HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

दिल्ली के सरकारी स्कूल में नमाज़ के दावे से वायरल वीडियो का सच क्या है?

बूम ने पाया कि ये वीडियो गाज़ियाबाद के एक सरकारी स्कूल में रिकॉर्ड किया गया है जिसे भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है.

By - Anmol Alphonso | 30 Nov 2021 10:46 AM GMT

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के साथ कुछ लोग किसी महिला से एक सरकारी स्कूल में मुस्लिम छात्रों से भरी एक क्लास के बारे में पूछताछ कर रहे हैं. इसे सांप्रदायिक रूप से शेयर कर दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल मदरसों में तब्दील हो गए हैं.

एक्ट्रेस उर्फ़ी जावेद की तस्वीर को जावेद अख्तर की पोती बताकर शेयर किया गया

जबकि बूम ने पाया कि वायरल वीडियो गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश के एक सरकारी स्कूल का है और वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा भी गलत है.

वीडियो लगभग दो मिनट का है जो इस सप्ताह के अंत में वायरल हुआ जिसे दक्षिणपंथी समूहों द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्रीअरविंद केजरीवाल को टारगेट करते हुए शेयर किया जाने लगा. वायरल वीडियो में से एक के कैप्शन में लिखा है 'दिल्ली में सरकारी स्कूल अब मदरसों में बदल चुके हैं, लग रहा है आम आदमी पार्टी के वोट बैंक के रूप में अब रोहिंग्या ही आखिरी उम्मीद बचे है.'


(यहाँ देखें)

फ़ैक्ट–चेक

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद स्थित एक प्राइमरी स्कूल का है. हमने वीडियो को ध्यान से देखा तो 3:44 के टाइमस्टैंप पर हमें स्कूल का नाम और उसकी लोकेशन 'प्राइमरी स्कूल मिर्जापुर यूपी' मिल गई. ऑनलाइन सर्च करने पर हमने पाया कि विजय नगर इलाके में एक प्राइमरी सरकारी स्कूल है.

UP TET अभ्यर्थियों को खुले आसमान के नीचे सोते दिखाने के दावे से वायरल तस्वीर का सच


वायरल वीडियो में एक व्यक्ति द्वारा फ़ेसबुक लाइव का ज़िक्र किया गया है. इसके अलावा हमारे पास स्कूल का नाम और पता भी था. हमने इन सब कीवर्ड्स के साथ फ़ेसबुक पर सर्च किया तो पाया कि वीडियो को भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता आशुतोष गुप्ता ने गाज़ियाबाद से शेयर किया था.

पोस्ट में कहा गया है कि उसने पुलिस को सतर्क कर दिया था और दावा किया था कि स्कूल के अंदर अवैध गतिविधियां हो रही थीं और मांस परोसा जा रहा था. वायरल वीडियो में गुप्ता को भी देखा जा सकता है.

UP TET अभ्यर्थियों को खुले आसमान के नीचे सोते दिखाने के दावे से वायरल तस्वीर का सच

आशुतोष गुप्ता की पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा है "ग़ाज़ियाबाद के मिर्ज़ापुर, भूडभारत नगर का प्राइमरी विद्यालय बना आपत्तिजनक इस्लामिक गतिविधियों का अड्डा। देव दीपावली,गंगास्नान एवं गुरूपर्व के अवकाश के दिन प्राइमरी पाठशाला में चल रही थी मॉंस-बिरयानी की पार्टी।साथ ही मिला आपत्तिजनक साहित्य।पुरूषों के अतिरिक्त बडी संख्या में महिलाओं और बच्चों का था जमावड़ा। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ आशुतोष गुप्ता ने दिखाया साहस, बनाई विडियो और कराई पुलिस में रिपोर्ट"

Full View

बूम ने गाज़ियाबाद पुलिस से संपर्क किया तो उन्होने बताया कि वीडियो उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के विजय नगर के एक प्राथमिक सरकारी स्कूल में रिकॉर्ड किया गया था. स्टेशन हाउस ऑफिसर योगेंद्र मलिक ने बूम को बताया कि यह घटना 19 नवंबर, 2021 को हुई, जब एक स्थानीय बीजेपी नेता ने दावा किया कि स्कूल में नमाज पढ़ी जा रही थी. हालांकि, जांच के बाद पुलिस ने कुछ भी अवैध नहीं पाया और न ही कोई मामला दर्ज किया गया और न ही कोई गिरफ़्तारी की गई.

क्या भारतीय मीडिया को दिखाता ये कार्टून बेन गैरिसन ने बनाया है? फ़ैक्ट-चेक

मलिक ने कहा, "यह घटना विजय नगर की है, जब प्राइमरी स्कूल में नमाज़ पढ़ने का दावा कर कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता वहां घुस आए थे. शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर गई और जांच करने पर पता चला कि स्कूल प्रबंधन की अनुमति से रियाजुद्दीन नाम का एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ पिछले 2-3 साल से वहां रह रहा था. उस दिन (नवंबर 19) उनकी पत्नी ने अपने बच्चों के स्वास्थ्य और भलाई के लिए कुरान पाठ का आयोजन किया था, तो उसके कुछ महिला रिश्तेदारों, कुछ बच्चों और एक मौलाना (मौलवी) और कुछ शिक्षकों सहित कुछ लोगों को आमंत्रित किया गया था. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो चावल और दाल वहां परोसने के लिए बनाई जा रही थी."


Related Stories