सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा एक महिला को जबरदस्ती उठाकर एक गाड़ी में ले जाने का परेशान करने वाला एक वीडियो वायरल है. इस वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि बांग्लादेश में मुसलमानों ने एक हिंदू परिवार को मार डाला और उनकी बेटी का अपहरण कर लिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा गलत है. वीडियो एक हिंदू पुरुष द्वारा दोस्तों के साथ मिलकर अपनी पूर्व हिंदू पत्नी को किडनैप करने का है. यह एक पारिवारिक मामला था. इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के पीएम पद से अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बड़े स्तर पर राजनीतिक अराजकता और हिंसा फैली हुई है. बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की खबरें भी सामने आ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अगस्त को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख बने अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'दुनिया की नजरें कहां हैं. बांग्लादेश में मुसलमानों ने एक हिंदू परिवार को मार डाला और उनकी बेटी का अपहरण कर लिया. इनके अंदर तो इंसानियत ही खत्म हो गई है.'
सुदर्शन न्यूज बांग्ला ने भी एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. ये वीडियो दोपहर की बताई जा रही है जहां नोआखली में दिनदहाड़े एक नाबालिग हिंदू लड़की को जिहादियों ने अगवा कर लिया. बताया जा रहा है कि लड़की दुलाल पाल की बेटी है.वह नोआखली जिले के सेनबाग पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मोइशाई गांव की निवासी है. आपको बता दें कि सूचना मिलने के बाद बांग्लादेशी सेना ने तलाशी अभियान चलाया और उसे बरामद कर लिया. साथ ही 3 इस्लामवादियों को हिरासत में लिया और अन्य भाग गए.'
#बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं।
— Sudarshan Bangla (@SudarshanBangla) August 8, 2024
ये वीडियो दोपहर की बताई जा रही है जहां #नोआखली में दिनदहाड़े एक नाबालिग हिंदू लड़की को जिहादियों ने अगवा कर लिया..
बताया जा रहा है कि लड़की दुलाल पाल की बेटी है..वह #नोआखली जिले के सेनबाग पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मोइशाई गांव की… pic.twitter.com/TJ4QybgX6V
फैक्ट चेक
बूम ने बांग्ला कीवर्ड 'नोआखाली महिला अपहरण' से फेसबुक पर सर्च किया तो हमें इस वायरल वीडियो के साथ ऐसे कई पोस्ट मिले, जिसमें बताया गया कि यह वीडियो बांग्लादेश के नोआखाली जिले के सेनबाग उपजिला का है.
हमें महफूज आलम नाम के एक फेसबुक यूजर का लाइव वीडियो भी मिला. वीडियो के कैप्शन में बताया गया कि यह घटना 8 अगस्त 2024 को सेनबाग के मोइशाई गांव में हुई. यह लाइव वीडियो लगभग शाम 6 बजे रिकॉर्ड किया गया था.
लाइव वीडियो के कैप्शन के मुताबिक, तीन किडनैपर्स को बांग्लादेश की सेना ने पकड़ लिया, जबकि बाकी के 14 लोग गाड़ी से भाग निकले.
बूम ने अधिक जानकारी के लिए आलम से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि यह घटना नोआखली के सेनबाग की ही है, जहां एक हिंदू शख्स ने अलग हो चुकी पत्नी के अपहरण की साजिश रची थी. यह घटना कथित तौर पर 8 अगस्त को हुई थी.
आलम ने बूम को बताया, "यह घटना हमारे गांव में हुई थी. प्रसेनजीत नाम का एक हिंदू व्यक्ति अपने दोस्तों के साथ अपनी पूर्व पत्नी सुमन को जबरदस्ती ले जाने के लिए आया था. हालांकि उसकी पूर्व पत्नी उसके साथ नहीं रहना चाहती थी, इसलिए महिला को जबरदस्ती एक कार में डालकर भगा ले जाने की कोशिश कर रहे थे. मेरे साथ कुछ अन्य स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की. हम पति के साथ उनमें से तीन को पकड़ने में सफल रहे लेकिन उनमें से अधिकांश कार में भाग निकले. हमने तीनों को बांग्लादेश सेना को सौंप दिया. तीन में से दो लोग मुस्लिम हैं और पति के दोस्त हैं. सेना ने उनसे पूछताछ की और बाद में उन्हें रिहा कर दिया."
आलम ने बूम को आगे बताया कि "यह घटना एक पारिवारिक मामला है और इसमें किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है."
फेसबुक लाइव वीडियो में पति और उसके दोस्तों को स्थानीय लोगों द्वारा पकड़े जाने और उसके बाद बांधे जाने के दृश्य दिखाए गए हैं.
बूम ने स्थानीय रिपोर्टर और नोआखली प्रेस क्लब के सचिव अबू नासेर मोंजू से भी संपर्क किया. उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की कि यह एक घरेलू विवाद था. उन्होंने बताया कि "वह व्यक्ति कमिला जिले का है और कानूनी तौर पर अपनी पत्नी से अलग हो चुका है. उसने बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति (जहां कोई पुलिस प्रशासन नहीं है) का फायदा उठाते हुए अपनी पूर्व पत्नी का अपहरण करने की कोशिश की."
मोंजू ने बूम को आगे बताया, "दोनों पति-पत्नी वयस्क हैं और कुछ साल पहले उनकी अरेंज मैरिज हुई थी. महिला दो साल से अधिक समय से अपने पिता दुलाल के घर पर रह रही है. महिला के अपहरण के इस केस में पति के साथ दो मुस्लिम पुरुषों को भी पकड़ा गया था. स्थानीय लोगों ने यह सुनिश्चित किया है कि वे महिला से दूर रहे क्योंकि वे अलग हो चुके हैं."