सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक सड़क के किनारे कुछ पासपोर्ट पड़े नजर आ रहे हैं. वीडियो में कुछ लोग भी दिखाई दे रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि हरियाणा के चकेरिया गांव के खेत में फर्जी वीजा और आधार कार्ड मिले हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा झूठा है. वायरल वीडियो मार्च 2018 का है. जब पुलिस को हरियाणा के सिरसा के चकेरिया गांव में एक सड़क के किनारे 258 पासपोेर्ट पड़े मिले थे. पुलिस के मुताबिक सभी पासपोर्ट असली थे.
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'फर्जी वीजा, आधार कार्ड, चकेरिया गांव सिरसा हरियाणा, के खेत में मिला है, सिस्टम किस तरह चल रहा है, पुलिस अभी जांच कर रही है, अज्ञात लोगों ने देखा और पुलिस को सूचना दी.'
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'ये किसके खेत में इतने फेक आधार कार्ड इतने फर्जी पासपोर्ट्स मिले हैं. राष्ट्रीय जांच का विषय NIA जांच करे.'
फैक्ट चेक
बूम ने फैक्ट चेक के लिए वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें टाइम्स ऑफ इंडिया पर 12 मार्च 2018 को प्रकाशित एक न्यूज रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया कि हरियाणा पुलिस को पंजाब के बठिंडा जिले से सटे हरियाणा के सिरसा जिले में 258 पासपोर्ट मिले हैं. इनमें से लगभग 20 के पास विभिन्न देशों के वैध वीजा थे.
रिपोर्ट में हरियाणा पुलिस के हवाले से बताया गया कि "इन पासपोर्ट की प्रामाणिकता को लेकर कोई संदेह नहीं है और हरियाणा पुलिस इन्हें इनके मालिकों को भेजने का तरीका तलाशने की कोशिश कर रही है."
इससे संकेत लेते हुए संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें पंजाब केसरी हरियाणा के यूट्यूब चैनल पर 12 मार्च 2018 की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया कि सिरसा के कालांवाली इलाके के चकेरिया गांव में खेतों में 258 पासपोर्ट मिले हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार यह पासपोर्ट पंजाब के विभिन्न स्थानों में रहने वाले व्यक्तियों के हैं. ये लुधियाना स्थित एक निजी इमिग्रेशन कंपनी के कब्जे में थे. लोगों ने वीजा आवेदन करने के लिए इन्हें इमिग्रेशन कंपनी के पास जमा किया था.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जनवरी 2018 में चंडीगढ़ क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से बठिंडा में भेजे गए करीब 254 पासपोर्ट लापता हो गए थे और अभी तक बरामद नहीं हुए हैं.
रिपोर्ट में कालांवाली थाना अधिकारी ओम प्रकाश के हवाले से लिखा गया कि "इमिग्रेशन कंपनी का कार्यालय हाल में बंद कर दिया गया था और कंपनी ने पासपोर्ट के गायब होने की लुधियाना पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी. हम जांच कर रहे हैं कि ये पासपोर्ट यहां कैसे पहुंचे."