फ़ेसबुक पर एक फ़ोटो वायरल हो रही है जो किसी न्यूज़ आर्टिकल की कटिंग की तरह एडिट की गयी है | उसमें दावा किया जा रहा है की बंगाल पुलिस ने एक औरत को इसलिए हिरासत में लिया क्योंकि उसने अपने पति 'श्री राम' सिन्हा का नाम पुकारा था | आपको बता दें की यह फ़र्ज़ी दावा है |
दरअसल अभी कुछ दिनों से ममता बनर्जी पर भाजपा जय श्री राम नाम से प्रहार कर रही है | वो इसलिए क्योंकि कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी के एक दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए जिससे ममता बनर्जी ने अपना आपा खो दिया | इस घटना के बाद से सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी को लेकर कई मीम्स बनाए गए और उनका कई तरह से मज़ाक बनाया गया | यह पोस्ट भी कुछ इसी तरह का दावा करती है की बंगाल पुलिस ने महज़ श्री राम सुनकर ही एक औरत को गिरफ़्तार कर लिया | यह न्यूज़ क्लिप फाक्सी नामक वेबसाइट का है जो सोशल मीडिया में गलत संदर्भ में वायरल हो रहा है |
व्यंग एवं फेक न्यूज़ वेबसाइट फाक्सी ने एक लेख लिखा की महज़ अपने पति का नाम लेने से एक महिला को गिरफ्तार किया गया | आप इस आर्टिकल को यहाँ पढ़ सकते है | फाक्सी व्यंगात्मक लेख लिखता है और डिस्क्लेमर में लिखता है की इन आर्टिकल्स को सच न माने | हालांकि इस पोस्ट में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है की यह व्यंग है बल्कि कैप्शन में लिखा है: "विनाश काले विपरीत बुद्धि"
यह पोस्ट आप नीचे देख सकते है और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देख सकते हैं |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने इस तथ्य को जांचना शुरू किया तो पाया की जो तस्वीर इस पोस्ट में उपयोग की गयी है वो हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा ली गयी तस्वीर है | रिवर्स इमेज सर्च कर यह पता चला की इस तस्वीर को 1 मार्च 2017 में लिया गया था | फ़ोटो में दिख रही महिला एक्टिविस्ट है जो बाल तस्करी का विरोध कर रही है | यह तस्वीर उस दौरान के विरोध प्रदर्शन की है जब बाल-तस्करी (child trafficking) में शामिल होने के चलते भाजपा लीडर जूही चौधरी को सी.आई.डी ने गिरफ़्तार किया | आपको बता दें की फ़ोटो में विरोध प्रदर्शन बाल तस्करी का है न की भाजपा कार्यकर्ता की गिरफ़्तारी का | जब यह तस्करी का मामला खुला तब कई एक्टिविस्ट रोड पर उतरे और तस्करी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने लगे |
हिंदुस्तान टाइम्स के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट आप नीचे देख सकते हैं | इस मामले में हिंदुस्तान टाइम्स की कवरेज आप यहाँ और यहाँ पढ़ सकते हैं | बाल-तस्करी के बारे में और अधिक पढ़ने के लिए यहाँ, यहाँ और यहाँ पढ़ें |
भाजपा लीडर जूही कहाँ गिरफ़्तार की गई?
जूही पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में 17 बच्चों की तस्करी के मामले में शामिल थी जो फरवरी 2017 में हुआ था | पुलिस और सी.आई.डी ने जूही को दार्जीलिंग में भारत और नेपाल की सीमा पर गिरफ़्तार किया | जूही चौधरी को पूछताछ के लिए पिंटेल गांव ले जाया गया जहाँ सी.आई.डी ने एक अस्थाई कैंप लगाया था |
चौधरी को गिरफ़्तार करने के पीछे चांदना चक्रबोर्ती का हाथ था जिसे पुलिस ने इस मामले के चलते पहले गिरफ़्तार किया था | चांदना ने ही पुलिस के सामने चौधरी पर आरोप लगाए थे |
क्या है द फाक्सी?
यह एक वेबसाइट है जो व्यंगात्मक लेख प्रकाशित करता है | हालांकि यह वेबसाइट इस बात का दावा नहीं करती की यह लेख सच है या सच्चाई से कोई नाता रखते हैं | वेबसाइट ने साफ़ साफ़ लिखा है की "यह एक व्यंग वेब पोर्टल है | इस वेबसाइट पर जो भी लेख हैं वो काल्पनिक हैं | पढ़ने वालों को सलाह है की इन्हें वास्तविक एवं सच न मानें"