कई दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूज़र्स ने बीते दिनों खंडित मूर्तियों की कुछ तस्वीरें और वीडियोज शेयर की. वीडियोज और तस्वीरें शेयर करते हुए यह दावा किया गया कि “उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में मुस्लिमों ने मंदिरों की मूर्तियों सहित शिवलिंग को तोड़ दिया”.
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि बीते 8 जून को बुलंदशहर पुलिस ने मूर्तियां तोड़ने के आरोप में हरीश, अजय, शिवम और केशव नाम के चार युवकों को गिरफ़्तार किया है.
दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूज़र्स के अलावा कुछ मेनस्ट्रीम मीडिया चैनल ने भी मूर्ति क्षतिग्रस्त किए जाने की इस घटना को शेयर किया.
हिंदी न्यूज़ चैनल आजतक के एंकर सुधीर चौधरी ने 2 जून 2023 को अपने शो ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ में इस घटना को शेयर किया. इस दौरान उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से यह नहीं कहा कि मुस्लिमों ने मूर्तियों को तोड़ा है. लेकिन उन्होंने शो में बुलंदशहर के हिंदुओं और मुस्लिमों की जनसंख्या बताई. साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि “बुलंदशहर वही जिला है जहां से मोहम्मद साहिल खान को गिरफ़्तार किया गया था, जिसने राहुल बनकर दिल्ली में साक्षी नाम की युवती की हत्या की थी”.
हालांकि, 8 जून को सुधीर चौधरी ने अपने शो में मूर्ति तोड़ने की घटना को अंजाम देने वालों आरोपियों के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि “आज अगर हिंदू धर्म को किसी से ख़तरा है तो इसी धर्म को मानने वाले लोगों से है”.
दक्षिणपंथी न्यूज़ चैनल सुदर्शन न्यूज़ के महेश कुमार श्रीवास्तव ने अपने ट्विटर अकाउंट से खंडित मूर्तियों के वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जिहादियों का नंगा नाच, 5 मंदिरों की मोतियों सहित शिवलिंग को तोड़ा। बड़ा सवाल, आखिर हिंदुस्थान में कब बंद होगा हिंदू मंदिरों पर तालिबानी आतंक!”.
वहीं बाला नाम के एक वेरिफाईड ट्विटर हैंडल ने भी इस घटना का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया. हालांकि वीडियो के साथ शेयर किए गए कैप्शन में उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से यह दावा नहीं किया कि इस घटना के पीछे किसका का हाथ है. लेकिन उन्होंने कैप्शन में धर्म, मंदिर और बेटियों पर हमले का जिक्र किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए बुलंदशहर पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि “इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं हैं. साथ ही तोड़फोड़ करने वाले सभी आरोपी हिंदू हैं”.
बुलंदशहर पुलिस ने हमें इस घटना के संबंध में 8 जून 2023 को ज़ारी की गई प्रेस रिलीज भेजी. प्रेस रिलीज में दी गई जानकारी के अनुसार, पुलिस ने 31 मई 2023 को गुलावठी थाना क्षेत्र अंतर्गत बराल गांव में 4 मंदिरों की मूर्तियों को तोड़ने के आरोप में हरीश, अजय, शिवम और केशव को गिरफ़्तार किया है.
प्रेस रिलीज में यह भी बताया गया है कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी रोज हरीश उर्फ ईलू के घर में बैठकर शराब पीते थे. घटना वाली रात में भी अभियुक्तों ने हरीश के घर में शराब पी और उसके बाद शराब के नशे में हरीश के कहने पर सभी आरोपियों ने मूर्तियां तोड़ी.
जांच में हमें बुलंदशहर पुलिस के ट्विटर अकाउंट से 8 जून 2023 को ट्वीट किया गया प्रेस रिलीज़ भी मिला. इसमें सभी आरोपियों की तस्वीर भी मौजूद थी.
इसके अलावा बुलंदशहर पुलिस के ट्विटर अकाउंट से इस घटना के संबंध में एसएसपी श्लोक कुमार के द्वारा दिए गए बयान को भी ट्वीट किया गया है.
इस दौरान हमने अपनी जांच को और पुख्ता बनाने के लिए बुलंदशहर के एसएसपी श्लोक कुमार से भी संपर्क किया. एसएसपी श्लोक कुमार ने वायरल दावों का खंडन करते हुए साफ़ कहा कि “इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है, गिरफ़्तार किए गए सभी आ रोपी हिंदू हैं”.
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