दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जारी चुनाव प्रचार के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) उम्मीदवार अवध ओझा का एक एडिटेड क्लिप वायरल है. इसे शेयर करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आईटी सेल के हेड अमित मालवीय समेत तमाम पार्टी समर्थकों का दावा है कि अवध ओझा ने मनीष सिसोदिया को भगोड़ा कहा है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि अवध ओझा के इंटरव्यू की एक क्लिप का सीक्वेंस बदलकर उसे एडिट किया गया है.
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी 2025 को वोट डाले जाएंगे. वहीं 8 फरवरी को इसके नतीजे घोषित किए जाएंगे.
दिल्ली की पटपड़गंज सीट से तीन बार के विधायक मनीष सिसोदिया इस बार जंगपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी जगह पार्टी ने शिक्षाविद् अवध ओझा पर दांव लगाया है.
वायरल वीडियो में न्यूज चैनल एनडीटीवी के रिपोर्टर आप नेता अवध ओझा से पूछते हैं, "पटपड़गंज बहुत हाई-प्रोफाइल सीट रही है. मनीष सिसोदिया यहां से तीन बार विजयी रहे हैं. इस बार उन्होंने सीट छोड़ दी है."
इस पर अवध ओझा बोलते सुनाई देते हैं, "युद्ध नहीं जिनके जीवन में वो भी बड़े अभागे होंगे, पर या तो प्रण को तोड़ा होगा या रण से भागे होंगे."
अमित मालवीय ने एक्स पर इस वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए लिखा, 'पटपड़गंज से आप-दा के प्रत्याशी अवध ओझा का कहना है कि शराब घोटाले में जेल गए मनीष सिसोदिया जंगपुरा इसलिए भाग गए क्योंकि वे डरपोक हैं और उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए. ठीक ही कह रहे हैं. जेल से बाहर आने के बाद सिसोदिया के चेहरे का रंग भी उड़ गया है.' (आर्काइव लिंक)
इसी तरह बीजेपी नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'अवध ओझा जी द्वारा मनीष सिसोदिया जी को भगोड़ा कहना बहुत गलत है. वो हमारी दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री हैं, मैं उनके लिए इस भाषा का खंडन करता हूं.' (आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
दिल्ली के पटपड़गंज से आप प्रत्याशी अवध ओझा का वायरल वीडियो एडिटेड है. बूम ने पाया कि वीडियो का सीक्वेंस बदलकर एडिट किया गया है.
इंटरव्यू का क्रम बदलकर किया गया एडिट
वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर हमने पाया कि यह न्यूज चैनल एनडीटीवी की एक वीडियो रिपोर्ट की एक क्लिप है. हमने एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर सर्च किया तो आठ जनवरी 2025 को अपलोड किया गया पूरा इंटरव्यू मिला, जिसका टाइटल था, 'Delhi Election: Patparganj से चुनावी मैदान में उतरे Awadh Ojha के साथ खास बातचीत.'
वीडियो के 35 सेकंड से रिपोर्टर आप प्रत्याशी अवध ओझा का परिचय देते हुए उनसे पूछते हैं, "पार्टी में आप शामिल हुए और सीधे चुनावी मैदान में कूद गए." इसके जवाब में वह कहते हैं, "युद्ध नहीं जिनके जीवन में वो भी बड़े अभागे होंगे, पर या तो प्रण को तोड़ा होगा या रण से भागे होंगे."
अवध ओझा आगे कहते हैं, "अपने जीवन का बहुत बड़ा अनुभव लेने के बाद कि शिक्षा क्या है और शिक्षा की भूमिका क्या है. आज मैं बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करने आया हूं और ज्ञान ने ही व्यक्ति के जीवन को बदला है तो अभी तक जो अनुभव सीमित था अब मैं उस ज्ञान को उस अनुभव को इस देश के साथ बांटना चाहता हूं."
इसके बाद वीडियो के 1.46 मिनट से रिपोर्टर पूछते हैं, "पटपड़गंज बहुत हाई-प्रोफाइल सीट रही है, मनीष सिसोदिया यहां से तीन बार चुने गए, इस बार उन्होंने सीट छोड़ दी है."
इस पर अवध ओझा कहते हैं, "छोड़ी नहीं, मुझे दी है. क्योंकि वह भी शिक्षा से जुड़े हुए थे और मुझे भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे काम करना था, इसलिए मैंने निवेदन करके उनसे सीट ली है."
इससे स्पष्ट होता है कि रिपोर्टर के सवाल और ओझा के जवाब का क्रम बदलकर उसे एडिट किया गया है. उन्होंने वह कविता अपने शिक्षा के क्षेत्र को छोड़कर राजनीति में उतरने के संदर्भ में कही थी.
कौन हैं अवध ओझा?
अवध ओझा का पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है. वह उत्तर प्रदेश के गोंडा शहर के रहने वाले हैं. पिछले साल दिसंबर 2024 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए. वह आईएएस की तैयारी कराने वाली कई कोचिंग संस्थानों में पढ़ा चुके हैं. छात्र उन्हें ओझा सर के नाम से जानते हैं.