है, मैं बस वही कोट रही हूं."
ममता आगे कहती हैं, "इसके अलावा मैंने उन लोगों से कहा है कि मुझे उन लोगों के नाम बताइए जिन पर आपको शक है, जो भी जानकारी आपके पास है वह मुझे बताइये और मुझे रविवार तक का समय दीजिए. घटना का मुख्य आरोपी तो गिरफ्तार किया जा चुका है, अगर और लोग भी शामिल हैं तो हम उन्हें भी बुलाएंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे."
हमने पाया कि वायरल वीडियो ममता बनर्जी के इसी बयान को क्रॉप कर एडिट किया गया है.
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी के बयान को कई बंगाली मीडिया आउटलेट पर कवर किया गया है.
आजतक बांग्ला की 14 अगस्त 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, ममता बनर्जी कोलकाता के बेहाला में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 'Freedom at Midnight' समारोह में शामिल हुईं. रिपोर्ट में ममता बनर्जी के हवाले से लिखा गया, "आरजी कर की घटना पर माकपा और भाजपा राजनीति कर रही है."
ईटीवी बांग्ला की 14 अगस्त 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, ममता ने अपने संबोधन में कहा कि घटना वाले दिन वह झारग्राम से लौट रही थीं. इसी दौरान उन्होंने पीड़िता के परिजनों से बात की थी.
रिपोर्ट में ममता बनर्जी के वायरल वीडियो वाले बयान का जिक्र करते हुए लिखा गया, "मैंने कहा, आपके प्रति हमारा कर्तव्य है. अगर आप लड़की के नाम पर कुछ करना चाहते हैं, तो जो भी पैसे की जरूरत होगी हम देंगे. हम परिवार को 10 लाख रुपये दे सकते हैं. लेकिन जैसा कि उनकी मां ने कहा पहले लड़की के लिए न्याय हो जाए फिर इसे देखती हूं."
इंडियन एक्सप्रेस की 16 अगस्त 2024 की रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये देने की पेशकश की गई थी, लेकिन मृतका के पिता ने इससे इनकार करते हुए कहा, "अगर मैं अपनी बेटी की मौत के लिए पैसे लेता हूं, तो इससे उसे दुख होगा. हमें न्याय चाहिए."
(श्रीजीत दास से मिले इनपुट के साथ)