तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कॉंग्रेस नेता कन्हैया कुमार की एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है जिसमें उनके मुँह पर कालिख पुती हुई नज़र आ रही है. तस्वीर के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रचार के लिए जब वो लखनऊ गए तब उनके चेहरे पर ये स्याही पोती गई.
तस्वीर को गौर से देखने पर लगता जैसे वो काले रंग के धब्बे है और उनका आकार समान है. इससे इस तस्वीर की सत्यता पर संदेह हुआ.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा 'मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ'.
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इसके अलावा एक ट्विटर यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन लिखा 'ये कौन है? और सुना है इसकी की हालत लखनऊ में हुई है!'.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब इस तस्वीर से संबंधित कीवर्डस इंटरनेट पर सर्च किये तो इस तरह के कई तस्वीर और पोस्ट सामने आए. मतलब यह तस्वीर हाल की नहीं है और कई बार इस्तेमाल की गई है.
'देशद्रोही को हराना है' नामक एक फ़ेसबुक पेज मिला जिसकी प्रोफ़ाइल और कवर तस्वीर यही फ़ोटो है. प्रोफ़ाइल तस्वीर अपलोड करने की तारीख 1 अप्रैल 2019 लिखी है.
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आगे और सर्च करने पर बूम ने पाया कि ऋतेश गोस्वामी "रिक्कु" नामक एक व्यक्ति ने अपने ब्लॉग में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल किया है. यह ब्लॉग 11 अगस्त 2017 को लिखा गया है.
बूम ने पाया द फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट केअनुसार कन्हैया कुमार ये तस्वीर 10 अगस्त 2017 की है जब वह इंदौर के आनंद मोहन माथुर सभागृह में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे. इंटरनेट पर मौजूद इस कार्यक्रम की तस्वीर में कन्हैया वही टी-शर्ट पहने हुए हैं, जो वायरल तस्वीर में है.
न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक कन्हैया के इस कार्यक्रम का उस समय हिंद राष्ट्र संगठन नामक एक ग्रुप ने विरोध किया था. संगठन के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के आयोजकों को चेतावनी दी थी कि अगर कन्हैया वह भाषण देंगे तो उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे और उनके मुँह पर कालिख पोती जाएगी.
बूम ने 2017 में आयोजित इस कार्यक्रम की पूरी वीडियो देखी. हमने पाया कि कन्हैया कुमार को विरोध का सामना अवश्य करना पड़ा था मगर ना तो उन पर स्याही फेंकी गयी थी ना ही उनके मुँह पर कालिख पोती गयी.
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इससे यह स्पष्ट होता है कि ये वायरल तस्वीर न सिर्फ़ पुरानी है अपितु एडिटिड भी है. इस तस्वीर का हाल के उत्तर प्रदेश चुनाव से कोई संबंध नहीं है.
1 फ़रवरी को लखनऊ में कन्हैया के साथ एक अन्य घटना घटी थी जिसमे एक युवक ने उन पर कोई तरल पदार्थ फेंका था. हालाँकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने युवक को तुरंत दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया था. इस घटना का वायरल हो रही तस्वीर से कोई लेना देना है.