फ़ेसबुक पर एक तस्वीर वायरल हो रही है | यह तस्वीर असल में टीवी9 पर प्रकाशित एक इंटरव्यू के उस भाग का अंश है जब पंकजा मुंडे इस तरह के हाव-भाव चेहरे पर लाती हैं | तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है: "महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे परली सीट पर एनसीपी के नेता और अपने भाई धनञ्जय पण्डितराओ मुंडे से 22,000 वोटों से हारने पर रो रहीं हैं | नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों ने इनके लिए प्रचार किया था |"
आपको बता दें की यह दावा फ़र्ज़ी है | मुंडे रो नहीं रहीं थीं |
इन पोस्ट को नीचे देख सकते हैं और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें |
Pankaja Munde breaks down after her shock defeat from Parli #MaharashtraAssemblyPolls pic.twitter.com/l5A5cawh54
— Vaibhav Purohit (@purohitvaibhav) October 24, 2019
कई मुख्य धारा के मीडिया संस्थान ने चलाई ग़लत ख़बर
द क्विंट की रिपोर्ट के अनुसार एन.डी.टीवी, आई.ए.एन.एस और ए.एन.आई न्यूज़ एजेंसिओं ने इस तस्वीर के साथ ग़लत दावे प्रकाशित किये जिसमें मुंडे के रोने की ख़बर थी | हालांकि इन संस्थाओं ने बाद में हैडिंग, ट्वीट्स, और अन्य बदलाव किये परन्तु हम इनके आर्काइव्ड वर्शन लेने में सफल थे |
इंडिया न्यूज़ जैसे कुछ संस्थान हैं जिन्होंने प्रकाशित वीडियो हटाए नहीं हैं | आप नीचे देख सकते हैं के एंकर, इंडिया न्यूज़ की इस बुलेटिन में दावे कर रहा है की मुंडे रोयीं थीं |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने टीवी9 के वास्तविक इंटरव्यू की यूट्यूब पर खोज की और टीवी9 मराठी पर प्रकाशित एक वीडियो पाया | इस वीडियो में मुंडे समान कपड़ों में दिख रही हैं | यही नहीं, मुंडे 1 मिनट और 42 सेकंड के बिंदु पर जो चेहरे के हाव-भाव दिखाती हैं वो हूबहू वायरल तस्वीर के समान है |
इस इंटरव्यू में पंकजा मुंडे मराठी में बातें कर रहीं हैं | वो अपने भाई द्वारा हाल में खुद के बारे में की गयीं भद्दी बातों पर अफ़सोस जाता रहीं हैं और कह रही हैं: "मैंने जब वीडियो क्लिप देखा तो मुझपर गहरा प्रभाव पड़ा | वो घृणा और गुस्सा जो मैंने देखा, मुझे दुःख हुआ | इससे बहार निकलने में मुझे दो दिनों का वक़्त लगा | मुझे बाहर निकल कर लोगों से आँख मिलाने और बात करने में शर्म आ रही थी | मेरे आत्मविश्वास पर भी फर्क पड़ा |…"
इस 5 मिनट लम्बे इंटरव्यू में उन्होंने इस बारे में कुछ देर बात की है | यह 21 अक्टूबर 2019 को प्रकाशित हुए हैं | जिस दिन महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव हुए थे | यह दावे झूठ इसलिए भी हैं क्योंकि चुनाव परिणाम 24 अक्टूबर को आये थे |
बूम ने इसके अलावा फ़ेसबुक पर मुंडे का आधिकारिक पेज भी देखा | हमें एक वीडियो मिला जो इसी पोशाक में मुंडे ने फ़ेसबुक लाइव के दौरान दिया था |
हमनें पंकजा मुंडे के सहायक, गिरदे से संपर्क किया जिन्होंने कहा की पंकजा केवल उनके कज़िन भाई की बातों से आहात हुईं थी | चुनाव में हार के बाद रोने वाले दावे झूठे हैं |
हमें बीबीसी मराठी का भी एक इंटरव्यू मिला जो यूट्यूब पर प्रकाशित हुआ था | यह इंटरव्यू भी मुंडे ने समान पोशाक में दिया है और इसमें एक अलग कोण से उसी हाव-भाव में नज़र आती हैं |