सोशल मीडिया पर बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा के आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर किए जाने का भ्रामक दावा वायरल है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि दो आरोपियों को एनकाउंटर के दौरान पैर पर गोली लगी थी. इसके बाद जिला अस्पताल में दोनों का इलाज कराया गया. फिलहाल बाकी आरोपियों के साथ उन्हें भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि यूपी के बहराइच के महाराजगंज कस्बे में 13 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 17 अक्टूबर को मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद समेत पांच लोगों को अरेस्ट किया था. इस दौरान पुलिस एनकाउंटर में दो आरोपी घायल हुए थे.
वहीं हत्या के बाद बहराइच में हिंसा और आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं. पूरे मामले में अब तक 12 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं जबकि 87 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर ने 17 अक्टूबर को लिखा, 'बहराइच स्व० रामगोपाल मिश्रा की नृशंश हत्या करने वाले दोनों अपराधियों को मिट्टी में मिलाया गया। नेपाल भागने की फिराक में थे मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब, STF ने किया ढेर.'
फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ एनकाउंटर में घायल हुए आरोपियों की तस्वीर वायरल है. आर्काइव लिंक
फैक्ट चेक
पुलिस एनकाउंटर में आरोपी घायल हुए थे
सोशल मीडिया पर बहराइच हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने का दावा वायरल है. बूम ने जांच में पाया कि दोनों आरोपी घायल हुए थे.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड के साथ गूगल पर सर्च किया. इस दौरान हमें 17 अक्टूबर 2024 की आज तक डिजिटल की एक रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया कि बहराइच हिंसा के 2 आरोपियों का एनकाउंटर हो गया है. आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे. जिन आरोपियों का एनकाउंटर हुआ उनके नाम सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्मद तालीम है.
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने स्पष्ट किया कि कोई कैजुअल्टी नहीं हुई है. मामले में कुल 5 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं.
हिंदुस्तान लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक, रामगोपाल मिश्रा की हत्या मामले में पुलिस ने 6 नामजद समेत 10 पर मुकदमा दर्ज किया था. हत्या के बाद से ही हमीद समेत सभी आरोपी फरार थे.
आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग की थी
गुरुवार दोपहर (17 अक्टूबर) को सभी आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे. एसटीएफ को सूचना मिलने पर कोतवाली नानपारा क्षेत्र के हांडा बसहरी के पास घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ा गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी के लिए जैसे ही पुलिस सरफराज और तालीम को लेकर मौके पर पहुंची तो दोनों ने झाड़ियों में छिपाकर रखे असलहों से पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में दोनों को पैर में गोली लगी.
प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दोनों की हालत स्थिर बताई गई.
सभी आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
शुक्रवार 18 अक्टूबर को सरफराज, तालीम के अलावा अन्य आरोपी अब्दुल हमीद, फहीम और मोहम्मद अफजल की सीजेएम आवास पर पेशी हुई जिसके बाद पांचों आरोपियों को आरआरएफ पीएसी और पुलिस की कड़ी सुरक्षा में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
इस मामले में स्थानीय पत्रकार अजीम मिर्जा ने बताया, "हत्या के मामले में कुल 6 आरोपी थे. एक पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था. वहीं 17 अक्टूबर को पुलिस ने सरफराज और तालीम समेत 5 पांच आरोपियों को अरेस्ट किया. इनमें मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद भी शामिल है. शुक्रवार को सभी को न्यायिक हिरासत में बहराइच जेल भेज दिया गया."