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फैक्ट चेक

वायरल वीडियो ईरान पर हमले के बाद ट्रंप विरोधी प्रदर्शन का नहीं है, जानें सच

बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है.

By -  Jagriti Trisha |

26 Jun 2025 5:35 PM IST

सोशल मीडिया पर ईरान के न्यूक्लियर ठिकाने पर हमले के बाद अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दावे से एक वीडियो वायरल है. इस वीडियो में लोग पुलिस की गाड़ियों पर पथराव करते नजर आ रहे हैं.

बूम ने जांच में पाया कि यह वीडियो अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस में जून के शुरुआत में हुए अवैध अप्रवासियों के विरोध प्रदर्शन का है.

ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष में हस्तक्षेप करते हुए 22 जून को अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया था. ट्रंप की ओर से मध्य पूर्व के दोनों देशों के बीच 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद सीजफायर की घोषणा की गई है. 

अमेरिका के ईरान के परमाणु ठिकाने पर हमले के विरोध में लॉस एंजिलिस, वाशिंगटन डीसी समेत दुनिया भर में लोग सड़कों पर उतर आए. रॉयटर्स की रिपोर्ट में प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरें देखी जा सकती हैं.

सोशल मीडिया पर क्या है वायरल? 

एक्स समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिख रहे हैं कि ईरान पर हमले के बाद ट्रंप का इतना विरोध हो रहा है, वहां की जनता पुलिस की गाड़ियों में तोड़-फोड़ मचा रही है. (आर्काइव लिंक)

पड़ताल में हमें क्या मिला:

पड़ताल के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो ईरान पर अमेरिकी हमले के पहले से इंटरनेट पर मौजूद है और इसका ईरान-अमेरिका टकराव से कोई संबंध नहीं है.

1. वीडियो ईरान पर हमले से पहले का है

हमें @caughtla नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 9 जून 2025 का शेयर किया गया मूल वीडियो मिला, यह यूजरनेम वायरल वीडियो में मेंशन था. इससे स्पष्ट था कि वीडियो ईरान पर अमेरिका के हमले से पहले का है.

हैंडल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक यह लॉस एंजिलिस बेस्ड एक जर्नलिस्ट का अकाउंट है. वीडियो के कैप्शन में बताया गया कि यह डाउनटाउन, लॉस एंजिलिस में इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट (ICE) के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन का वीडियो है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कैलिफोर्निया हाइवे पट्रोल और लॉस एंजिलिस पुलिस पर पथराव किया.

2. अवैध अप्रवासियों के प्रदर्शन का है वीडियो

संबंधित कीवर्ड सर्च की मदद से हमें लॉस एंजिलिस में हुए इस विरोध प्रदर्शन से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं. न्यूज आउटलेट  KTLA और Fox8 की रिपोर्ट में बताया गया कि 8 जून को ICE विरोधी प्रदर्शनों के दौरान आंदोलनकारियों ने एलए फ्री वे ब्रिज से कैलिफोर्निया हाइवे पट्रोल अधिकारियों और उनके वाहनों पर पत्थर फेंके.

KTLA के यूट्यूब चैनल पर 9 जून 2025 का अपलोड किया गया एक वीडियो भी देखा जा सकता है, जिसमें वायरल वीडियो वाले पुल और प्रदर्शन को अलग एंगल से दिखाया गया है.

Full View


3. क्या है पूरा मामला

अमेरिका के लॉस एंजिलिस में 6 जून को ट्रंप की निर्वासन नीति के तहत ICE ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ छापेमारी की. इसके विरोध में वहां प्रदर्शन शुरू हो गए, जो 8 जून को हिंसक झड़पों में तब्दील हो गए. इस दौरान ICE ने कई अप्रवासियों को हिरासत में लिया.

प्रदर्शन शुरू होने के बाद लॉस एंजेलिस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने करीब 2,000 नेशनल गार्ड तैनात किए. कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूजम, लॉस एंजिलिस की मेयर कैरेन बास, पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस समेत कई नेताओं ने इस तैनाती की आलोचना की है.

निष्कर्ष

हमारी जांच में साफ है कि वायरल वीडियो ट्रंप द्वारा ईरान पर किए गए हमले के विरोध प्रदर्शन का नहीं है. अवैध अप्रवासियों द्वारा किए गए प्रदर्शन के वीडियो को भ्रामक तरीके से शेयर किया जा रहा है.



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