सोशल मीडिया पर एक क्षतिग्रस्त मंदिर का वीडियो वायरल है. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को लेकर दावा कर रहे हैं कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मोलाकालचेरुवु (Mulakalacheruvu) में मुस्लिमों ने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है. वायरल वीडियो आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या जिले के मोलाकालचेरुवु का है. इस मंदिर को एक अन्य मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव ने नुकसान पहुंचाया था.
एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'हृदयविदारक आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मोलाकालचेरुवु में कुछ उपद्रवियों ने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की. तेलंगाना में इस्लामवादी जिहादी और आंध्रप्रदेश में धर्मांतरण माफिया यह कारनामे कर रहा है और शांति को नष्ट कर रहा है.'
फेसबुक पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
मंदिर को पुजारी हरिनाथ यादव ने नुकसान पहुंचाया
आंध्रप्रदेश में एक मंदिर में तोड़फोड़ किए जाने का सांप्रदायिक दावा गलत है. मंदिर को एक पुजारी ने आपसी विवाद के चलते नुकसान पहुंचाया था.
बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया. हमें इस घटना की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शामिल है.
दैनिक जागरण की 18 अक्टूबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना आंध्र प्रदेश के अन्नामाय्या जिले में स्थित अभय अंजनेय स्वामी मंदिर की है. यह दो मंदिर के पुजारियों के बीच हुए आपसी विवाद की घटना है.
दरअसल इसी जिले में पास के ही एक दूसरे मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव ने अभय अंजनेय स्वामी मंदिर को नुकसान पहुंचाने के लिए इसके बेसमेंट में विस्फोटक लगा दिए थे. पुलिस ने मंदिर को तहस-नहस करने वाले आरोपी हरिनाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने मंदिर के चढ़ावे और राजस्व को लेकर हुई रंजिश के कारण इस अपराध को अंजाम दिया था.
द प्रिंट के मुताबिक, घटना सामने आने पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मंदिर में घटी इस घटना की निंदा की थी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए गहन जांच पड़ताल करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे.
मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
तेलंगाना टुडे की रिपोर्ट में जिला पुलिस अधीक्षक वी. विद्यासागर नायडू के हवाले से लिखा गया, "अभय अंजनेय स्वामी मंदिर के पुजारी का कनुगुंडा स्वामी मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव के साथ मंदिर की आय के बंटवारे को लेकर मतभेद था. हरिनाथ यादव अभय अंजनेय स्वामी मंदिर को अपने कब्जे में करके उसकी आय बढ़ाना चाह रहे थे, लेकिन पुजारी विद्यासागर इसके लिए राजी नहीं हुए."
पुलिस ने मामले में पांचों आरोपियों हरिनाथ यादव, महेश्वर रेड्डी, टी. लक्ष्मीनारायण, बी. राघवेंद्र चारी, चकिवलु मधु और शेख इलाही को गिरफ्तार किया है.
घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं
बूम ने अधिक स्पष्टिकरण के लिए अन्नामाय्या जिले के मोलाकालचेरुवु सर्किल थाने से संपर्क किया. पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया, "यह 16 अक्टूबर 2024 की दो हिंदू पुजारियों की बीच हुई आपसी रंजिश की घटना है. इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है. मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश किया गया है. बाकि अन्य सभी पर भी कार्रवाई की जा रही है."
घटना में एक मुस्लिम व्यक्ति शेख इलाही का भी नाम होने पर अन्नामय्या जिले के एसपी वी विद्यासागर नायडू ने कहा, "शेख इलाही सिर्फ एक मजदूर था जिसे पुजारी ने काम करने के लिए रखा था. मुख्य आरोपी पुजारी है. घटना में किसी भी तररह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है."