सोशल मीडिया पर तमिलनाडु के सोशल एक्टिविस्ट पीयूष मानुष के साथ मारपीट का एक वीडियो गलत दावे के साथ वायरल है. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि पीयूष मानुष को हिंदुओं का मजाक उड़ाने और 'प्रसादम' लड्डू पर आपत्तिजनक बयान देने के चलते तमिलनाडु के सलेम में पीटा जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो अगस्त 2019 का है जब पीयूष मानुष पर तमिलनाडु के सलेम स्थित बीजेपी कार्यालय में हमला किया गया था.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बीते बुधवार को दावा किया था कि पूर्ववर्ती जगनमोहन रेड्डी की सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर में 'प्रसादम' लड्डू को बनाने में इस्तेमाल किए जा रहे घी में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल की मात्रा पाई गई है.
नायडू ने कहा था कि 9 जुलाई को मंदिर बोर्ड ने घी के सैंपल गुजरात स्थित पशुधन लैब (NDDB Calf Ltd.) जांच के लिए भेजे थे, जिसकी लैब रिपोर्ट 16 जुलाई को आई थी. राष्ट्रीय डेयरी विकास की लैब CALF ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तिरुपति मंदिर में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल से तैयार घी में लड्डू बनाए जा रहे हैं. पीयूष मानुष ने इसी मुद्दे पर 19 सितंबर 2024 को वीडियो बनाकर विवादित बयान दिया.
पीयूष मानुष ने अपने वीडियो में कहा था, "तिरुपति मंदिर में 100 करोड़ से ज्यादा लोगों ने दर्शन किए होंगे. क्या आप बीफ अच्छे से खाते हैं? क्या यह अच्छा था? क्या भगवान पेरुमल (भगवान विष्णु का दक्षिण भारतीय नाम) ने आपको यह दिया था?" (तमिल से हिंदी अनुवाद)
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'Piyush ने आपत्तिजनक "सभी हिंदुओं के लिए बीफ लड्डू" वीडियो के साथ हिंदुओं का मजाक उड़ाने के बाद जनता ने तेजी से और दिलचस्पी के साथ प्रतिक्रिया दी.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: पीयूष मानुष पर हमले का वीडियो 2019 का है
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब इससे जुड़े कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें न्यूज वेबसाइट TheNewsMinute पर 29 अगस्त 2019 की पीयूष मानुष से जुड़ी एक रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, पीयूष मानुष 'अर्थव्यवस्था और कश्मीर संकट पर बीजेपी नेताओं के विचार' और बीजेपी नेताओं द्वारा कथित तौर पर उन्हें दी जा रही धमकी को लेकर तमिलनाडु के सलेम स्थित बीजेपी ऑफिस गए थे.
जब पीयूष बीजेपी ऑफिस पहुंचे तो वहां पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके बीच बहस हो गई और इसी दौरान कार्यकर्ताओं ने पीयूष की पिटाई कर दी.
तमिलनाडु के वर्तमान मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन सहित तमिलनाडु के कई नेताओं ने तब पीयूष मानुष पर हमले की निंदा की थी.
इसके अलावा वायरल वीडियो पर तमिल यूट्यूब चैनल NewsGlitz Tamil का लोगो भी लगा था.
इसके बाद कीवर्ड से दोबारा सर्च करने पर हमें यह वीडियो NewsGlitz Tamil के यूट्यूब चैनल पर भी मिला जिसे 28 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था.
इसकी हेडिंग थी, 'सलेम बीजेपी कार्यालय में पीयूष मानुष पर जानलेवा हमला.' (तमिल से हिंदी अनुवाद)
इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया, 'सलेम बीजेपी ऑफिस में आज पीयूष मानुष पर बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया. बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा उनके साथ धक्का-मुक्की करते हुए देखा जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, पीयूष फेसबुक लाइव करते हुए बीजेपी ऑफिस में घुस गए थे और सवाल करने लगे.' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
साथ ही पीयूष मानुष ने 20 सितंबर 2024 को खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट कर इस वीडियो को पुराना बताया.
उन्होंने लिखा, "कश्मीर का राज्य का दर्जा हटाने के सवाल पर मैं बीजेपी ऑफिस गया था. 30 उग्र बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुझपर हमला किया था. 30 बनाम 1 हमले में भी मैंने जवाबी कार्रवाई नहीं की, क्योंकि मुझे पता था कि लाइव रिकॉर्डिंग चल रही है." (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
कौन हैं पीयूष मानुष
पीयूष सेठिया, जिन्हें पीयूष मानुष के नाम से जाना जाता है, एक पर्यावरण और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं. वह पर्यावरण, आदिवासी हित और मानवाधिकार से जुड़े मुद्दे की वकालत के लिए जाने जाते हैं. हालांकि, उनके साथ कई विवाद भी जुड़े हैं. साल 2010 में उनपर छत्तीसगढ़ में मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाने के चलते 'राजद्रोह' का आरोप लगाया गया था. साल 2020 में तमिलनाडु पुलिस ने उन्हें अपनी मकान मालिक पर हमला करने के कारण गिरफ्तार भी किया था.