सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज का एक फेक ग्राफिक वायरल है. इसमें टोपी पहने एक आदमी को साड़ी पहने कुछ महिलाओं से घिरा दिखाया गया है और कैप्शन में लिखा गया है कि "आखिर क्यों मरती हैं? मुस्लिम लड़कों पर हिंदू लड़कियां". यूजर्स इस ग्राफिक को वास्तविक समझकर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल ग्राफिक AI जनरेटेड है. एबीपी न्यूज ने भी अपने एक्स हैंडल पर स्पष्टिकरण देते हुए बताया कि उसने यह ग्राफिक प्रकाशित नहीं किया है.
एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, "ABP न्यूज वालों से मेरी हाथ जोड़कर विनती है. ऐसी पोस्ट ना डालें ये सब बातें गुप्त होती हैं कृपया सबको ना बताएं”.
फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर भी इसी तरह के कैप्शन के साथ यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ता दिख रहा एबीपी न्यूज के लोगो वाला ग्राफिक फर्जी है. यह एआई जनरेटेड है. एबीपी न्यूज ने अपने एक्स हैंडल पर स्पष्टिकरण देते हुए बताया कि उसने सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला यह ग्राफिक प्रकाशित नहीं किया है.
वायरल ग्राफिक एआई जनरेटेड है
बूम ने वायरल ग्राफिक की पड़ताल की. हमने पाया कि वायरल ग्राफिक का फॉन्ट एबीपी न्यूज के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए अन्य ग्राफिक के फॉन्ट से अलग है. एबीपी न्यूज के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर शेयर की गई एक मूल पोस्ट से तुलना करने पर इस अंतर को साफ देखा जा सकता है.
भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस संजीव खन्ना ने शपथ ले ली है. इससे पहले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर हो गए थे. प्रधानमंत्री मोदी ने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया. उन्होंने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, 'संजीव खन्ना को उनके… pic.twitter.com/KxmCsTOVgh
— ABP News (@ABPNews) November 11, 2024
हमने एआई डिटेक्टर टूल TrueMedia पर इस ग्राफिक को चेक किया. इसके अनुसार वायरल ग्राफिक तस्वीर एआई-जनरेटेड है.
एबीपी न्यूज ने बताया ग्राफिक को फर्जी बताया
एबीपी न्यूज ने अपने एक्स हैंडल पर भी एक स्पष्टिकरण जारी कर बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल यह ग्राफिक फर्जी है.
एक्स पोस्ट में लिखा गया, “एबीपी न्यूज के नाम पर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है यह पोस्ट कार्ड पूरी तरह से फर्जी है. इस तरह की कोई भी पोस्ट एबीपी न्यूज के सोशल मीडिया हैंडल से शेयर नहीं हुई हैं.”
पोस्ट में आगे लिखा, “आपसी सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से कुछ असामाजिक तत्व ऐसी पोस्ट शेयर कर रहे हैं. हम ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. आपसे अनुरोध है कि फर्जी खबरों से बचें और सही खबरों के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल पर ही भरोसा करें.”
abp न्यूज़ के नाम पर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है यह पोस्ट कार्ड पूरी तरह से फर्जी है. इस तरह की कोई भी पोस्ट abp न्यूज़ के सोशल मीडिया हैंडल से शेयर नहीं हुई हैं. आपसी सौहार्द्र बिगाड़ने के उद्देश्य से कुछ असामाजिक तत्व ऐसी पोस्ट शेयर कर रहे हैं. हम ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी… pic.twitter.com/jsSacUchY1
— ABP News (@ABPNews) November 13, 2024