सुनामी आपदा का एक पुराना वीडियो, जिसमें समुद्री लहरें वाहनों और नावों को बहाते हुए ले जाते दिखाई दे रही हैं, सोशल मीडिया पर इस झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि यह जापान में नए साल पर भूकंप के बाद आई सुनामी का है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो जापान में मार्च 2011 में आई 'ग्रेट ईस्ट जापान भूकंप' आपदा का है.
ग़ौरतलब है कि नए साल 2024 के पहले दिन जापान के नोटो प्रायद्वीप में 7.6 की तीव्रता में भीषण भूकंप आया, जिसमें जनवरी 03, 2024 तक 64 लोगों की मौत हो गई है. जापान के मौसम विभाग के अनुसार वाजिमा शहर में करीब 4 फीट ऊंची (1.2 मीटर) लहरें उठीं थीं, जिसके बाद राहत और बचाव अभियान कार्य जारी है. भूकंप से प्रभावित इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे भूस्खलन की भी आशंका बढ़ गई है. इसी संदर्भ में यह पुराना वीडियो वायरल किया जा रहा है.
कई वेरिफ़ाइड एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर्स ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "जापान में 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की शुरुआती लहरें उठनी शुरू हो गई हैं ….!!"
फे़सबुक पर भी इसी दावे के साथ ये वीडियो शेयर हो रहा है.
हमें यह वीडियो सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन(+917700906588) पर भी प्राप्त हुआ.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें न्यूज़ एजेंसी Associated Press के यूट्यूब न्यूज़ चैनल पर मार्च 14, 2011 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
इस वीडियो में 0 मिनट 24 सेकण्ड से 2 मिनट 12 सेकण्ड के बीच इस वायरल वीडियो वाले हिस्से को दूसरे एंगल से देखा जा सकता है.
नीचे वायरल वीडियो और न्यूज़ एजेंसी एपी की वीडियो के दो अलग-अलग फ्रेम की तुलना की गई है.
इस वीडियो के विवरण में बताया गया कि शुक्रवार जापान के मियाको शहर में आई सुनामी का भीषण नजारा दिखा. समुद्री लहरें कारों और नावों सहित अपने रास्ते में आने वाली हर चीज़ को बहा ले गईं.
इस विवरण से संकेत लेकर गूगल पर सर्च करने पर हमें बीबीसी अरबी, एबीसी न्यूज़ और जापानी न्यूज़ चैनल एनन पर इस घटना की विस्तृत न्यूज़ रिपोर्ट मिलीं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 11, 2011 को पूर्वी जापान में 9 तीव्रता वाला भीषण भूकंप आया और इसके बाद आई सुनामी ने तोहोकू और दक्षिणी होक्काइडो के तटीय इलाकों को तबाह कर दिया, जिसमें 15 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई. जापान में आए इस भूकंप को 'ग्रेट ईस्ट जापान भूकंप' के नाम से जाना जाता है.
इसी सुनामी के वीडियो को जापान के नोटो प्रायद्वीप में नए साल 2024 के पहले दिन आए भूकंप से जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
नए साल 2024 में आए इस भूकंप को 2011 में आए 'ग्रेट ईस्ट जापान भूकंप' से जोड़कर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फ़र्जी सूचनाओं को लेकर जापान के सूचना मंत्रालय ने लोगों से भी सावधानी बरतने की बात कही है.