सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग किसी दुर्घटना से घायल नज़र आ रहे एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती करते हुए दिख रहे हैं. वीडियो में कुछ लोग एक महिला को घायल व्यक्ति के सिर से बंधा हुआ कपड़ा हटाकर दिखा रहे हैं. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ग़ज़ा में लोग कैमरे पर चोट लगने और अस्तपताल में भर्ती होने का झूठा नाटक कर रहे हैं.
ग़ौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को इसराइल-हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद उग्रवादी समूह हमास के हमलों में इसराइल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, लगभग 1,200 इसराइली लोगों की मौत का अनुमान है, जोकि पहले 1400 था. वहीं ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि इसराइली सैन्य हमलों में ग़ज़ा पट्टी में अब तक 11,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी लोगों की मौत हो गई है. इसी संदर्भ से जोड़ते हुए ये दावा वायरल है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है, वीडियो को गलत अनुवादित कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है. वीडियो में दिखाये जा रहे व्यक्ति को ग़ज़ा पट्टी में स्थित खान यूनिस के नासिर मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है. वीडियो में वह अपनी मां से कह रहे हैं कि वह बिल्कुल ठीक हो जाएंगे, ताकि उनकी मां चिंतित न हों.
एक X यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "माँ, सब कुछ ठीक है, यह सिर्फ कैमरे के लिए है"
अर्काइव पोस्ट यहां से देखें.
फे़सबुक पर भी इसी दावे के साथ ये वीडियो शेयर किया जा रहा है.
फै़क्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है, वीडियो को गलत अनुवादित कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है. वीडियो में दिखाये जा रहे व्यक्ति को ग़ज़ा पट्टी में स्थित खान यूनिस के नासिर मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है. वीडियो में वह अपनी मां से कह रहे हैं कि वह बिल्कुल ठीक हो जाएंगे, ताकि उनकी मां चिंतित न हों.
हमने पाया कि ग़ज़ा के एक पत्रकार Mohmmed Awad ने 12 नवंबर को अपने इंस्टाग्राम अकांउट पर स्टोरी में ये वीडियो शेयर की थी. Mohmmed Awad ग़ज़ा में जमीनी स्तर पर संघर्ष को कवर कर रहे हैं.
हमें Mohmmed Awad के इंस्टाग्राम अंकाउट पर एक और स्टोरी मिली, जिसमें एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर अस्पताल लाते हुए दिखाया गया है. वीडियो में उनकी मां भी नज़र आ रही हैं.
नीचे Awad के इंस्टाग्राम स्टोरीज़ की स्क्रीन-रिकॉर्डिंग दिखाई गई है.
हमने वीडियो की जियोलोकेशन भी देखी, हमने पाया कि उस व्यक्ति को ग़ज़ा पट्टी में स्थित खान यूनिस के नासिर मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया जा रहा था.
बूम ने इंस्टाग्राम के माध्यम से Mohmmed Awad से भी संपर्क किया. Awad ने हमें बताया कि खान यूनिस के नासिर मेडिकल सेंटर में उन्होंने ये वीडियो शूट किया था. उन्होंने हमें यह भी बताया कि, "यह युवक सिर में गोली लगने से घायल हो गया था, लेकिन अपनी मां को शांत करने के लिए वह अपने सिर में बंधी पट्टी को हटा रहा था."
हमने पत्रकारिता और डिजिटल साक्षरता में काम करने वाली टेक कंपनी Meedan के प्रोग्राम मैनेजर हरमौन हमीह से भी संपर्क किया. हमीह अरबी भाषा के अच्छे जानकार हैं. उन्होंने हमें बताया कि वह व्यक्ति अपनी माँ को शांत कराने के लिए यह कहकर भरोसा दिला रहा था कि वह ठीक है.
हमीह ने हमसे यह भी कहा कि "(वीडियो) उस लड़के के साहस को दिखा रहा है ताकि उसकी मां उसके बारे में चिंता न करे." उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो में "कैमरा" शब्द का प्रयोग ही नहीं किया गया है.
फ़िलिस्तीनी फ़ैक्ट-चेक आउटलेट Kashif के संस्थापक रिहम अबू ऐता ने भी हमें यही बताया. रिहम के मुताबिक वीडियो में महिला के बेटे सहित तीनों उन्हें भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं.
सफ़ेद कपड़ों वाला आदमी: "देखो वह ठीक है, ज्यादा कुछ नहीं है."
काली टी-शर्ट वाला आदमी: "वह ठीक है, डरो मत,"
उसका बेटा: "मैं ठीक हूँ, कुछ नहीं हुआ है."