एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम लगातार चर्चा में है. इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इस वीडियो में राजनाथ सिंह कहते नजर आ रहे हैं, "मैं दावे से भारत का रक्षामंत्री होने के नाते कहना चाहता हूं, उसकी नागरिकता समाप्त करने की बात तो दूर, उंगली से भी उसे कोई छू नहीं पाएगा. मैं पूरी तरह से यकीन दिलाता हूं." यूजर्स राजनाथ सिंह के इस बयान के साथ दावा कर रहे हैं कि उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई के लिए ये बातें कही हैं.
बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है. राजनाथ सिंह का यह वीडियो साल 2020 का है. मूल वीडियो में वे मुस्लिम के समाज के लोगों के लिए ये बातें कर रहे थे, जिसे वायरल वीडियो से क्रॉप कर दिया गया है.
ऑनलाइल प्लेटफार्म इंस्टाग्राम शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, "मैं भारत का रक्षामंत्री होने के नाते दावे के साथ कहता हूं कि लॉरेंस बिश्नोई को छू तक नहीं सकता."
पोस्ट का आर्काइव लिंक,
फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे से वायरल है.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो क्रॉप्ड है
दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने यूट्यूब पर वायरल बयान से संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए. इसके जरिए हमें क्विंट हिंदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 30 जनवरी 2020 का अपलोड किया गया लगभग एक मिनट का यह वीडियो मिला.
इस वीडियो के 16 सेकंड पर राजनाथ सिंह को कहते सुना जा सकता है, "जो भी मुसलमान भारत का नागरिक है. मैं दावे के साथ भारत का रक्षामंत्री होने के नाते कहना चाहता हूं, उसकी नागरिकता समाप्त करने की बात तो दूर, उंगली से भी उसे कोई छू नहीं पाएगा. मैं पूरी तरह से यकीन दिलाता हूं."
वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, यह स्पीच राजनाथ सिंह ने दिल्ली विधानसभा 2020 के चुनाव प्रचार के दौरान दिया था. इस में क्रम में उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हुए मुसलमानों को इस बात का भरोसा दिलाया था कि उन्हें इस कानून से डरने की जरूरत नहीं है. उनसे उनकी नागरिकता कोई नहीं छीन सकता.
रक्षामंत्री के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी इस भाषण का पूरा वीडियो देखा जा सकता है. लगभग एक घंटे के इस वीडियो में 46 मिनट 53 सेकंड से 47 मिनट 7 सेकंड के बीच यह हिस्सा देखा जा सकता है.
29 जनवरी 2020 को शेयर किए इस वीडियो के टाइटल के अनुसार, उन्होंने यह भाषण दिल्ली के आर्दश नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिया था.
दरअसल राजनाथ सिंह का यह भाषण तब का है जब देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ आंदोलन चल रहे थे. उस समय राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के कई नेता मंचों से CAA का समर्थन करते हुए मुस्लिम समाज को यह समझाते नजर आए थे कि इस कानून से उनकी नागरिकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा.