सोशल मीडिया पर एक घर के फ्रंट गेट के पानी में डूबने का टाइमलैप्स वीडियो गलत दावे के साथ वायरल है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह केरल के वायनाड का वीडियो है, जहां भारी बारिश के कारण कई हिस्से बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं.
बूम ने पाया कि यह फुटेज केरल के वायनाड का नहीं बल्कि चीन के मेइजो शहर में आई बाढ़ की घटना का है.
गौरतलब है कि केरल के वायनाड में भूस्खलन के चलते अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. न्यूज रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना अबतक लगभग 1,000 लोगों को बचाने में सफल रही, जबकि 220 लोग अभी भी लापता हैं. रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जिले के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव इस लैंडस्लाइड से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
चीन में आई बाढ़ के इस वीडियो को कई दक्षिणपंथी यूजर्स ने वायनाड के संदर्भ में शेयर किया और केरल सरकार पर निशाना साधा. एक्स पर पोस्ट करते हुए यूजर जितेंद्र प्रताप सिंह ने इसके साथ लिखा, 'आज आप केरल मॉडल का असली सच्चाई देखिए. संसद में अमित शाह जी ने कहा कि कुल चार बार केरल सरकार को केंद्र के मौसम विभाग ने लिखित चेतावनी भेजा कि वायनाड में काफी बड़ा भूस्खलन होगा.'
'26 जुलाई को अंतिम चेतावनी भेजी गई थी जिसमें कहा गया था कि केरल सरकार उस पूरे एरिया से लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाए क्योंकि यहां भूस्खलन होगा लेकिन केरल सरकार ने कुछ नहीं किया और करीब 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. यही वामपंथियों का केरल मॉडल है जो कोई अपने रेक्टम में से सोना लाता है तो कोई मौसम विभाग की चेतावनी को नजरअंदाज कर देता है.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
हमने पाया कि वीडियो के ऊपर बाएं कोने पर तारीख और टाइमस्टैम्प अंकित है, जिसके मुताबिक वीडियो को 16 जून 2024 को रिकॉर्ड किया गया था. यानी यह 30 जुलाई 2024 को वायनाड में आए भयानक लैंडस्लाइड से पहले का वीडियो है.
फिर हमने वीडियो के कई कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें एक्स के एक वेरिफाइड अकाउंट पर 23 जून 2024 को पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला. पोस्ट में इसे चीन के मेइजो शहर का बताया गया था.
पोस्ट का कैप्शन चीनी भाषा में था जिसका हिंदी अनुवाद है, "निगरानी वीडियो से सच्चाई का पता चलता है: पिंगयुआन काउंटी जलाशय से बिना किसी चेतावनी के बाढ़ का पानी छोड़ दिया गया और बाढ़ 3 घंटे में 2 मीटर बढ़ गई! 16 जून, हुआंगटियन जलाशय, हुआंगटियन गांव, पिंगयुआन काउंटी, मेइजो, ग्वांगडोंग."
"दोपहर में अचानक बाढ़ आ गई. अचानक आई बाढ़ के कारण ग्रामीणों के पास बचने का कोई रास्ता नहीं बचा. स्थानीय लोगों को दोपहर 3 बजे तक भी जगह खाली करने की नोटिस नहीं मिली थी. तब तक गांव पहले से ही 2 मीटर गहरी बाढ़ में डूब चुका था... आधिकारिक रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बाढ़ से 38 लोगों की मौत हो गई और दो लापता हो गए."
यहां से लीड लेकर हमने हमने संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए. इससे हमें 24 जून 2024 को 'न्यू टैंग डायनेस्टी' (NTDTV) द्वारा प्रकाशित एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट मौजूद थे.
चीनी भाषा की NTDTV की रिपोर्ट में बताया कि यह पिंगयुआन काउंटी के झांगयान गांव का है, जिसमें एक घर के फ्रंट गेट पूरी तरह से डूबते हुए दिखाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 16 जून की है जब ग्वांगडोंग प्रांत के मेइजो के पिंगयुआन काउंटी के हुआंगटियन गांव में हुआंगटियन जलाशय के अधिकारियों ने अचानक बाढ़ का पानी छोड़ दिया था.
24 जून 2024 को न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी इस क्षेत्र में हुई भारी बारिश को लेकर रिपोर्ट की थी, "राज्य मीडिया के अनुसार, लगभग 3.8 मिलियन आबादी वाले मेइजो शहर में पिछले सप्ताह "सदी में एक बार" होने वाली बारिश हुई. शुरुआत में अधिकारियों ने बताया कि मेइजो में नौ लोगों की मौत हो गई थी लेकिन शुक्रवार की दोपहर को मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली. अधिकारियों ने मेइजो के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले काउंटी पिंगयुआन में अतिरिक्त 38 मौतों की सूचना दी. उन्होंने कहा कि वहां दो लोग अभी भी लापता हैं, हालांकि कोई और जानकारी जारी नहीं की गई है."