'आई लव मोहम्मद' विवाद के बाद बरेली में हुई हिंसा और आरोपियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई के बीच पाकिस्तान में हुए अतिक्रमण विरोधी अभियान का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. यूजर इस वीडियो को बरेली में हुई कार्रवाई से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो बरेली का नहीं बल्कि पाकिस्तान के दीपालपुर का है, जहां अगस्त महीने में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ की गई कार्रवाई में गल्ला मंडी रोड पर स्थित कई दुकानों को तोड़ दिया गया था.
गौरतलब है कि 26 सितंबर को बरेली में मौलाना तौकीर रजा की अपील पर जुमे की नमाज के बाद 'I Love Mohammad' के पोस्टर लेकर लोग सड़कों पर उतर आए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई.
इस हिंसा के आरोप में बुलडोजर एक्शन के तहत मौलाना तौकीर रजा के करीबी के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है. बरेली में प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए इंटरनेट सेवाएं 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक बंद कर दी हैं.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स (आर्काइव लिंक) और फेसबुक (आर्काइव लिंक) जैसे प्लेटफॉर्म पर विध्वंस का यह वीडियो खूब वायरल है. करीब 31 सेकंड के इस वीडियो में ढहाई गई इमारतों का मलबा देखा जा सकता है. कई यूजर्स इसे बरेली में हुई बुलडोजर कार्रवाई का बताते हुए लिख रहे हैं, 'बरेली का बाजार इतना साफ हो गया है कि कई वर्षों पहले गिरा हुआ झुमका भी शायद अब मिल जाएगा.'
इसके अलावा यह वीडियो पड़ताल के लिए बूम के टिपलाइन नंबर (+91 7700906588) पर भी प्राप्त हुआ.
पड़ताल में क्या मिला:
वीडियो पाकिस्तान का है
वीडियो के कुछ कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूट्यूब, फेसबुक और टिकटॉक पर इससे मिलते-जुलते कई वीडियो मिले जिनमें इसे पाकिस्तान के दीपालपुर का बताया गया था.
आगे संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें पाकिस्तानी आउटलेट UrduPoint.com के फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल पर इस घटना से जुड़े कई वीडियो मिले. इसके साथ दी गई जानकारी के मुताबिक दीपालपुर में प्रशासन ने 50 सालों से भी पुराने अवैध ढांचों पर कार्रवाई करते हुए कई अनधिकृत दुकानों को ध्वस्त कर दिया. इन वीडियो में स्थानीय दुकानदारों के बयान भी शामिल हैं.
पाकिस्तान के दीपालपुर में हुई थी अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई
इस मामले से जुड़े वीडियो स्थानीय न्यूज चैनल TODAY OKARA और Ittehad Pressclub Depalpurpress के फेसबुक पेज पर भी देखे जा सकते हैं. इनके अनुसार, दीपालपुर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रशासन और PERA फोर्स ने गल्ला मंडी रोड पर एक अभियान चलाया और मशीनरी की मदद से कई दुकानों को गिरा दिया.
एक अन्य टिकटॉक वीडियो में वायरल वीडियो में दिख रही लाल रंग की बिल्डिंग नजर आती है, जो टूटने से पहले की स्थिति में है उसपर 'Muzammil Center' लिखा हुआ है.
दीपालपुर के पुराने वीडियो में भी मौजूद हैं वायरल वीडियो वाली दुकानें
पाकिस्तान स्थित हुसैन लकी नाम के यूट्यूब चैनल पर भी 22 अगस्त का साझा किया गया एक वीडियो देखा जा सकता है, जिसमें बताया गया है कि असिस्टेंट कमिश्नर दीपालपुर और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में गल्ला मंडी रोड पर बनी अवैध दुकानों को हटाया जाएगा.
हालांकि दुकानदारों का कहना था कि उनके पास दुकानों की रजिस्ट्री है, वे समय-समय पर टैक्स भी अदा करते रहे हैं. इसके बावजूद उनकी दुकानों को अतिक्रमण बताकर तोड़ा जा रहा है. इस वीडियो में भी एक जगह पीछे की तरफ वायरल वीडियो वाली वही लाल बिल्डिंग देखी जा सकती है.
Pakistan Travel Pioneer नाम के एक चैनल पर पंजाब प्रांत के ओकारा जिले के दीपालपुर शहर की गल्ला मंडी रोड का एक वीडियो उपलब्ध है, जिसमें वही दुकानें देखी जा सकती हैं. इससे साफ हो जाता है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान का है और इसका बरेली से कोई संबंध नहीं है. नीचे वायरल वीडियो और पड़ताल के दौरान मिले वीडियो के बीच तुलना देखी जा सकती है.
पहले भी सोशल मीडिया पर पेशावर में अवैध निर्माण के खिलाफ हुई कार्रवाई का एक वीडियो भारत-पाकिस्तान तनाव से जोड़कर वायरल किया गया था और बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था. रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है.


