सोशल मीडिया पर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की तस्वीर जलाने का एक वीडियो वायरल है. इसे लेकर दावा है कि नरेंद्र मोदी का समर्थन करने पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का विरोध शुरू हो गया है. बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है.
वीडियो मार्च 2024 का है जब आंध्र प्रदेश के गुंतकल विधानसभा क्षेत्र में टिकट बंटवारे से नाराज टीडीपी कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं की तस्वीर जलाई थी. गौरतलब है कि चंद्रबाबू नायडू ने सरकार बनाने के लिए एनडीए को समर्थन दिया है. वह बुधवार (5 जून) को दिल्ली में हुई एनडीए की बैठक में भी शामिल हुए थे.
एक्स यूजर @Virus_Studioz ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'भाजपा द्वारा किए गए तिरस्कार के बावजूद मोदी को समर्थन देने पर चंद्रबाबू नायडू का आंध्रप्रदेश में विरोध होना शुरू हो गया है.'
पोस्ट देखें
आर्काइव लिंक देखें
इसी कैप्शन के साथ फेसबुक पर भी वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसका आर्काइव लिंक देख सकते हैं.
फैक्ट चेक
बूम ने जांच में पाया कि वीडियो मार्च 2024 का है जिसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
वायरल वीडियो पर टिक टॉक की आईडी के साथ तेलुगू में लिखा एक टेक्स्ट दिखाई देता है. गूगल लेंस से इसका अनुवाद करने पर पता चलता है कि यह आंध्र प्रदेश की गुतंकल विधानसभा क्षेत्र का मामला है, जहां पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाते हुए टीडीपी काडर प्रदर्शन कर रहे हैं.
संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च करने पर 30 मार्च 2024 को दि न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया कि आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जारी फाइल चौथी और फाइनल लिस्ट में टिकट बंटवारे को लेकर टीडीपी में असंतोष है. टीडीपी काडर ने उम्मीदवार चयन पर नाराजगी जाहिर करते हुए अनंतपुर और गुंतकल विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यालय में रखे फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया और प्रचार सामग्री को भी जला दिया.
आर्टिकल में यह भी बताया गया कि नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू और महासचिव लोकेश की तस्वीरें भी जलाईं. गुंतकल में पार्टी के टिकट दावेदार और पूर्व विधायक जितेंद्र गौड़ खेमे ने जी. जयाराम को गैर स्थानीय बताते हुए दावा किया कि पार्टी की उनके साथ 30 करोड़ रुपये की डील हुई है. गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के श्रम मंत्री जयराम ने मार्च महीने में ही वाईएसआरसीपी से इस्तीफा देकर टीडीपी जॉइन की थी जिन्हें पार्टी ने गुंतकल से उम्मीदवार बनाया था.
रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई फीचर इमेज वायरल वीडियो से मिलती-जुलती है.
गूगल सर्च पर बूम को विरोध प्रदर्शन से जुड़ी समयम तेलुगू की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसमें वायरल फुटेज शामिल है. इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के खिलाफ टीडीपी कार्यकर्ताओं के मार्च महीने में हुए प्रोटेस्ट से जुड़ा है.