भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के झंडे जलाए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसे दो अलग-अलग दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. पहला यह कि वीडियो पंजाब का है, और दूसरे दावे में इसे हरियाणा का वर्तमान का बताया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो अक्टूबर 2021 का हरियाणा के ऐलनाबाद का है. जब वहां विधायक अभय सिंह चौटाला के इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव हो रहे थे.
एक फेसबुक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'हरियाणा के ऐलनाबाद में किसानों ने भाजपा की प्रचार गाड़ी से झंडे उतारकर जलाए. किसानों ने बीजेपी और जेजेपी कि गांव में एंट्री बंद कर दी है.'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
राजस्थान कांग्रेस के सोशल मीडिया की वाइस प्रसीडेंट विनीता जैन ने बीजेपी पर तंज कसते हुए लिखा, 'सुना है पंजाब से रुझान आने लगे हैं.'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमेें खास हरियाणा नाम के एक लोकल यूट्यूब चैनल पर 7 अक्टूबर 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो में वायरल वीडियो वाले दृश्य देखे जा सकते हैं.
वीडियो के विवरण में बताया गया कि ऐलनाबाद में किसानों ने भाजपा के हजारों झंडों को आग के हवाले कर दिया.
इसके बाद हमें Bebak Aawaz नाम के एक फेसबुक पेज पर भी ऐसा ही वीडियो मिला. यह वीडियो भी 7 अक्टूबर 2021 को अपलोड किया गया था.
वीडियो के कैप्शन में बताया गया कि ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव में किसानों ने भाजपा के झंडे जलाए.
हमने मीडिया रिपोर्ट्स सर्च कीं और पाया कि 30 अक्टूबर 2021 को हरियाणा के सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होना था. 2 नवंबर को 2021 को आए चुनाव के नतीजों में इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार के अभय चौटाला ने जीत दर्ज की थी.
अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने हरियाणा में Bebak Aawaz को चलाने वाले जोगेंद्र कथुरिया से बात की. उन्होंने बताया, "यह वीडियो हरियाणा में ऐलनाबाद विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के दौरान का है. अभय चौटाला के किसानों की मांगों के समर्थन में विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद वहां उपचुनाव हो रहे थे."
जोगेंद्र ने आगे बताया, "मैं यह उपचुनाव कवर कर रहा था, किसान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेताओं के विरोध में भाजपा के झंडो को जला रहे थे."
संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. मीडिया रिपोर्ट (एनडीटीवी) में इससे संबंधित खबर को पढ़ा जा सकता है.
गौरतलब है कि सितंबर 2020 में संसद से तीन कृषि कानून पास हुए थे, जिसके विरोध में देशभर में किसानों ने आंदोलन किया था. केंद्र सरकार ने बाद में यह कानून वापस ले लिए थे.