व्हाट्सएप्प पर साझा किया जा रहा एक सन्देश दावा करता है कि सन्देश पहुंच जाने के बाद 'तीन सही के चिन्ह दिखने का मतलब है सरकार ने सन्देश देखा है और तीनों में से एक चिन्ह के लाल होने का मतलब है कि सरकार आपके ख़िलाफ कार्यवाही करेगी | यह दावे झूठ हैं और इनका कोई आधार नहीं है | यह फ़र्ज़ी सूचना पहले भी ख़ारिज कि जा चुकी है |
यह सन्देश तब वायरल हो रहा है जब व्हाट्सएप्प 'पेगासस' नामक इज़राइल के एक स्पायवेयर द्वारा निशाना बनाया गया है | इसमें दुनिया भर से करीब 1,400 लोगों के व्हाट्सएप्प अकाउंट में ताका झांकी और निगरानी कि सूचना है | भारत में भी कुछ पत्रकारों और एक्टिविस्ट के अकाउंट निगरानी में होने कि खबरें हैं | एन.एस.ओ नामक कंपनी द्वारा बनाया गया यह स्पायवेयर व्हाट्सएप्प कि वीडियो कॉलिंग सुविधा द्वारा मोबाइलों में डाला गया है |
यह भी पढ़ें: इजरायली स्पायवेयर ‘पेगासस’ का उपयोग करते हुए भारतीय व्हाट्सएप्प यूज़र्स को लक्ष्य किसने बनाया?
यह वायरल सन्देश फ़र्ज़ी दावों के साथ साथ ग़लतफ़हमियाँ भी फैला रहा है और दूसरे लोगों तक सन्देश पहुंचाने कि मांग भी करता है | इसके साथ ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बी.बी.सी) का एक लिंक भी दिया गया है ताकि सन्देश वास्तविक लगे |
यह पहली बार नहीं है जब वायरल सन्देश लोगों को जागरूक रहने कि विनती करता है के सरकार उनके निजी जीवन में तांक-झाँक कर रही है | बूम ने पहले भी इस दावे को ख़ारिज किया है |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि यह दावे सरासर झूठ हैं और व्हाट्सएप्प कि आधिकारिक वेबसाइट पर 'तीन चिन्हों' का कोई उल्लेख नहीं है | वेबसाइट पर व्हाट्सएप्प द्वारा दी गयीं सारी सुविधाओं कि लिस्ट दी गयी है और सारे 'सही' के निशानों के बारे में बताया गया है |
व्हाट्सएप्प बताता है कि पहला चिन्ह जो सिर्फ एक 'सही' का निशान होता है यह बताता है कि सन्देश भेजा जा चूका है | दूसरा, दो 'सही' चिन्ह यह बताते हैं कि सन्देश पाने वाले के पास पहुंच गया है और जब दोनों चिन्ह नीले होते है तो उनका मतलब है कि पाने वाले ने सन्देश पढ़ लिया है |
इसी तरह से व्हाट्सएप्प समूहों के लिए भी चिन्हों का विवरण दिया गया है परन्तु तीन चिन्ह और सरकार कि निगरानी के बारे में कोई बात नहीं लिखी गयी है |
इसके अलावा जो बी.बी.सी का लिंक दिया गया है, वह लेख पेगासस स्पायवेयर के बारे में एक लेख है | यह केवल लोगों को गुमराह करने के लिए इस्तेमाल किया गया है |
बूम ने बी.बी.सी से बात कि जिन्होंने बताया कि, "हम इस बात को पुख्ता तौर पर बोल सकते हैं कि यह अकाउंट फ़र्ज़ी है और इसका बी.बी.सी से कोई सम्बन्ध नहीं है |"
हमनें व्हाट्सएप्प के प्रवक्ता से भी संपर्क किया | जबाब मिलने पर लेख को अपडेट किया जाएगा |