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फ़ैक्ट चेक

क्या बाइक पर बैठे राहुल गांधी की यह तस्वीर भारत जोड़ो यात्रा की है? फ़ैक्ट चेक

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 2017 की है, जब राहुल गांधी मंदसौर में किसानों से मिलने जा रहे थे.

By -  Runjay Kumar |

19 Sep 2022 12:42 PM GMT

सोशल मीडिया पर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर एक तस्वीर काफ़ी वायरल हो रही है, जिसमें राहुल गांधी एक मोटरसाइकिल पर किसी व्यक्ति के पीछे बैठे हुए नज़र आ रहे हैं. इस दौरान वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मी उन्हें रोकने की भी कोशिश करते हुए दिख रहे हैं.

इस तस्वीर को सोशल मीडिया ख़ासकर फ़ेसबुक पर यह कहते हुए शेयर किया जा रहा है कि "भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पैदल यात्रा करने की बात कही है लेकिन वे मोटरसाइकिल से यात्रा कर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं".

हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 2017 की है जब राहुल गांधी मंदसौर गोलीकांड के पीड़ित किसान परिवारों से मिलने जा रहे थे.

एक फ़ेसबुक यूज़र ने राहुल गांधी की इस वायरल तस्वीर को अपने अकाउंट से शेयर किया है और लिखा है, "लोगो को बेवकूफ बनाता है चल निचे उतर कर पैदल ही भारत जोड़ो यात्रा कर".


वहीं कई अन्य यूज़र्स ने भी इसी तरह के कैप्शन के साथ इस तस्वीर को शेयर किया है, जिसे आप यहां और यहां देख सकते हैं.

फ़ैक्ट चेक

हमने वायरल हो रहे तस्वीर को जैसे ही ध्यान से देखा तो पाया कि मोटरसाइकिल चला रहे व्यक्ति मध्यप्रदेश के राऊ से विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी हैं. इसके बाद हमने जीतू पटवारी, राहुल गांधी और मोटरसाइकिल जैसे कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया.

गूगल सर्च में हमें 25 दिसंबर 2018 को न्यूज़ 18 हिंदी पर प्रकाशित की गई रिपोर्ट मिली. यह रिपोर्ट जीतू पटवारी को 2018 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद तत्कालीन कमलनाथ सरकार में मंत्री बनाए जाने को लेकर था. रिपोर्ट में वायरल फ़ोटो से मिलता जुलता फ़ोटो मौजूद था. फ़ोटो के नीचे कैप्शन में लिखा हुआ था कि जब राहुल गांधी मंदसौर में गिरफ्तार हुए थे तो नीमच सीमा पर राहुल गांधी उनके साथ ही थे.


इसके बाद हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए कैप्शन से मिली जानकारियों के आधार गूगल सर्च किया तो हमें एबीपी न्यूज़ और एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर 8 जून 2017 को जारी की गई वीडियो रिपोर्ट मिली. दोनों ही वीडियो रिपोर्ट में वायरल तस्वीर से जुड़े कई दृश्य मौजूद थे.


न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार राहुल गांधी 2017 में हुए मंदसौर गोलीकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहे थे. इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस के द्वारा रोके जाने की वजह से अपने प्लान में बदलाव करते हुए दोपहिया वाहन से यात्रा की थी. राहुल गांधी ने राजस्थान की सीमा से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया था.

इसी दौरान हमें कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट पर वायरल तस्वीर भी मिली, जिसे 9 जून 2017 को ट्वीट किया गया था. ट्वीट किए फ़ोटो के नीचे ही एक कैप्शन भी मौजूद था.



कैप्शन के अनुसार राहुल राजस्थान के निम्बाहेड़ा होते हुए नयागांव पहुंचे थे. वहां से वे मंदसौर की ओर बढ़े और एमपी की सीमा में घुसते ही पुलिस ने उन्हें घेर लिया. वे गाड़ी से उतरकर राऊ विधायक जीतू पटवारी के साथ मोटरसाइकिल पर बैठ गए. कुछ दूर पर ही एक पुलिसकर्मी ने उन्हें पकड़ लिया. जिसके बाद राहुल गांधी हाथ पुलिसकर्मी का छुड़ाकर खेतों की ओर बढ़ गए. बाद में राहुल गांधी ने राजस्थान सीमा पर मृतक के परिजन से मुलाक़ात की.

जांच के दौरान ही हमें कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 8 जून 2017 को ट्वीट किए गए कई अन्य फ़ोटो भी मिले, जिसमें मौजूद दृश्य वायरल फ़ोटो से मेल खाते हैं.


बता दें कि 2017 के जून महीने में मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों ने फसलों के उचित दाम और न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांगों को लेकर आंदोलन किया था. किसानों की मांगों पर सुनवाई नहीं होने कारण यह आंदोलन काफ़ी उग्र हो गया. उसी दौरान मंदसौर की पिपलिया मंडी थाना क्षेत्र में हुई गोलीबारी में पांच किसानों की मौत हो गई थी, जबकि एक किसान की मौत कथित तौर पर पुलिसकर्मियों के द्वारा पीटे जाने के बाद हुई थी. इसके बाद स्थिति काफ़ी हिंसक हो गई और हालात सामान्य करने के लिए सेना और सीआईएसएफ को बुलाना पड़ा था.

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