फैक्ट चेक

जूस में पेशाब मिलाती मेड का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल

बूम ने पाया कि समाजवादी पार्टी के एक नेता को मुस्लिम मेड द्वारा जूस में पेशाब मिलाकर देने का दावा गलत है. वायरल वीडियो कुवैत की एक पुरानी घटना का है.

By -  Nidhi Jacob |

25 Jan 2025 6:17 PM IST

Maid Mixing Urine In Juice Viral old vide

घर पर काम करने वाली एक मेड के जूस में पेशाब मिलाने का कुवैत का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल है.

बूम ने पाया कि यह घटना अप्रैल 2016 की है, जब कुवैत के एक परिवार ने अपने घर में काम करने वाली मेड को जूस में पेशाब मिलाते हुए पकड़ा था.  

फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘घर की नौकरानी फरीदा खातून को कैमरे में कैद किया गया जब वह हिंदू घर के मालिक को जूस परोसने से पहले अपना पेशाब मिला रही थी. घर का मालिक समाजवादी पार्टी का नेता है. विश्वास करो, तुम उनके लिए सिर्फ काफिर हो इसलिए अपनी नौकरानी, नौकर, कर्मचारी और सहायक को सावधानी से चुने.’


(आर्काइव लिंक)

एक्स पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.



 


(आर्काइव लिंक)

फैक्ट चेक

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया तो पाया कि यह घटना 2016 में कुवैत में हुई थी.

हमें सऊदी अरब के एक मीडिया आउटलेट Akhbaar24 की वेबसाइट पर 26 अप्रैल 2016 को प्रकाशित एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत में घर में काम करने वाली मेड को अपने मालिक के जूस में पेशाब मिलाते हुए पकड़ा गया था.

रिपोर्ट में बताया गया है कि एक अन्य मेड ने रसोई में उसकी मदद की और उसके जाने के बाद आरोपी मेड ने एक गिलास में पेशाब करके उसे जूस में मिला दिया. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह वीडियो Al-Shahed चैनल के Diwan Al-Mulla प्रोग्राम में दिखाया गया था.

यह वीडियो 'Derwaza Kuwait' नाम के एक यूट्यूब चैनल पर भी 24 अप्रैल 2016 को शेयर किया गया था.

Arabi21 की 2016 की एक अन्य न्यूज रिपोर्ट में बताया गया कि यह घटना कुवैत में हुई थी. Oneindia News की 28 अप्रैल 2016 की न्यूज रिपोर्ट में बताया गया है कि कुवैत के एक घर में एक मेड द्वारा परिवार के लिए नाश्ता तैयार करते समय संतरे के जूस में अपना पेशाब मिलाते हुए का यह वीडियो रिकॉर्ड किया गया था. 

और अधिक सर्च करने पर हमें पता चला कि इस घटना को कई अंग्रेजी न्यूज आउटलेट जैसे- टेलीग्राफी, जी न्यूज और कश्मीर ऑब्जर्वर ने भी कवर किया था. इन रिपोर्ट में बताया गया कि परिवार को लंबे समय से शक था कि मेड उनके पेय पदार्थों में कुछ मिलाती है, जिसके बाद उन्होंने रसोई में कैमरे लगाने का फैसला किया था. 

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