सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा एक व्यक्ति को बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि "मणिपुर के मुद्दे पर बहस करने की वजह से लोगों ने ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता रोहित पंडित की पिटाई कर दी".
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. ग्रेटर नोएडा के लडपुरा गांव में बने मुख्य द्वार पर लिखे नाम को मिटाने की वजह से ग्रामीणों ने भाजपा जिला उपाध्यक्ष राहुल पंडित के साथ मारपीट की थी.
वायरल वीडियो 45 सेकेंड का है. इसमें कुछ लोगों की भीड़ डंडे लेकर एक आदमी को सड़क पर पीटती दिखाई दे रही है.हालांकि इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोग बीच बचाव कर उसे छुड़ाने की भी कोशिश करते दिख रहे हैं.
ट्विटर पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता रोहित पंडित की भयंकर कुटाई हुई! दौड़ा-दौड़ा कर लाठी डंडों से कुटा गया! मणिपुर को लेकर बहस कर रहा था लोगों ने दे दना दन देना शूरू कर दिया”.
वहीं फ़ेसबुक पर भी इस वीडियो को इसी तरह के दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.
वायरल वीडियो से जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली तो हमें latestly.com की वेबसाइट पर 28 जुलाई 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट में दैनिक भास्कर के रिपोर्टर सचिन गुप्ता द्वारा 28 जुलाई 2023 को किया गया एक ट्वीट मौजूद था, जिसमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन शामिल था.
वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में बताया गया था कि “यह मामला ग्रेटर नोएडा के लडपुरा गांव का है. जहां गांव के बाहर बने द्वार पर इसे बनवाने वाले का नाम लखपत सिंह लिखा हुआ है. लेकिन दूसरे पक्ष का राहुल पंडित इसका विरोध कर रहा था. उसका कहना था कि यह द्वार गांव की जमीन पर बना हुआ है इसलिए किसी का नाम नहीं होना चाहिए. इसी वजह से मारपीट हुई, जिसमें 11 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है”.
इसके बाद हमने प्राप्त जानकारी के आधार पर गूगल सर्च किया तो हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 28 जुलाई 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मौजूद थे.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, यह पूरा मामला कासना थाना क्षेत्र के लडपुरा गांव का है. गांव में कुछ जमीन खाली पड़ी हुई है. जिसपर गांव के कुछ लोग मंदिर बनाना चाहते थे. लेकिन जमीन के मालिक गांव के ही लखपत परिवार ने मंदिर के लिए जमीन देने से इनकार कर दिया. जिसकी वजह से ग्रामीणों में रोष पैदा हो गया. इसी वजह से कुछ युवाओं ने गांव के बाहर बने द्वार पर लिखे लखपत नाम को मिटाने की कोशिश की. इस द्वार का निर्माण लखपत परिवार के सदस्यों ने ही कराया था. युवाओं ने यह कहते हुए बीते मंगलवार 25 जुलाई को नाम मिटाना शुरू कर दिया कि जब ये लोग मंदिर के लिए जगह नहीं दे सकते हैं तो द्वार पर किसी का नाम भी नहीं लिखा होना चाहिए.
नाम मिटाने की जानकारी मिलने पर लखपत परिवार के लोग भी वहां मौके पर पहुंच गए और दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया. यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में लाठी डंडे चलने लगे. हालांकि, बाद में जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस ने मामले को शांत कराते हुए कई लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया.
हमें जांच में इस मामले में जुड़ी एफ़आईआर यूपी पुलिस की वेबसाइट पर भी मिली.
एफ़आईआर में दर्ज जानकारी के अनुसार, बीते 25 जुलाई की दोपहर क़रीब 3:30 बजे कासना थाने की पुलिस को लडपुरा गांव के मुख्य द्वार पर लिखे स्व चौधरी लखपत सिंह को क्षतिग्रस्त करने की सूचना मिली थी. इसकी वजह से दो पक्षों में विवाद होने की भी सूचना मिली थी. जब पुलिस वहां मौके पर पहुंची तो देखा कि दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे से मारपीट हुई है और फायरिंग भी की गई है. जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि यह मामला दोनों ही पक्षों के बीच चल रहे पुराने जमीन विवाद का है. इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के कुल 11 ज्ञात और 1 अज्ञात के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया.
हमने अपनी जांच को पुख्ता बनाने के लिए कासना थाने के प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला से भी संपर्क किया. उन्होंने बूम के साथ बातचीत में मणिपुर वाले दावे का खंडन करते हुए कहा कि “गांव के बाहर बने मुख्य द्वार पर लिखे नाम हटाने की वजह से दो पक्षों में विवाद हुआ था. इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने भाजपा नेता के साथ मारपीट की थी”.
इसके अलावा हमने भाजपा नेता राहुल पंडित से भी संपर्क किया तो उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि "यह जमीन और गेट विवाद का ही मामला था". साथ ही उन्होंने इसकी भी पुष्टि की कि वीडियो में पीली टीशर्ट में दिख रहे शख्स वह ही हैं.
जांच में हमने गूगल मैप्स की मदद से उस द्वार को भी खोजा, तो हमें लडपुरा गांव को बुलंदशहर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर यह द्वार मिला. द्वार पर 'स्वर्गीय चौधरी लखपत सिंह, ग्राम लड़पुरा निर्माण सन 2007' लिखा हुआ था. आप नीचे इसकी तस्वीर देख सकते हैं.