संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के ऐतिहासिक अपोलो 11 चंद्रमा मिशन को रिक्रिएट करने के लिए बनाया गया एक एनीमेशन वीडियो इस झूठे दावे के साथ प्रचारित किया जा रहा है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चांद पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान -3 मिशन की एक झलक का फुटेज जारी किया है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 2021 से इन्टरनेट पर मौजूद है और इसका चंद्रयान -3 मिशन से कोई संबंध नहीं है. वीडियो में जो ऑडियो सुनाई दे रहा है, वह भी 1960 और 70 के दशक में नासा द्वारा संचालित अपोलो अंतरिक्ष कार्यक्रम से लिया गया है.
23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर के सॉफ्ट लैंडिंग करने के बाद भारत का महत्वाकांक्षी मिशन सफल रहा. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी 'रोस्कोस्मोस' द्वारा उनके लूना 25 मिशन के चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि के एक सप्ताह बाद भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर सफल लैंडिंग कर इतिहास रच दिया. इस साल 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से उड़ान भरने वाले चंद्रयान-3 के द्वारा अपने मिशन के दौरान चांद की सतह का 'इन-सीटू रासायनिक विश्लेषण' करने की उम्मीद है.
कई पुरानी तस्वीरें और असंबंधित वीडियो चंद्रयान-3 के नाम से वायरल हो रहे हैं. यह वीडियो इस कैप्शन के साथ वायरल हो रहा है कि "नासा के द्वारा जारी चन्द्रयान की लैंडिंग. देखिए चंद्रयान-3 के लाइव लैंडिंग की अब तक की सबसे साफ तस्वीर."
एक अन्य पोस्ट यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो से कीफ़्रेम निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें हेजग्रायर्ट नाम के YouTube चैनल पर 20 जुलाई, 2023 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जिसके डिस्क्रिप्शन में 1969 में हुए अपोलो 11 चंद्रमा लैंडिंग मिशन का उल्लेख है.
इसके बाद हमने हेजग्रायर्ट नाम के इस यूट्यूब चैनल की पड़ताल की और पाया कि चैनल पर कई स्पेस एनीमेशन वीडियो अपलोड किए गए हैं.
दूसरी ओर, हमें 8 जून 2021 को अपलोड किए गए यूट्यूब चैनल पर समान विवरण के साथ वायरल वीडियो का लंबा संस्करण भी मिला.
हमने आगे देखा कि इस वीडियो में एक बातचीत और ए. आर रहमान के गाने 'वंदे मातरम' को जोड़ा गया है. ऑडियो में प्रतिष्ठित पंक्तियाँ "ट्रैंक्विलिटी बेस हियर. ईगल हेज लैंडेड" के बोल भी शामिल हैं. ट्रैंक्विलिटी बेस चंद्रमा का वह स्थान है जहां अंतरिक्ष यात्री पहली बार चले थे जबकि ईगल अंतरिक्ष यान लूनर मॉड्यूल ईगल एलएम5 को इंगित करता है.
उपरोक्त वीडियो में शामिल बातचीत को नासा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 27 जुलाई, 2019 को अपलोड किए गए वीडियो में 2 मिनट से सुना जा सकता है.
इस वीडियो को एक विवरण के साथ अपलोड किया गया था जिसमें कहा गया है कि "20 जुलाई 1969 को, मनुष्य पहली बार इतिहास में एक दूसरी दुनिया में गए, और उस लक्ष्य को प्राप्त किया जो राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने 1961 में निर्धारित किया था, इससे पहले अमेरिकियों ने पृथ्वी की परिक्रमा भी नहीं की थी. लैंडिंग के बाद, जिसमें लैंडिंग से ठीक पहले चांद के क्रेटर और बोल्डर क्षेत्र से बचना शामिल था, अपोलो 11 के अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन ने दो घंटे से अधिक समय तक अपनी लैंडिंग साइट के आसपास के क्षेत्र को एक्स्प्लोर किया था.
वीडियो के डिस्क्रिप्शन में आगे कहा गया है कि "जब चांद मॉड्यूल शाम 4:17 बजे EDT पर उतरा, तो केवल 30 सेकंड का ईंधन बचा था. आर्मस्ट्रांग ने कहा "ह्यूस्टन, ट्रैंक्विलिटी बेस यहां. ईगल उतर चुका है." इसके बाद जैसे ही तनाव ख़त्म हुआ, मिशन कंट्रोल जश्न में डूब गया और एक नियंत्रक ने चालक दल से कहा "हमारे पास मौजूद लोगों की साँसें थमी हुई थीं, अब हम फिर से सांस ले रहे हैं."
वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए बूम ने यूट्यूब चैनल हेजग्रायर्ट से भी संपर्क किया. जब भी हमें जवाब मिलेगा, स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.
सहायक रिपोर्टिंग- Sujith A
इसरो प्रमुख के डांस का पुराना वीडियो चंद्रयान 3 की सफलता के बाद का बताकर वायरल