सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के मौके पर 22 जनवरी को इज़राइल द्वारा देश में राष्ट्रीय त्योहार घोषित कर सार्वजनिक अवकाश प्रदान करने का झूठा दावा काफ़ी वायरल हो रहा है.
बूम को अपनी जांच में आधिकारिक स्रोतों से कोई भी ऐसी विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट या अधिकारिक घोषणा नहीं मिली जो इस वायरल दावे की पुष्टि करती हो.
ग़ौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर का उद्घाटन होना है. इस अवसर पर कुछ राज्य सरकारों द्वारा एक दिन का अवकाश घोषित किया है. वहीं केंद्र सरकार ने देशभर में काम कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों को आधे दिन की छुट्टी घोषित की है. 7 अक्टूबर, 2023 को जब फिलिस्तीन के साथ पहली बार युद्ध शुरू हुआ तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इज़राइल के समर्थन में बोलने वाले पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे. जिससे यह स्पष्ट हुआ कि भारत उस समय “इज़राइल के साथ” खड़ा था. इसी सब संदर्भ से जोड़कर ये झूठा दावा वायरल हो रहा है.
फ़ेसबुक पर यूज़र ने लिखा, "22 जनवरी को इजराइल ने राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया ☺️ 🙏 जय श्री राम🙏💪 जय इजरायल 😎"
प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी यही दावा काफ़ी वायरल हो रहा है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल दावा झूठा है. इज़रायली सरकार ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश के बारे में ऐसी कोई घोषणा नहीं की है.
बूम ने गूगल पर वायरल दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ सर्च किया. हमें अंग्रेज़ी और हिब्रु में कोई भी ऐसी न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिलीं, जो 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश के इस वायरल दावे की पुष्टि करती हों.
बूम ने इज़राइल के फै़क्ट-चेकर से भी संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि उन्हें वायरल दावे से संबंधित कोई सत्यापित न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली.
इसके बाद हमने भारत में इज़राइल के राजदूत Naor Gilon के वेरिफ़ाइड एक्स अंकाउट को भी देखा. इस लेख के लिखे जाने के समय तक गिलोन के अंकाउट पर इज़राइल में 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने के सम्बंध में कोई पोस्ट नहीं है.
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