सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक इमारत से धुएं का गुबार उठता दिख रहा है. इमारत के बाहर सड़क और फ्लाईओवर पर लोगों की भीड़ में अफरा-तफरी मची है.
सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो शेयर करते हुए सांप्रदायिक दावा कर रहे हैं कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेशियों ने सैकड़ों हिंदुओं को घरों में बंद करके बिल्डिंग में आग लगा दी.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो ढाका के जत्राबाड़ी थाने का है. जब बांग्लादेश में 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बड़े स्तर पर राजनीतिक अराजकता और हिंसा फैल गई थी. उसी दिन भीड़ ने कई पुलिस स्टेशनों पर हमला कर दिया था. इस हमले के दौरान जत्राबाड़ी थाने में कई पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी.
गौरतलब है कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बड़े स्तर पर फैली हिंसा और अराजकता के बीच अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की खबरें भी सामने आ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अगस्त को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख बने अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील भी की थी.
अंतरिम सरकार ने कहा कि शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद से हिंदुओं पर हमले और मंदिरों में तोड़फोड़ से हम स्तब्ध हैं. सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों के समाधान के लिए काम कर रही है.
एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हु्ए लिखा, 'बात 5 अगस्त की है जब सैकड़ों हिंदुओं को घरों में बंद करके बांग्लादेशियों ने बिल्डिंग को आग लगा दी. अब कैसे हम इन जाहिल बांग्लादेशियों को अपने भारत में रहने दें?'
फेसबुक पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें इसी कई अन्य वीडियो मिले, जिनमें इसे जत्राबाड़ी थाने में आग लगने की घटना बताया गया.
हमने इस स्थान को गूगल पर सर्च किया तो पाया यह वीडियो जत्राबाड़ी पुलिस स्टेशन की घटना का ही है.
हमने इन वीडियो में दी जानकारी से संकेत लेकर संबंधित बांग्ला कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया तो हमें बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट्स पर इस घटना की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं.
The Business Standard की 6 अगस्त 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, "पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के बाद देश भर में हिंसा फैल गई, जिससे देश पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गया. गुस्साई भीड़ ने देशभर में कई पुलिस स्टेशनों पर हमला कर दिया, जिससे कई लोगों की मौत हो गई. 6 अगस्त की सुबह जत्राबाड़ी पुलिस स्टेशन के बाहर कुल चार शव भी मिले."
Amader Shomoy की वीडियो रिपोर्ट में जत्राबाड़ी पुलिस स्टेशन में आग लगने, भीड़ की अफरा-तफरी और पुलिसकर्मियों की लाशों के फुटेज को दिखाया गया है. Jamuna TV की वीडियो रिपोर्ट में जत्राबाड़ी पुलिस स्टेशन के बाहर भीड़ को देखा जा सकता है.
BDNews24 ने अपनी रिपोर्ट में बताया गया कि "ढाका के 50 पुलिस स्टेशनों में से कई स्टेशनों पर हमला किया गया. इनमें जत्राबाड़ी, तेजगांव औद्योगिक क्षेत्र, मोहम्मदपुर, उत्तर पूर्व, बड्डा, रामपुरा और खिलगांव शामिल हैं."
भारतीय समाचार एजेंसी यूएनआई ने 6 अगस्त 2024 की रिपोर्ट में बताया गया कि "बांग्लादेश में चल रहे सत्ता परिवर्तन के बीच कानून और पुलिस व्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है. पिछले दो दिनों में हिंसक भीड़ ने करीब 400 पुलिस स्टेशनों पर हमला कर दिया. 50 पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गई. देश के कई पुलिस स्टेशनों पर कोई पुलिसकर्मी नहीं है, क्योंकि अधिकांश पुलिसकर्मियों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली हुई है."