सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति द्वारा एक महिला को साड़ी पहनाने का वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि "इसमें दिख रहा रहा व्यक्ति मुस्लिम है और उसका नाम रफ़ीक है, जो हिंदू महिला को उसकी शादी में साड़ी पहना रहा है".
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. वीडियो में दिख रहे शख्स ‘मलेशियन साड़ी मैन’ के नाम से मशहूर जोसफ राकेश हैं. राजेश के अनुसार, यह वीडियो साल 2018 में मलेशिया में हुए एक फैशन शो का है जहां उन्होंने 1 घंटे 50 मिनट में 22 महिलाओं को कांजीवरम साड़ी पहनाई थी.
वायरल वीडियो 1 मिनट 37 सेकेंड का है. वीडियो में चश्मा पहने हुए एक शख्स को एक महिला को कांजीवरम साड़ी पहनाते हुए देखा जा सकता है.
वीडियो को फ़ेसबुक पर एक ख़ास कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “अभी तक शादी विवाह में मुस्लिम पगड़ी बांधनेवाले को बुलाते थे लेकिन अब हिंदू महिलाओं को उनकी शादियों में रफीक नाम के मुस्लिम लड़के ने साड़ी पहनाने का बिजनेस शुरू कर दिया है. हिंदुओ कितना नीचे गिरोगे”.
वायरल वीडियो वाले अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले उक्त वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो हमने पाया कि जब वहां मौजूद एक अन्य महिला साड़ी बांधने की कला से ख़ुश होकर उस शख्स की हौसलाअफ़जाई करती है वह शख्स खुद को ‘मलेशियन साड़ी मैन’ बताता है. साथ ही महिला उस व्यक्ति को ‘राकेश’ नाम से भी पुकारती है.
इसलिए हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें यह वीडियो ViVi TV नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे 13 जुलाई 2019 को अपलोड किया गया था. इस वीडियो को अब तक करीब 58 लाख से ज्यादा बार देखा गया है है. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में साड़ी बांधने वाले शख्स का नाम जोसेफ़ जेरी बताया गया था.
साथ ही हमें जोसेफ़ जेरी का एक अन्य वीडियो भी दूसरे यूट्यूब अकाउंट पर मिला, जिसमें उन्हें एक और महिला को साड़ी पहनाते हुए देखा जा सकता हैं. इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में भी उसे जोसेफ़ जेरी ही बताया गया था.
इसलिए हमने जोसेफ़ जेरी के सोशल मीडिया अकाउंट को ख़ोजना शुरू किया तो हमें उनका फ़ेसबुक अकाउंट मिला. हमें उनके फ़ेसबुक अकाउंट पर कई तस्वीरें मिली, जिसमें वे महिलाओं को साड़ी पहनाते हुए दिख रहे हैं.
इसी दौरान हमें उनके फ़ेसबुक अकाउंट से 5 और 6 मई 2019 को अपलोड की गई कुछ तस्वीरें मिली. इन तस्वीरों में वायरल वीडियो में दिख रही महिला को देखा जा सकता है. 5 मई 2019 को किए गाये पोस्ट में जोसेफ़ में बताया था कि इन सभी मॉडल्स को उन्होंने ही साड़ी पहनाई है.
जांच के दौरान हमने जोसेफ़ से भी संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि “मेरा वास्तविक नाम जोसेफ़ राकेश है और मैं मलेशिया में रहता हूं. मैं एक साड़ी ड्रैपिंग स्पेशलिस्ट हूं. यह वीडियो साल 2018 में क्वालालंपुर में आयोजित हुए एक फैशन शो का है, जहां मैंने 1 घंटे 50 मिनट में 22 महिलाओं को कांजीवरम साड़ी पहनाई थी”.
इस दौरान उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए यह भी बताया है कि वह कैथोलिक ईसाई हैं, उनके पिता हिंदू है एवं उनकी मां ईसाई हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं लेकिन उनकी पूरी परवरिश मलेशिया में ही हुई है.