HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

आंध्र प्रदेश में मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटना गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल

बूम को पुलिस ने बताया कि मंदिर को एक पुजारी हरिनाथ यादव ने ही नुकसान पहुंचाया था. इस मामले में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.

By - Rohit Kumar | 21 Oct 2024 5:51 PM IST

सोशल मीडिया पर एक क्षतिग्रस्त मंदिर का वीडियो वायरल है. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को लेकर दावा कर रहे हैं कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मोलाकालचेरुवु (Mulakalacheruvu) में मुस्लिमों ने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की है. 

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है. वायरल वीडियो आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या जिले के मोलाकालचेरुवु का है. इस मंदिर को एक अन्य मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव ने नुकसान पहुंचाया था. 

एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'हृदयविदारक आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मोलाकालचेरुवु में कुछ उपद्रवियों ने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की. तेलंगाना में इस्लामवादी जिहादी और आंध्रप्रदेश में धर्मांतरण माफिया यह कारनामे कर रहा है और शांति को नष्ट कर रहा है.'

(आर्काइव लिंक)

फेसबुक पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है. 


(आर्काइव लिंक)

फैक्ट चेक 

मंदिर को पुजारी हरिनाथ यादव ने नुकसान पहुंचाया

आंध्रप्रदेश में एक मंदिर में तोड़फोड़ किए जाने का सांप्रदायिक दावा गलत है. मंदिर को एक पुजारी ने आपसी विवाद के चलते नुकसान पहुंचाया था. 

बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया. हमें इस घटना की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शामिल है. 

दैनिक जागरण की 18 अक्टूबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना आंध्र प्रदेश के अन्नामाय्या जिले में स्थित अभय अंजनेय स्वामी मंदिर की है. यह दो मंदिर के पुजारियों के बीच हुए आपसी विवाद की घटना है. 

दरअसल इसी जिले में पास के ही एक दूसरे मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव ने अभय अंजनेय स्वामी मंदिर को नुकसान पहुंचाने के लिए इसके बेसमेंट में विस्फोटक लगा दिए थे. पुलिस ने मंदिर को तहस-नहस करने वाले आरोपी हरिनाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने मंदिर के चढ़ावे और राजस्व को लेकर हुई रंजिश के कारण इस अपराध को अंजाम दिया था. 



द प्रिंट के मुताबिक, घटना सामने आने पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मंदिर में घटी इस घटना की निंदा की थी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए गहन जांच पड़ताल करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे. 

मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया

तेलंगाना टुडे की रिपोर्ट में जिला पुलिस अधीक्षक वी. विद्यासागर नायडू के हवाले से लिखा गया, "अभय अंजनेय स्वामी मंदिर के पुजारी का कनुगुंडा स्वामी मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव के साथ मंदिर की आय के बंटवारे को लेकर मतभेद था. हरिनाथ यादव अभय अंजनेय स्वामी मंदिर को अपने कब्जे में करके उसकी आय बढ़ाना चाह रहे थे, लेकिन पुजारी विद्यासागर इसके लिए राजी नहीं हुए."

वी. विद्यासागर नायडू के अनुसार, "इसी बात से नाराज हरिनाथ ने मंदिर को उड़ाने की योजना बनाई, क्योंकि उसे लगा कि इससे पुजारी वहां से भाग जाएगा. आरोपी ने अफवाह फैलाई कि अभय अंजनेय स्वामी मंदिर के नीचे खजाना है. उसने सत्य साईं जिले में दो व्यक्तियों से कुछ विस्फोटक खरीदे और मंदिर को उड़ाने की कोशिश की. बाद में आरोपी हरिनाथ ने पांच अन्य लोगों की मदद से छेनी-हथौड़े की मदद से मंदिर को नुकसान पहुंचाया था."

पुलिस ने मामले में पांचों आरोपियों हरिनाथ यादव, महेश्वर रेड्डी, टी. लक्ष्मीनारायण, बी. राघवेंद्र चारी, चकिवलु मधु और शेख इलाही को गिरफ्तार किया है. 

घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं

बूम ने अधिक स्पष्टिकरण के लिए अन्नामाय्या जिले के मोलाकालचेरुवु सर्किल थाने से संपर्क किया. पुलिस  इंस्पेक्टर ने बताया, "यह 16 अक्टूबर 2024 की दो हिंदू पुजारियों की बीच हुई आपसी रंजिश की घटना है. इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है. मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश किया गया है. बाकि अन्य सभी पर भी कार्रवाई की जा रही है."

घटना में एक मुस्लिम व्यक्ति शेख इलाही का भी नाम होने पर अन्नामय्या जिले के एसपी वी विद्यासागर नायडू ने कहा, "शेख इलाही सिर्फ एक मजदूर था जिसे पुजारी ने काम करने के लिए रखा था. मुख्य आरोपी पुजारी है. घटना में किसी भी तररह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है."

Tags:

Related Stories