सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों का एक सेट वायरल है. इसमें एसिड अटैक से पहले और बाद में एक युवती की तस्वीर दिखाई गयी है. इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह “लव जिहाद” की शिकार हुई युवती है.
हालांकि, बूम की जांच में दावा फ़र्ज़ी निकला. यह तस्वीर साल 2017 की एक घटना की है, जब पूर्वी लंदन के बेक्टन में एक 21 वर्षीय मुस्लिम लड़की रेशम खान पर जॉन टोमलिन नाम के व्यक्ति ने एसिड से अटैक किया था.
ट्विटर और फ़ेसबुक पर तस्वीर को “लव जिहाद” का रंग देते हुए एक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, “इनका अब्दुल भी ऐसा वैसा नहीं था..पेंटर था,,, क्या पेंटिंग की है,, बधाइयां बेशुमार.”
"अब्दुल" नाम का उपयोग हिंदू दक्षिणपंथियों द्वारा मुस्लिम पुरुषों और "लव जिहाद" के लिए विचारोत्तेजक भाषा और दुर्भावनापूर्ण के रूप में किया जाता है.
ट्वीट यहां और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पोस्ट यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां देखें.
पुलिस हिरासत में मुस्कुराती दिख रहीं महिला पहलवानों की यह तस्वीर एडिटेड है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च पर खोजा तो हमारे सामने कई मीडिया रिपोर्ट्स आयीं, जिनमें इस तस्वीर का संबंध लंदन की साल 2017 की एक घटना से बताया गया है.
29 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित ‘द सन’ की रिपोर्ट में युवती की पहचान 21 वर्षीय मॉडल रेशम खान के रूप में की गयी है. पूर्वी लंदन के बेक्टन में एक अनजान युवक ने रेशम खान पर एसिड से हमला उस समय किया जब वो अपने कजिन के साथ कार के अंदर बैठी थीं. यह घटना रेशन खान के जन्मदिन पर हुई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक़, जून में हुए हमले ने मॉडल रेशम खान को "असहनीय दर्द" में छोड़ दिया, लेकिन उन्होंने बहादुरी से एक बार फिर सोशल मीडिया पर अपनी रिकवरी की तस्वीरें शेयर की.
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, एस्पायरिंग मॉडल रेशम खान और उसके 37 वर्षीय चचेरे भाई जमील मुख्तार को 21 जून को पूर्वी लंदन के बेकटन में उनकी कार की खिड़की के माध्यम से एक व्यक्ति ने कष्टकारी द्रव्य पदार्थ डाल दिया, जिससे दोनों झुलस गए.
रिपोर्ट में रेशम खान द्वारा रिकवरी के बाद डाली गयी तस्वीर का ज़िक्र किया गया है और “साहसी” और “एक प्रेरणा” के रूप उनकी प्रशंसा की गयी है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस और अमर उजाला ने भी इस घटना पर साल 2017 में रिपोर्ट प्रकाशित की थी.
10 जुलाई 2017 को प्रकाशित ‘मेट्रो’ की रिपोर्ट में आरोपी युवक की पहचान 24 वर्षीय जॉन टोमलिन के रूप में की गयी है.
रिपोर्ट में स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस के हवाले से बताया गया है कि 24 वर्षीय आरोपी ने 9 जुलाई को एक पुलिस स्टेशन में खुद को सौंप दिया और उसे हिरासत में रखा गया है.
द गार्डियन की रिपोर्ट में बताया गया है कि गिरफ़्तारी के बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने शुक्रवार को जॉन टोमलिन की ताज़ा सीसीटीवी फुटेज को जारी किया. पुलिस ने शुरू में अपराध के लिए धार्मिक या नस्लीय मकसद से इनकार किया था, लेकिन जून के अंत में नए सबूत सामने आने पर हमले को घृणा अपराध (हेट क्राइम) के रूप में वर्गीकृत किया.
20 अप्रैल 2018 की बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, रेशम खान और उनके कजिन मुख़्तार पर एसिड से हमला करने अपराध में जॉन टोमलिन को 16 साल की सज़ा सुनाई गयी है.
मेनचेस्टर मेट्रोपोलिटन यूनिवर्सिटी की छात्रा और एस्पायरिंग मॉडल रेशम खान को साल 2017 की बीबीसी 100 प्रभावशाली और प्रेरक महिलाओं की लिस्ट में जगह दी गयी थी.
हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीरें साल 2017 में एसिड अटैक का शिकार हुईं रेशम खान की हैं, और इनका कथित 'लव जिहाद' जैसे किसी भी मामले से नहीं है.
विराट कोहली से माफ़ी मांगने को लेकर नवीन उल हक़ का फ़र्ज़ी बयान वायरल