कर्नल सोफिया कुरैशी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वह कह रही हैं कि बिहार चुनावों से ठीक पहले किया जा रहा तथाकथित 'त्रिशूल अभ्यास' देश को धोखा देने के लिए एक नौटंकी हैं.'
बूम ने जांच में पाया कि यह दावा झूठा है. वीडियो में एक फर्जी वॉइस ओवर जोड़ा गया है. मूल वीडियो भारतीय सेना द्वारा आयोजित ‘चाणक्य डिफेंस डायलॉग’ में 31 अक्टूबर 2025 को दिए एक संबोधन का है. इस संबोधन में कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था.
गौरतलब है कि 'त्रिशूल अभ्यास' भारत का अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद किया जा रहा है. यह अभ्यास नवंबर की शुरुआत में शुरू होगा और गुजरात के तट व राजस्थान की पश्चिमी सीमाओं पर आयोजित किया जाएगा. इसका उद्देश्य मल्टी-डोमेन ऑपरेशंस (यानी जमीन, समुद्र और हवा तीनों मोर्चों पर संयुक्त अभ्यास) करना है.
इसमें 50,000 से ज्यादा सैनिक, आईएनएस विक्रांत, आईएनएस जलाश्व, पनडुब्बियां और भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान शामिल होंगे. वहीं, बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को हो रहे हैं और 14 नवंबर को मतगणना की होगी.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
वायरल वीडियो में कर्नल सोफिया कुरैशी बोलती हुई दिखाई देती हैं, 'सेना में भगवाकरण उस हर शपथ के साथ विश्वासघात है, जो हमने भारत की रक्षा करने के लिए ली थी. हमारा काम देश की सेवा करना है, किसी राजनीतिक विचारधारा BJP या RSS की नहीं. ये जो तथाकथित 'त्रिशूल अभ्यास' हैं, बिहार चुनावों से ठीक पहले किए जा रहे हैं, ये सिर्फ देश को धोखा देने वाला एक नाटक हैं.'
फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा, 'ब्रेकिंग कर्नल सोफिया कुरैशी लाइव टीवी पर भड़कीं, 'ये त्रिशूल अभ्यास बिहार चुनाव को प्रभावित करने के लिए एक राजनीतिक हथकंडा मात्र हैं. मुझे मुस्लिम समर्थन के लिए इस्तेमाल किया जाना बंद हो गया है. मैं भारतीय सेना के भगवाकरण को बर्दाश्त नहीं कर सकती.'
एक्स पर भी इसी दावे से यह वीडियो (आर्काइव लिंक) वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला:
वायरल वीडियो एआई जनरेटेड
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए एआई डिटेक्टर टूल DeepFake-O-Meter और Hiya डीपफेक वॉइस डिटेक्टर पर इस वीडियो को चेक किया.
Hiya डीपफेक वॉइस डिटेक्टर ने इस वीडियो की आवाज को 1/100 के ऑथेंटिसिटी स्कोर दिया, जिसका मतलब है कि इसके एआई जनरेटेड होने की संभावना अत्यधिक लगभग 99 प्रतिशत तक है.
वहीं DeepFake-O-Meter के तीन मॉडल ने इस वीडियो के फेक होने की 99% से अधिक संभावना व्यक्त की.
कर्नल सोफिया कुरैशी मूल भाषण में ऐसा कुछ नहीं बोला
हमने सोफिया कुरैशी के इस मूल भाषण को खोजा तो पाया कि यह भारतीय सेना द्वारा आयोजित ‘चाणक्य डिफेंस डायलॉग’ में दिए एक संबोधन का है. इस भाषण की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग देखने पर पाया कि उन्होंने कहीं भी “त्रिशूल अभ्यास” को बिहार चुनाव के लिए प्रभावितट जैसा कोई बयान नहीं दिया. इस पूरे मूल भाषण को नीचे देखा जा सकता है.


