सोशल मीडिया पर बीच सड़क पर खून से लथपथ शवों का विचलित करने वाला वीडियो वायरल है. यूजर्स वीडियो को हालिया बताते हुए दावा कर रहे हैं कि फ्रांस में मुस्लिम पार्टी की जीत के बाद मुसलमान अपने ही देश में फ्रांसीसी नागरिकों की हत्या कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो फ्रांस के नीस शहर में जुलाई 2016 में हुए एक आतंकी हमले का है. एक ट्रक चालक ने बैस्टिल दिवस के अवसर पर आतिशबाजी देख रही भीड़ को कुचल दिया था, जिसमें 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
गौरतलब है कि फ्रांस में जुलाई में 2024 के आम चुनाव हुए थे. इसमें देश की तीन बड़ी राजनीतिक पार्टियों में से किसी को भी बहुमत नहीं मिला था. असेंबली की 577 सीटों में वामपंथी न्यू पॉपुलर फ्रंट गठबंधन को 188 सीटें मिलीं. इमैनुअल मैक्रों की रेनेसां पार्टी को केवल 161 सीटें मिलीं. जबकि दक्षिणपंथी नेशनल रैली गठबंधन को केवल 142 सीटें ही मिलीं थीं.
एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'फ्रांस में मुस्लिम पार्टी ने चुनाव जीता. अब देखिए कैसे मुसलमान अपने ही देश में फ्रांसीसी नागरिकों की हत्या कर रहे हैं. सोचिए अगर भारत में मुस्लिम लीग की कांग्रेस पार्टी चुनाव जीत गई तो क्या होगा.'
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें फ्रांसीसी कैप्शन के साथ ग्वाटेमाला के रेडियो स्टेशन (Radio SONORA 96.9 FM) के एक्स हैंडल पर 15 जुलाई 2016 को शेयर किया गया पोस्ट मिला. पोस्ट में वायरल वीडियो वाले दो स्क्रीनशॉट के साथ कैप्शन में लिखा गया, "फ्रांस के नीस में बैस्टिल उत्सव मना रहे लोगों पर ट्रक चढ़ा दिया गया." (हिंदी अनुवादित)
(मूल फ्रांसीसी कैप्शन - #TerrorEnFrancia: Camión arrolla a personas que celebraban la fiesta de la Bastilla, en Niza, Francia.)
हमने इससे संकेत लेकर गूगल पर एक विशिष्ट कीवर्ड (France Nice Attack 2016) से सर्च किया तो जुलाई 2016 की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं.
बीबीसी की 15 जुलाई 2016 की रिपोर्ट में बताया गया कि "फ्रांस के दक्षिणी शहर नीस में बीती रात लगभग 11 बजे बैस्टिल दिवस का जश्न मना रही भीड़ को एक ट्रक ने बुरी तरह रौंद दिया. इसमें 10 से अधिक बच्चों सहित 84 लोगों की मौत हो गई है."
रिपोर्ट में फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से लिखा गया, "निर्विवाद रूप से यह एक 'आतंकवादी प्रकृति वाली घटना' है."
NBC News की रिपोर्ट के अनुसार, "आरोपी ने पैदल चलने वालों को कुचलने के लिए किराए पर लिए एक ट्रक का इस्तेमाल किया था." रिपोर्ट में बताया गया, "नीस में हमले के बाद सरकार ने तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है."
France24 के पर भी इस घटना की रिपोर्ट को देखा जा सकता है.
इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की 14 दिसंबर 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, "फ्रांसीसी अदालत ने नीस शहर में 2016 में हुए इस घातक ट्रक हमले में सात पुरुषों और एक महिला को घटना का दोषी ठहराते हुए उन्हें सजा सुनाई."