सोशल मीडिया पर हिंदी दैनिक समाचार पत्र दैनिक जागरण के एक कथित विज्ञापन की तस्वीर काफ़ी वायरल हो रही है, जिसमें लोगों से "आने वाली बकरीद पर एक मोहल्ले में सिर्फ़ एक बकरा देने की क़ुर्बानी देने की अपील" की गई है.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि दैनिक जागरण से जोड़कर वायरल हुआ यह कथित विज्ञापन एडिटेड है. असल विज्ञापन में जागरण ने पर्यावरण के मद्देनजर लोगों से होलिका दहन के अवसर पर एक मोहल्ले में सिर्फ़ एक होलिका जलाने की अपील की थी.
वायरल विज्ञापन वाली तस्वीर में सबसे ऊपर दैनिक जागरण लिखा हुआ है और साथ ही उसका लोगो भी मौजूद है. उसके नीचे बड़े फॉन्ट में ‘एक मुहल्ला एक बकरा’ लिखा हुआ है. वहीं छोटे फॉन्ट में लिखा हुआ है, “इस बार बकरीद पर हो सके तो पुरे मोहल्ले मे एक ही बकरे की कुर्बानी दे इससे अपनापन बढेगा खून खच्चर कम होगा पानी की बर्बादी कम होगी गन्दगी कम फैलेगी”.
कई वेरिफ़ाईड ट्विटर यूज़र्स ने सच मानकर इस वायरल विज्ञापन वाली तस्वीर को शेयर किया है.
वहीं यह विज्ञापन फ़ेसबुक पर भी काफ़ी वायरल है.
फ़ेसबुक पर मौजूद वायरल विज्ञापन वाली तस्वीर से जुड़े पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल विज्ञापन की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें दैनिक जागरण मुरादाबाद नाम के फ़ेसबुक पेज से 4 मार्च 2023 को किया गया पोस्ट मिला. हालांकि, पोस्ट में मौजूद विज्ञापन का कंटेट वायरल विज्ञापन वाले कंटेट से अलग था. लेकिन दोनों ही विज्ञापन में दैनिक जागरण और उसके लोगो वाला फ़ॉर्मेट एक जैसा ही था.
फ़ेसबुक पर मिले विज्ञापन वाले कंटेट में “एक मुहल्ला एक होलिका” लिखा हुआ था. साथ में यह भी लिखा हुआ था, “इस बार होली पर प्रयास करें कि थोड़ी दूरी पर अलग-अलग होलिका जलाने की जगह जितना हो सके, एक मुहल्ले में एक ही होलिका जलाएं। इससे प्रदूषण घटेगा, अपनापन बढ़ेगा। यातायात बाधित ना करें, इससे हमें और आपको परेशानी होगी, हाईटेशन व अन्य तारों को बचाएं, लकड़ी की जगह उपलों का उपयोग करें, ताकि बचे रहें हमारे पेड़, ऐसा कोई सामान न जलाएं जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो”.
जांच में हमें यह विज्ञापन कुछ दक्षिणपंथी ट्विटर हैंडल पर भी मिले, जिसमें उन्होंने “एक मुहल्ला एक होलिका” अभियान को लेकर दैनिक जागरण की आलोचना की थी. ट्वीट में प्रिंट संस्करण में छपे इस विज्ञापन की तस्वीर मौजूद थी.
इस दौरान हमें दैनिक जागरण के ही कुछ पत्रकार द्वारा किए गए ट्वीट भी मिले, जिसमें उन्होंने इसी अभियान से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट शेयर की थी.
हमें अपनी जांच के दौरान दैनिक जागरण के उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद संस्करण में भी यह विज्ञापन मिला, जिसमें लोगों से एक मोहल्ले में एक ही होलिका दहन करने की अपील की गई थी. इतना ही नहीं, हमने यह भी पाया कि इसी संस्करण में छपे विज्ञापन को ही एडिट करके सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, क्योंकि वायरल विज्ञापन के बगल में मौजूद तस्वीरें मुरादाबाद संस्करण की ही है. आप नीचे मौजूद तस्वीर से इसे आसानी से समझ सकते हैं.
इस दौरान हमें दैनिक जागरण के उत्तर प्रदेश के संपादक आशुतोष शुक्ला का बयान भी मिला, जिसमें उन्होंने वायरल विज्ञापन को फ़ेक बताते हुए कहा कि "दैनिक जागरण का अभियान 'एक मुहल्ला-एक होलिका' है. यह हमारा पर्यावरण संरक्षण अभियान है और यह विज्ञापन पहले भी कई बार प्रकाशित हो चुका है."