सबरीमाला तीर्थयात्रा के दौरान अपने पिता से बिछड़ने पर रोते हुए एक बच्चे वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. वीडियो को सोशल मीडिया पर इस झूठे सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि केरल पुलिस ने एक बच्चे को हिरासत में लिया हुआ है.
बूम को केरल पुलिस ने बताया कि बच्चे को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया था. बच्चा सबरीमाला तीर्थयात्रा के दौरान अपने पिता से बिछड़ गया था इसलिए रो रहा था. बाद में पुलिस की मदद से बच्चा अपने पिता से मिला.
ग़ौरतलब है कि सबरीमाला में वार्षिक मंडलम मकरविलक्कू तीर्थयात्रा 17 नवंबर, 2023 को शुरू हुई थी जो 27 दिसंबर, 2023 को समाप्त होगी. मंदिर में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ हो रही जिसे नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने भगवान के दर्शन का समय एक घंटा बढ़ा दिया है. टाइम्स ऑफ इण्डिया की रिपोर्ट के अनुसार 10 दिसंबर, 2023 को भगवान अय्यप्पन के दर्शन के लिए सबरीमाला जाते समय एक 10 वर्षीय लड़की की सांस संबंधी समस्याओं के कारण मृत्यु हो गई थी.
एक फे़सबुक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, " वामपंथी सरकारों के राज में बच्चे भी मां-बाप से बिछड़ रहे हैं! स्वामी अयप्पा के भक्तों पर अत्याचार किए जा रहे हैं... सनातनी 2024 में कड़ा जवाब देंगे।"
प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर (@MrSinha_) नाम के वेरिफ़ाइड यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "केरल में हिंदुओं की स्थिति." उन्होंने एक बच्चे को भी नहीं बख्शा... #सबरीमाला''
इस वीडियो को ऋषि बागरी ने भी इस कैप्शन के साथ पोस्ट किया था, "केरल में हिंदुओं की दुर्दशा जहां सरकारी अधिकारियों ने भक्तों पर कार्रवाई की. उन्होंने बच्चों को भी नहीं बख्शा."
कई अन्य वेरिफ़ाइड X अकांउट्स ने भी यह वीडियो इसी भ्रामक दावे के साथ शेयर किया है.
फै़क्ट चेक
बूम को केरल पुलिस ने बताया कि बच्चे को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया था. बच्चा सबरीमाला तीर्थयात्रा के दौरान अपने पिता से बिछड़ गया था इसलिए रो रहा था. बाद में पुलिस की मदद से बच्चा अपने पिता से मिला.
दावे की पड़ताल करने पर बूम को वायरल वीडियो में मलयालम समाचार आउटलेट एशियानेट न्यूज का लोगो दिखाई दिया. इससे संकेत लेते हुए सर्च करने पर हमें एशियानेट न्यूज द्वारा प्रकाशित एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था, "सबरीमाला की भीड़ में अपने पिता को खोजने में मदद मांगते हुए रोते हुए बच्चे का ह्रदयविदारक वीडियो वायरल".
रिपोर्ट में बताया गया है कि सबरीमाला में रोते हुए अपने पिता को खोजते एक बच्चे का वीडियो वायरल हो गया जो केरल के निलक्कल में रास्ते में भीड़ में अपने पिता से भटक गया था. बच्चा पुलिस के सामने हाथ जोड़कर चिल्लाता दिख रहा है और बाद में अपने पिता को देखकर हाथ भी हिलाता है.
हमें एशियानेट के X पर एक पोस्ट में 27 सेकंड का उस बच्चे का वीडियो भी मिला. पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "सबरीमाला : अपने पिता को खोजने के लिए मदद मांगते हुए रोते हुए बच्चे का दिल दहला देने वाला वीडियो"
Sabarimala rush: Heart-wrenching video of crying child seeking help to find his father emerges; WATCH
— Asianet Newsable (@AsianetNewsEN) December 12, 2023
.#Sabrimala #ViralVideo #Darshan #LordAyyappa #Pandalam #Nilakkal pic.twitter.com/GqJLkVSiNr
रिपोर्ट में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि बच्चे को केरल पुलिस ने हिरासत में लिया था जैसा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है. वायरल न्यूज़ रिपोर्ट में शामिल वीडियो में हम देख सकते हैं कि बच्चा केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की बस में बैठा है. बस में KSRTC का लोगो भी नजर आ रहा है. जैसा कि सोशल मीडिया पोस्ट में झूठा दावा किया गया कि बच्चा पुलिस वैन में बैठा है.
"लड़के को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया": निलक्कल पुलिस
बूम ने केरल की निलक्कल पुलिस से संपर्क किया जिसके अधिकार क्षेत्र की यह घटना थी. निलक्कल पुलिस उप-निरीक्षक साईसेनन ने बूम को बताया कि "जैसा कि दावा किया जा रहा है यह घटना सबरीमाला भक्तों पर किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई से संबंधित नहीं है. वायरल वीडियो में रोता दिख रहा बच्चा भीड़ में अपने पिता से बिछड़ने के बाद रो रहा था, जो बाद में पुलिस की मदद से अपने पिता से मिल पाया."
एसआई साईसेनन ने आगे कहा "पिता से बिछड़ जाने के कारण बच्चा डर गया था, उसे लगा कि उसके पिता गुम हो गए हैं, लेकिन वह पास में ही थे पिता के मिलने के बाद वे दोनों वहां से चले गए.''
निलक्कल पुलिस ने इस बात की भी पुष्टि की कि बच्चा सबरीमाला भक्तों के लिए केरल राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में बैठा था, न कि पुलिस वैन के अंदर.