सोशल मीडिया पर भीड़ का एक वीडियो वायरल है जिसे किसान आंदोलन से जोड़ा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये सभी किसान है और दिल्ली पहुंचने के लिए तैयार हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पंजाबी यूट्यूबर भाना सिद्धू की गिरफ्तारी के विरोध में हुए प्रदर्शन से जुड़ा है. इसका किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी कई मांगों को लेकर किसान 13 फरवरी से धरने पर हैं. दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे किसानों को हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प की रिपोर्ट भी सामने आई. इस दौरान एक युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई.
किसानों ने दिल्ली मार्च की योजना को 29 फरवरी तक टाल दिया है. हालांकि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि किसान दिल्ली के लिए तैयार हो रहे हैं. वायरल वीडियो में एक कच्ची जगह पर काफी भीड़ इकट्ठा नजर आ रही है. इस दौरान कुछ लोग टॉवर पर भी चढ़ गए हैं.
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, 'दिल्ली तैयार हो जा तेरे मालिक आ रहे हैं, तानाशाही सरकार'
इंस्टाग्राम पर भी इस वीडियो को किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
इसी तरह एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, 'दिल्ली तैयार हो जा तेरे मालिक फिर आ रहे हैं.'
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने सबसे पहले स्क्रीनशॉट लेकर उसे गूगल लेंस की मदद से चेक किया. यहां हमें एक एक्स पोस्ट का लिंक मिला. @GillRaman66 नाम के यूजर ने पंजाबी में कैप्शन लिखा था. हमारी नजर वीडियो पर पड़ी जिसमें #support to Bhana Sidhu लिखा था. साथ ही भाना सिद्धू का पोस्टर भी लगा था.
यह वीडियो 29 जनवरी को शेयर किया गया था जो वायरल क्लिप से मिलता-जुलता ही है. वायरल वीडियो की तरह ही इसमें भी टॉवर पर चढ़े हुए लोग नजर आते हैं.
इसके बाद दूसरे स्क्रीनशॉट से गूगल रिवर्स सर्च करने पर हमें एक लिंक मिला. यह लिंक इंस्टाग्राम पोस्ट का था जिसे टीम भाना सिद्धू नाम के अकाउंट से शेयर किया गया था. यह भी वायरल वीडियो से मिलता-जुलता वीडियो है और इसमें लोकेशन कोटदुना लिखी हुई थी.
रिलेटेड कीवर्ड्स लेकर हमने गूगल पर सर्च किया तो हमें इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया कि 29 जनवरी को पंजाब के बरनाला जिले में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर भाना सिद्धू के गांव कोटदुना में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए. ये सभी भाना सिद्धू के समर्थन में इकट्ठा हुए थे. सभी सिद्धू की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे.
भाना सिद्धू को 26 जनवरी को जेल से रिहा किया जाना था लेकिन स्नैचिंग के एक मामले में उन्हें दोबारा गिरफ्तार किया गया था. इंडियन एक्सप्रेस के आर्टिकल में जिस तस्वीर का इस्तेमाल हुआ है, उसमें भी पीछे वही टॉवर नजर आ रहा है. साथ में कुछ टेंट भी दिख रहे हैं जो वायरल वीडियो में भी हैं.
गूगल पर सर्च करने पर हमें एक यूट्यूब लिंक मिला. इसे पंजाबी न्यूज कॉर्नर नाम के चैनल ने शेयर किया था. इसके कैप्शन में लिखा था, 'बलदेव सिंह सिरसा ने भाना सिद्धू को सपोर्ट किया'. बता दें कि बलदेव सिंह सिरसा पंजाब के किसान नेता हैं. इस वीडियो में भी वायरल वीडियो की तरह भारी हुजूम और वही टॉवर नजर आता है.
कौन हैं भाना सिद्धू?
भाना सिद्धू सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं. फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उनके 1 मिलियन से अधिक फॉलोवर्स हैं. वह खुद को रॉबिड हुड की तरह पेश करते हैं. भाना कथित तौर पर उन ट्रैवल एजेंट्स को वीडियो कॉल करते थे जिन्होंने विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी की. पुलिस और प्रशासन से निराश हो चुके विक्टिम सिद्धू को उम्मीद से देखने लगे थे. सिद्धू के खिलाफ 2019 से आठ अलग- अलग केस दर्ज हो चुके हैं.
इस तरह बूम की जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो में दिख रही भीड़ का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है. वीडियो पंजाबी इंफ्लुएंसर भाना सिद्धू के समर्थकों का है.