सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि लोनावाला के बाद अब गुजरात में भी पर्यटक झरने में बह गए. बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो गुजरात का नहीं बल्कि इक्वाडोर का है. यह वीडियो अक्टूबर 2023 का है, जब आर्किडोना कैंटन के नेपो प्रांत की हॉलिन नदी में आचनक बाढ़ की वजह से कुछ पर्यटक पानी में बह गए थे. हालांकि बाद में उन्हें बचा लिया गया था.
गौरतलब है कि बीते 30 जून को पुणे के लोनावाला स्थित भुशी डैम में एक परिवार के पांच लोग बह गए. इस हादसे में इन पांचों की मौत हो गई. इसी क्रम में गुजरात में हुए ऐसे ही हादसे के रूप में वायरल वीडियो को शेयर किया जा रहा है.
लगभग ढाई मिनट के इस वीडियो में कुछ लोग एक झरने के पास नजर आ रहे हैं. अचानक पानी के तेज बहाव कारण कई लोग झरने में बह जाते हैं. इस अचानक हुए हादसे में कुछ लोग बचने की कोशिश करते और इधर-उधर भागते भी देखे जा सकते हैं.
एक्स पर एक यूजर ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा, 'हम नहीं सुधरेंगे. लोनावाला के बाद अब गुजरात में भी.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी गलत दावे से वायरल है.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च कर पर हमें Que Noticias नाम की वेबसाइट पर स्पेनिश भाषा की एक रिपोर्ट मिली. 17 अक्टूबर 2023 की इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलते हुए विजुअल्स मौजूद थे.
रिपोर्ट में इसे नेपो प्रांत में स्थित हॉलिन झरने का बताया गया था, जहां अचानक बाढ़ की वजह से कुछ पर्यटक झरने में बह गए थे.
आगे हमने हॉलिन नदी पर हुई इस घटना से संबंधित और मीडिया रिपोर्ट्स की तलाश की. इस दौरान हमें Teleamazonas और Eluniverso की वेबसाइट पर इससे संबंधित खबरें मिलीं. 17 अक्टूबर 2023 की इन खबरों के अनुसार, इक्वाडोर के नेपो प्रांत स्थित आर्किडोना कैंटन की हॉलिन नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिसमें चार पर्यटक बह गए. हालांकि बाद में उन्हें बचा लिया गया.
Eluniverso की रिपोर्ट में घटना की तारीख 13 अक्टूबर बताई गई थी. दरअसल जब पर्यटक इस स्थान पर पहुंचे तब नदी बिलकुल शांत थी लेकिन झरने के ऊपरी हिस्से में हुई बारिश के इसका जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. रिपोर्ट में एक गवाह के हवाले से बताया गया कि इस हादसे में किसी तरह की कोई क्षति नहीं हुई.
इन सभी रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते वीडियो देखे जा सकते हैं. नीचे हमने वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना रिपोर्ट में मिले विजुअल्स की है.
इसके अलावा हमने गुजरात में हुई ऐसी घटना से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स की भी तलाश की पर हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो.
इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. इक्वाडोर में नौ महीने पहले हुई घटना के वीडियो को गलत तरीके से गुजरात से जोड़ा जा रहा है.