सोशल मीडिया पर राजस्थान के सवाई माधोपुर में बाढ़ में फंसी ट्रेन के यात्रियों के रेस्क्यू के दावे से एक वीडियो वायरल है. वीडियो में बाढ़ में फंसी एक ट्रेन के यात्रियों का हेलिकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो वास्तविक नहीं है. एआई डिटेक्शन टूल्स ने वीडियो के AI Generated होने की पुष्टि की है.
बीते दिनों राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश हुई है. सवाई माधोपुर जिले के कुछ क्षेत्रों में बारिश से हालात खराब हो गए हैं. जिले के सुरवाल बांध के ओवरफ्लो होने से जड़ावता गांव के पास 2 किलोमीटर लंबी खाई बन गई है. खेतों में पानी भरने से दो घर, दो दुकानें और दो मंदिर ढहने की खबर भी है.
क्या है वायरल दावा :
सवाई माधोपुर में पानी के बीच फंसी एक ट्रेन के यात्रियों का हेलिकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू किए जाने के दावे से वीडियो वायरल है.
फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "सवाई माधोपुर में रेलगाड़ी डूब चुकी है, यात्रियों को हेलीकॉप्टर से बचाया जा रहा है." आर्काइव लिंक
इंस्टाग्राम पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. आर्काइव लिंक
पड़ताल में क्या मिला :
जुलाई 2025 से अलग-अलग दावों से वायरल है वीडियो
वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अलग-अलग दावों के साथ शेयर किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो को गढ़मुक्तेश्वर में गंगा में ट्रेन के डूबने, बांध में ट्रेन के डूबने, हरियाणा में ट्रेन के डूबने, वाराणसी में बाढ़ में ट्रेन के डूबने जैसे अलग-अलग दावों से शेयर किया जा चुका है. कई यूजर्स ने कमेंट में वीडियो को फेक बताया है. यह वीडियो जुलाई 2025 से अलग-अलग दावों के साथ इंटरनेट पर वायरल है. वहीं सवाई माधोपुर में 23 और 24 अगस्त 2025 को हुई बारिश के चलते हालात खराब हुए हैं. स्पष्ट है कि वीडियो सवाई माधोपुर में बारिश के कारण बिगड़े हालात से पहले से वायरल है.
अपनी जांच में हमें सवाई माधोपुर में बाढ़ में ट्रेन के डूबने और हेलिकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू किए जाने की घटना के संबंध में कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.
वीडियो में कई विसंगतियां हैं मौजूद
वायरल वीडियो में ट्रेन के एक साइड में तीव्र गति से पानी बह रहा है तो वहीं दूसरी साइड में कुछ लोग ट्रेन से बाहर की ओर आराम से खड़े दिखाई दे रहे हैं, इतने तेज बहाव में यह संभव नहीं है. वहीं हेलीकॉप्टर से रस्सी द्वारा एक ही बार में 5-6 लोगों के समूह को खींचा जा रहा है, आम तौर पर रस्सी द्वारा इतनी संख्या में लोगों को रेस्क्यू करना असामान्य है. पानी का बहाव और पेड़ों का मूवमेंट भी प्राकृतिक नहीं दिख रहा. यह वीडियो एआई जनरेटेड प्रतीत हो रहा है.
एआई जनरेटेड है वीडियो
हमने वीडियो की एआई डिटेक्शन टूल्स पर जांच की. टूल्स ने वीडियो के एआई जनरेटेड होने की प्रबल संभावना बताई है.
हमने वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को एआई डिटेक्शन टूल WasItAi पर चेक किया. टूल ने वीडियो के एआई जनरेटेड होने की प्रबल संभावना बताई है.
हमने वायरल वीडियो को Deepfake-o-Meter पर भी चेक किया. इसके मॉडल AVSRDD (2025) ने वीडियो के एआई जनरेटेड होने की संभावना 100% बताई है.


