सोशल मीडिया पर एक बच्चे को पैर से बांधकर उल्टा लटकाए जाने का वीडियो वायरल है. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो भारत के एक मदरसे में हुई घटना का है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा गलत है.
वायरल वीडियो पाकिस्तान के एक मदरसे में हुई घटना का है. जून 2019 में घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामला रावलपिंडी पुलिस के संज्ञान में आया था.
एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'यह कौन सा स्कूल है मुझे बताने की जरूरत नहीं है. लेकिन एक छोटी बच्ची को इस तरह से पैर बांधकर उल्टा लटकाया जाना क्या हमारे देश में कानून का डर है या नहीं है? और इस बच्ची को यह तालिबानी सजा क्यों दी जा रही है इसका कारण है आसमानी किताब जो इसे समझ नहीं आई. मुझे लगता है कि ऐसे स्कूलों को पूरी तरह से बैन कर देना चाहिए पूरे भारत में और ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए जो इस तरह से एक छोटी बच्ची के साथ मारपीट कर रहे है.'
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें जून 2019 की कई पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट मिलीं. रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शामिल है.
पाकिस्तानी न्यूज आउटलेट Geo News की 30 जून 2019 की रिपोर्ट में बताया गया कि पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक 'क़ारी' (धार्मिक शिक्षक) नूर मोहम्मद को एक छात्र के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, छात्र और उसके पिता ने इसे 'प्रैंक' बताया.
ARY NEWS की रिपोर्ट में बताया गया कि यह घटना पिछले साल (2018) सर्दियों में हुई थी, जिसके बाद मदरसा प्रबंधन और पीड़ित पक्ष के बीच समझौता हो गया था. हालांकि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस के संज्ञान में आया. मदरसा के प्रभारी तालीम उल कुरान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से लिखा गया, "लड़के के परिवार से किसी ने भी घटना के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. यदि बच्चे के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराई जाती है तो मामले पर कार्रवाई की जाएगी."
गल्फ टूडे और ट्रिब्यून न्यूज पर भी इस घटना की रिपोर्ट देखी जा सकती है.