सोशल मीडिया पर बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह रोते नजर आ रहे हैं. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती देने के बाद पप्पू यादव की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. सांसद पप्पू यादव का वायरल वीडियो साल 2018 का है जब वह पटना से मधुबनी जाने के दौरान मुजफ्फरपुर में उनके ऊपर हुए जानलेवा हमले के बारे में मीडिया को बता रहे थे.
वायरल वीडियो में पप्पू यादव को बोलते हुए सुना जा सकता है, "हम जा रहे थे. जिस तरह से मारा हम बता नहीं सकते हैं." इसके बाद पप्पू यादव फूट-फूटकर रोने लगते हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर कर एक वेरिफाइड यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, 'पप्पू यादव आज शाम में लॉरेंस बिश्नोई को मारने के लिए बोले थे, पता ना किसी ने रास्ते में मारा अब रो रहे हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए था पप्पू यादव जी के साथ बहुत दुखद है.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: पप्पू यादव का वायरल वीडियो पुराना है
सोशल मीडिया पर सांसद पप्पू यादव के रोने का एक वीडियो हाल-फिलहाल का बताकर वायरल है. बूम की जांच में वीडियो 2018 का पाया गया.
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यूट्यूब चैनल Live Cities Media Private Limited पर 6 सितंबर 2018 को अपलोड किया गया वायरल वीडियो का मूल वीडियो मिला.
इस वीडियो का कैप्शन था, 'Muzaffarpur में बाल-बाल बचे MP Pappu Yadav, सुरक्षा में तैनात Y Security Guards ने बचाई जान.'
इस वीडियो में 40 सेकंड के टाइमफ्रेम पर पप्पू यादव को कहते हुए सुना जा सकता है, "मेरा गार्ड नहीं होता तो मार देता ये लोग. मैंने एसपी को फोन किया, नहीं उठाया. मैंने आईजी को फोन किया. सीएम को फोन किया, नहीं उठाया. सीएम के पीए ने फोन उठाया, मैंने कहा कि मेरे पर हमला हो गया है."
पप्पू यादव आगे कहते हैं, "सर ये लड़ने के लिए जा रहे थे. किस तरीके से मारा मैं बता नहीं सकता हूं." इसके बाद पप्पू यादव फूट-फूटकर रोने लगते हैं.
न्यूज वेबसाइट Aajtak.in की 6 सितंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, पप्पू यादव पटना से मधुबनी जा रहे थे, तब मुजफ्फरपुर में 'भारत बंद समर्थकों' द्वारा उनपर हमला हुआ था.
तब पप्पू यादव ने आरोप लगाया था कि हमलावर हथियार से लैस थे और अगर उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान नहीं होते तो उनकी हत्या हो जाती.
इस घटना पर न्यूज वेबसाइट Jansatta, News18Hindi, DainikBhaskar, LiveHindustan पर भी खबर देखी जा सकती है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ सवर्ण संगठनों ने 6 सितंबर 2018 को 'भारत बंद' का आह्वान किया था. इसकी दौरान पप्पू यादव पर हमला हुआ था.
पप्पू यादव ने 6 सितंबर 2018 को एक्स पर पोस्ट कर भी इस घटना की जानकारी दी थी.
लॉरेंस बिश्नोई को दी थी चेतावनी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद पप्पू यादव ने 24 घंटे में इस गैंग का सफाया करने की चुनौती दी थी.
पप्पू यादव ने एक्स पर 13 अक्टूबर को एक पोस्ट में लिखा था, 'यह देश है या हिजड़ों की फौज. एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती दे. लोगों को मार रहा है, सब मूकदर्शक बने हैं. कभी मूसेवाला, कभी करणी सेना के मुखिया अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला. कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लारेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा.'
इसी के संदर्भ में गलत दावे से पुराना वीडियो वायरल किया जा रहा है.