सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों के कोलाज वाला एक पोस्ट काफ़ी वायरल हो रहा है. एक फ़ोटो में पेपर की कटिंग है, जिसमें दो हिंदू युवतियों जिनके नाम शिवानी और रिया हैं, उनके द्वारा रोज़ा रखे जाने की ख़बर मौजूद है. वहीं दूसरे फ़ोटो में एक महिला की तस्वीर है जिसके चेहरे पर चोट के गंभीर निशान हैं.
इन दोनों फ़ोटो के ऊपर एक कैप्शन भी मौजूद है जिसमें दावा किया गया है कि शिवानी और रिया नाम की हिंदू लड़कियों ने पहले तो रोज़ा रखा लेकिन बाद में शिवानी के मुस्लिम पति ने उसकी पिटाई कर दी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कोलाज में मौजूद कैप्शन में लिखा हुआ है, "शिवानी और रिया नामक हिन्दू बेटियो ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल दी - न्यूज, अरे क्यों दी ये भी तो बताते ?? मैं बताता हूं - शिवानी ने पहले तो रोजा रखा, आज इस शिवानी के मजहबी पति ने ठुकाई कर दी..मुस्लिम से प्यार हुआ था तो अब भुगतो.... उम्मीद है जल्द ही रिया का भी ऐसा फ़ोटो आयेगा".
आप वायरल दावे वाले पोस्ट्स को यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के दौरान सबसे पहले अख़बार की कटिंग वाली तस्वीर की पड़ताल की. इसके लिए हमने कटिंग में मौजूद जानकारियों की मदद से गूगल सर्च किया तो पाया कि यह खबर दैनिक भास्कर पर करीब 3 वर्ष पहले प्रकाशित हुई थी. दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर मौजूद इस खबर और वायरल अख़बार की कटिंग में मौजूद भाषा की शैली एक ही थी.
रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के कानड़ की रहने वाली दो युवतियों शिवानी और रिया ने रोज़ा रखा था. उन्होंने रोजा रखने को लेकर कहा था कि ईश्वर-अल्लाह की इबादत करने से मन को सुख-शांति मिलती हैं. इसके अलावा हमें दोनों युवतियों से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसमें दोनों रोज़ा रखे जाने को लेकर मीडिया से बात कर रही थी.
इसके बाद हमने दूसरे तस्वीर की पड़ताल की. हमने जब उसका रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक पाकिस्तानी ट्विटर अकाउंट के ट्वीट में यह फ़ोटो मिला. ट्वीट में फ़ोटो के साथ मौजूद कैप्शन में दहेज़ को लेकर मारपीट किए जाने जैसी जानकारी दी गई थी. इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें पाकिस्तानी न्यूज़ वेबसाइट जियो टीवी पर 29 मार्च 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के फ़ीचर इमेज में दो तस्वीर मौजूद थी जिनमें वायरल तस्वीर भी शामिल थी. इसके अलावा फ़ीचर इमेज में मौजूद दूसरी फ़ोटो सिर मुंडी हुई एक महिला की थी. रिपोर्ट में दोनों महिलाओं के ऊपर हुए हिंसा की ख़बर थी. रिपोर्ट के अनुसार असमा अजीज़ नाम की एक महिला को कथित रूप से उसके पति द्वारा पीटा गया था, जिसकी वजह से उसके चेहरे पर चोट के निशान मौजूद थे. वहीं हजरा नाम की एक महिला को भी उसके पति ने पीटा था. पिटाई की वजह से उसके नाक़ टूट गए थे और नाक, गर्दन एवं चेहरे समेत कई जगहों पर गंभीर चोटें आई थी.
चूंकि वायरल तस्वीर में दिख रही महिला के नाक पर चोट के गंभीर निशान थे, इसलिए हमने अन्य न्यूज़ रिपोर्ट्स को खंगाला. इसी दौरान हमें एआरवाई की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में भी उन्हीं दोनों महिलाओं की ख़बर थी. रिपोर्ट के अनुसार हजरा बीबी नाम की एक महिला ने अपने पति उमैर और उसके भाई हरिस के खिलाफ़ दहेज़ को लेकर हिंसा किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी.
इसी रिपोर्ट में नीचे मौजूद जानकारी के अनुसार साल 2019 में 27 मार्च को असमा अजीज़ नाम की एक महिला ने अपने पति मियां फैसल और उसके साथियों पर लोहे के पाइपों से पिटाई करने और जबरदस्ती उसके सिर मुंडने के आरोप लगाए थे. चूंकि ऊपर मौजूद जियो की रिपोर्ट में सिर मुंडी हुई तस्वीर भी मौजूद थी, इसलिए यह साफ़ हो गया कि मुंडे हुए सिर वाली तस्वीर असमा अजीज़ की है और नाक पर गंभीर चोट वाली तस्वीर हजरा बीबी की है.
इसके अलावा यूट्यूब पर भी हमें असमा अजीज से जुड़े कई वीडियोज मिले, जिससे यह साफ़ हो गया कि मुंडे हुए सिर वाली तस्वीर असमा अजीज की है.
चूंकि यह साफ़ हो गया कि वायरल तस्वीर में दिख रही महिला हजरा बीबी ही है, इसलिए हमने उनसे जुड़ी और ख़बर को खंगाला तो हमें डॉन की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली.
29 मार्च 2019 को डॉन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार हजरा बीबी नाम की महिला ने अपने पति और उसके भाई के खिलाफ़ मारपीट का आरोप लगाया था. हजरा का आरोप था कि उसके ससुराल के लोग उसे अपने परिवार से पैसे लाने का दवाब देते हुए उसके साथ मारपीट करते हैं. हजरा की शिकायत पर लाहौर पुलिस ने उसके पति और उसके परिवार वालों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया था. मामला दर्ज किए जाने के बाद नॉर्थ कैंटोनमेंट पुलिस ने उसके पति को गिरफ्तार कर लिया था.