केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं, “मैं कहता हूं कि गारंटी का कोई मतलब नहीं है, ये चुनाव तक बोलते हैं फिर भूल जाते हैं." सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि अमित शाह यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बोल रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो क्रॉप्ड है, जिसे गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. मूल वीडियो में अमित शाह कांग्रेस पर निशाना साध रहे थे.
गौरतलब है कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 'मोदी की गारंटी' नाम से घोषणापत्र जारी किया है.
एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'अमित शाह जी ने ही जुमले का अविष्कार किया था, अब बोल रहे हैं गारंटी का भी कोई मतलब नही है. ये चुनाव तक बोलते हैं फिर भूल जाते हैं. कुल मिलाकर ये प्रधानमंत्री की कुर्सी पर खुद कब्जा करना चाहते हैं. पहले जुमलेबाज के नाम से मोदी को फंसाया, अब गारंटी की भी वाट लगा दी.'
फैक्ट चेक
बूम ने फैक्ट चेक के लिए इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर 15 मई 2024 का अमित शाह के इंटरव्यू का एक वीडियो मिला. वायरल वीडियो इसी से क्रॉप किया गया है.
वीडियो में 25 मिनट 14 सेकंड पर अमित शाह से कांग्रेस की गांरटी को लेकर सवाल पूछा जाता है कि आपने कांग्रेस की गारंटी को चाइनीज गारंटी कहा है.
इसके जबाव में अमित शाह कहते हैं, "मैं अभी तेलंगाना गया था वहां की महिलाएं राह देख रही हैं कि हमारा 12000 रुपये कब आएगा. वहां के किसान दो लाख रुपये की कर्ज माफी की राह देख रहे हैं. वहां की बच्चियां स्कूटी की राह देख रही हैं. राहुल जी ने वादा किया था उनकी गारंटी थी, आप ढूंढ़िए राहुल जी को."
इस बीच अमित शाह से पूछा जाता है, "तब दक्षिण में चुनाव था अब खत्म हो गए, राहुल जी तो अब उत्तर में आ गए हैं."
जिसके जबाव में अमित शाह कहते हैं, "दक्षिण में जब चुनाव थे तब तो जाते थे, इसलिए मैं कहता हूं कि उनकी गारंटी का कोई मतलब नहीं है, यह चुनाव तक बोलते हैं और फिर भूल जाते हैं."